Ranchi : रांची विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ मास कम्यूनिकेशन में शुक्रवार को राज्यपाल के शैक्षणिक सलाहकार द्वारा कार्यशाला का आयोजन किया गया. इसका विषय था- डॉक्यूमेंटेशन एंड कम्यूनिकेशन. कार्यशाला में रांची विश्वविद्यालय के अधिकारी, संकायाध्यक्ष, विभागाध्यक्ष और प्राध्यापक शामिल हुए. सामाजिक विज्ञान की संकायाध्यक्ष डॉ. मधुमिता दासगुप्ता ने कहा कि शोध के बिना डॉक्यूमेंटेशन एंड कम्यूनिकेशन संभव नहीं है. मानविकी संकायाध्यक्ष डॉ. अर्चना दुबे ने कहा कि भाषा के क्षेत्र में किसी एक पुस्तक पर निर्भर रहना शोध के लिए खतरनाक होता है. विज्ञान के संकायाध्यक्ष डॉ. कुनुल कान्दिर ने कहा कि आज के दौर में पौधों और वातावरण से जुड़े तत्वों का डॉक्यूमेंटेशन एंड कम्यूनिकेशन जरूरी है. डॉ. राजकुमार शर्मा ने कहा कि मानविकी संकाय में शोध हेतु तीन चीजों की आवश्यकता पड़ती है, वो है विवरण, व्याख्या और विश्लेषण. कार्यशाला में उप कुलसचिव डॉ. प्रीतम कुमार, डिप्टी डायरेक्टर डॉ. स्मृति सिंह, मास कम्युनिकेशन के निदेशक प्रो बीपी सिन्हा, परीक्षा नियंत्रक डॉ आशीष झा, प्रोक्टर डॉ बीआर झा, वाणिज्य संकाय अध्यक्ष डॉ एके चट्टोराज और अंग्रेजी के विभागाध्यक्ष डॉ. विष्णु चरण महतो शामिल रहे.
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