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सीसीएल ने तेनुघाट को दिया दो रैक कोयला, फिलहाल संकट टला, उत्पादन शुरू

ऊर्जा सचिव ने सीसीएल को साफ शब्दों में कहा, पर्व-त्योहार में बिजली संकट हुआ तो जिम्मेवार आप होंगे

Ranchi: दुर्गा पूजा और आने हॉकी एशियन ट्रॉफी को देखते हुए ऊर्जा सचिव अविनाश कुमार ने खुद पहल की. कोयले संकट से जूझ रहे तेनुघाट थर्मल पावर स्टेशन में कमी को दूर करने के लिए अविनाश कुमार ने सीसीएल प्रबंधन से बात की. उन्होंने स्पष्ट कहा कि हर हाल में सीसीएल कोयले की आपूर्ति करे. त्यौहार के समय यदि बिजली की समस्या होती है, तो इसके लिए सीसीएल जवाबदेह होगा. इसके बाद सीसीएल ने कोयले की आपूर्ति शुरू कर दी. गुरुवार को सीसीएल ने दो रैक कोयले की आपूर्ति की. जिससे फिलहाल संकट टल गया है. बताते चलें कि कोयले की कमी के कारण तेनुघाट का यूनिट नंबर दो बंद कर दिया गया था. गुरुवार को कोयले की आपूर्ति के बाद उत्पादन फिर से सामान्य हो गया है.

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तेनुघाट से 320 मेगावाट बिजली उत्पादन शुरू

मिली जानकारी के अनुसार कोयला की कमी को देखते हुए ऊर्जा विभाग के प्रधान सचिव अविनाश कुमार ने सीसीएल प्रबंधन से बात की. उन्होंने स्पष्ट कहा कि हर हाल में सीसीएल कोयले की आपूर्ति करे. त्यौहार के समय यदि बिजली की समस्या होती है तो इसके लिए सीसीएल जवाबदेह होगा. इसके बाद सीसीएल द्वारा बुधवार की शाम और गुरुवार की सुबह एक-एक रैक कोयला भेजा गया. बताया गया कि फिलहाल सीसीएल प्रतिदिन दो रैक कोयले की आपूर्ति करेगा. टीवीएनएल के एमडी अनिल शर्मा ने बताया कि फिलहाल दोनों यूनिट से 320 मेगावाट के करीब उत्पादन हो रहा है.

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पूजा में खरीदी गई 300 मेगावाट अतिरिक्त बिजली

जेबीवीएनएल से मिली जानकारी के अनुसार फरक्का और कहलगांव से भी कम मिल रही है बिजली, 300 मेगावाट अतिरिक्त बिजली खरीदी गयी है. झारखंड में लगातार बिजली की कमी देखते हुए झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड(जेबीवीएनएल) ने पावर एक्सचेंज से 300 मेगावाट अतिरिक्त बिजली खरीदी है ताकि पूजा के दौरान बिजली आपूर्ति बाधित न हो. बताया गया कि एनटीपीसी के फरक्का व कहलगांव प्लांट से 150 मेगावाट की जगह केवल 80 मेगावाट बिजली मिल रही है. तिस्ता हाइडल से मिलने वाली 100 मेगावाट बिजली सिक्किम हादसे के बाद से ही बंद है. एनटीपीसी के नोर्थ कर्णपुरा से झारखंड को 160 मेगावाट बिजली मिलती थी वह भी बंद है. करीब 350 मेगावाट बिजली की कमी को देखते हुए जेबीवीएनएल प्रबंधन ने 300 मेगावाट अतिरिक्त बिजली खरीद कर आपूर्ति कर रहा है. राज्य में डीवीसी कमांड एरिया को छोड़कर गुरुवार को 1800 मेगावाट के करीब बिजली की मांग थी. जबकि 1700 मेगावाट की आपूर्ति की जा रही थी. बताया गया कि देर रात में फुल लोड बिजली उपलब्ध हो जाएगा.