अस्पताल के भवन पर 4 करोड़ रुपये खर्च, इलाज के नाम पर बाहर से दवा-सामान खरीद रहे मरीज – Lok Shakti
November 1, 2024

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अस्पताल के भवन पर 4 करोड़ रुपये खर्च, इलाज के नाम पर बाहर से दवा-सामान खरीद रहे मरीज

झारखंड के धनबाद जिले में भारत कोकिंग कोल लिमिटेड के अंतर्गत जगजीवन नगर स्थित सेंट्रल अस्पताल में मरीजों को सस्ता इलाज नहीं मिल पा रहा है। इन दिनों डायलिसिस कराने आ रहे तीमारदारों को अपने मरीज की दवाओं और अन्य सामान खरीदने के लिए जेब ढीली करनी पड़ रही है। डायलिसिस कराने के लिए आने वाले मरीजों को अधिक परेशानी झेलनी पड़ रही है।

02 Dec 2023

धनबाद : भारत कोकिंग कोल लिमिटेड के अंतर्गत जगजीवन नगर स्थित सेंट्रल अस्पताल में प्रबंधन भवन पर ध्यान दे रहा है, जबकि इलाज के नाम पर मरीज को बाहर से दवा और सामान खरीदने पड़ रहे हैं। सबसे खराब स्थिति अस्पताल के डायलिसिस यूनिट की हो गई है। यहां भर्ती होने वाले मरीजों को डॉक्टर और कर्मचारी बाहर से सामान लाने के लिए कह रहे हैं। सामान लाने पर ही मरीज का डायलिसिस शुरू हो रहा है।

मरीज के लिए डायलाइजर जार, हार्पिन, फिस्टुला किट आदि खरीदने पड़ रहे हैं। झरिया से आए अजय और पुटकी से आए दिलीप ने बताया कि पिता यहां डायलिसिस कर रहे हैं। लेकिन हर सामान बाहर से लाना पड़ रहा है। प्रबंधन से शिकायत करने के बाद भी अभी तक कोई पहल नहीं हो पाई है।

अस्पताल में 4 करोड़ की लागत से हो रहा सुंदरीकरण का काम

बात अलग है कि केंद्रीय अस्पताल में 12 महीने मरम्मत का काम चलता रहता है। पिछले महीने 4 करोड़ रुपये की लागत से अस्पताल का सुंदरीकरण का काम पूरा किया गया है। अस्पताल में कई सिविल वर्क अभी भी चल रहे हैं। मरीज का कहना है अस्पताल में भवन पर भवन बनाए जा रहे हैं, लेकिन इलाज के नाम पर कुछ नहीं मिल रहा है।

1200 रुपये में डायलाइजर, 600 में खरीद रहे हैं जार

दिलीप कुमार ने बताया उनके पिता 67 वर्षीय महादेव सिंह किडनी के मरीज हैं। पिछले 1 महीने से उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है, यहां पर उनका डायलिसिस हो रहा है। बताया कि डायलाइजर के लिए बाजार में 1200 रुपये लिए जा रहे हैं।वहीं, जार के लिए 600 रुपये देने पड़ रहे हैं। हार्पिन के लिए 330 रुपये, फिस्टुला किट के लिए 160 रुपये, न्यू कार्नेड के लिए 218 रुपये लिए जा रहे हैं।मरीज का कहना है लगभग 2 हजार के सामान खरीदने पर डायलिसिस होता है। ऐसे में डायलिसिस करना महंगा पड़ रहा है। हालांकि, कुछ दिन से डायलाइजर की व्यवस्था अस्पताल प्रबंधन की ओर से की गई है, लेकिन बाकी सामान अभी भी खरीदना पड़ रहा है।