-राजधनवार में मूलवासी-सदान मोर्चा का सदानी झंडा लगाओ कार्यक्रम आयोजित
Ranchi/Rajdhanwar: मूलवासी सदान मोर्चा के केंद्रीय अध्यक्ष एवं राज्य पिछड़ा आयोग के पूर्व सदस्य राजेंद्र प्रसाद ने कहा कि झारखंड गठन के बाद से ही यहां पर मूलवासी सदानों के साथ ना इंसाफ होते आ रहा है. झारखंड गठन में सदानों की अहम भूमिका रही. इसके बाद भी राज्य गठन के बाद इनकी उपेक्षा हो रही है. झारखंड में बाहरी लोगों को लोकसभा ओर विधानसभा का कैंडिडेट बनाया जाता है. अगर सदान झारखंड में कैंडिडेट नहीं बनेंगे तो क्या इन्हें दिल्ली, बिहार, यूपी और महाराष्ट्र में बनाया जाएगा. यह बातें प्रसाद ने राजधनवार में मोर्चा द्वारा घर-घर सदानी झंडा लगाओ कार्यक्रम के दौरान कही.
उन्होंने कहा राजनेताओं को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि राज्य में बनने वाली सरकारों ने मूलवासी सदानों की अधिकार को छीनने का काम किया और अब हमारी पहचान को मिटाने का साजिश हो रही है. सदान झारखंड की सबसे पुराना वाशिंदे हैं. इस बात की पुष्टि इतिहासकारों और लेखकों ने भी की है. उन्होंने कहा हम जरूर मूलवासी हैं लेकिन प्राचीन काल से सदान शब्द से हमारी पहचान है. उन्होंने कहा कि सदानी झंडा हमारे पहचान और आस्था का प्रतीक है इस झंडे को हर घर और प्रतिष्ठानों में लगाने का आह्वान किया. उन्होंने कहा कि राज्य में बनने वाली सरकारों का 1 सूत्री कार्यक्रम होता है कि मूलवासी सदानों को उनके अधिकारों से कैसे वंचित किया जाए. प्रसाद ने कहा अब ऐसा नहीं होगा यह सदानी झंडा चेतना का संचार करेगा.
सदानों के बिना झारखंड का अस्तित्व ही नहीं है. सदानों की बलिदान से राज्य मिला है. उन्होंने कहा कि पिछड़ी जातियो और सदान से आने वाले स्वर्णों की जातिए सर्वेक्षण और जनगणना कराने की मांग सरकार से की . उन्होंने कहा कि झारखंड में विधानसभा सभा की सीटों को 160 और लोकसभा की सीटों को 28 करने की मांग केन्द्र सरकार से की. जिससे सदानों को भी विधानसभा और लोकसभा में प्रतिनिधित्व करने का मौका मिल सके. उन्होंने कहा कि मूलवासी सदानों की आबादी 65 प्रतिशत है. उन्होंने कहा कि राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग ने पिछड़ी जाति को 36 से पच्चास प्रतिशत तक आरक्षण देने की अनुशंसा की है सरकार पहल करे. प्रसाद ने कहा कि मूलवासी सदान समुदाय से आने वाले सवर्णों को 10 प्रतिशत मिलने वाले आरक्षण का लाभ झारखंड के सदान स्वर्ण को मिले. कार्यक्रम में दिनेश संथालीया, प्रकाश गुप्ता, भीम साव, सतार मियां, बालेश्वर राम, राजेन्द्र मोदी, रोहित दास, दयानंद कुमार,राम रतन साहू, सुरेश साहू, अनिल कुमार, अमित कुमार, मुकेश कुमार, सूरज कुमार ,प्रेम कुमार ,अनमोल कुमार, मनोज कुमार ,गोपाल साव ,राजेश कुमार, विजय गुप्ता, सीता राम, गौतम कुमार सहित कई उपस्थित थे.
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