कहां गए 88 हजार करोड़ रुपये?, झारखंड में विधि-व्यवस्था हो रही तार-तार, आश्वासन के बाद पारा शिक्षकों का आंदोलन स्थगित, बेरोजगार करें स्वरोजगार समेत कई अहम खबरें पढ़ें अपने प्रिय अखबार शुभम संदेश में – Lok Shakti

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कहां गए 88 हजार करोड़ रुपये?, झारखंड में विधि-व्यवस्था हो रही तार-तार, आश्वासन के बाद पारा शिक्षकों का आंदोलन स्थगित, बेरोजगार करें स्वरोजगार समेत कई अहम खबरें पढ़ें अपने प्रिय अखबार शुभम संदेश में

Ranchi : केंद्र सरकार की नासिक स्थित करंसी नोट प्रेस में छापे गए 500 रुपये के करीब 176 करोड़ नोट भारतीय रिजर्व बैंक पहुंचने से पहले ही गायब हो गए. इसका खुलासा सामाजिक कार्यकर्ता मनोरंजन रॉय को सूचना का अधिकार अधिनियम के तहत आरबीआई से प्राप्त जानकारी में हुआ है. मामला वर्ष 2015-16 का है. इन नोटों की वैल्यू लगभग 88 हजार करोड़ रुपये बनती है.

हाल के कुछ वर्षों में कम संवेदनशील या छोटे पर्व-त्योहारों में भी बवाल हो रहा है. कुछ शरारती तत्व लोगों की धार्मिक भावनाएं भड़का कर सरस्वती पूजा, गणेश पूजा, ईद मिलादुन्नबी जैसे त्योहारों में विधि-व्यवस्था की समस्या खड़ी कर रहे हैं. सांप्रदायिक रूप से झारखंड के जो क्षेत्र संवेदनशील नहीं थे, अब उन क्षेत्रों (संथाल परगना के पाकुड़, दुमका, गोड्डा, साहिबगंज और उत्तरी छोटानागपुर के कोडरमा) में भी किसी भी समाज के छोटे-छोटे त्योहार या आयोजन में किसी न किसी बहाने अशांति का माहौल बना दिया जा रहा है.

वेतनमान की मांग को लेकर झारखंड के सहायक अध्यापक (पारा शिक्षक) शनिवार को मुख्यमंत्री आवास का घेराव करने पहुंचे. पुलिस और प्रशासन ने उन्हें मोरहाबादी टीओपी के पास रोक दिया. इसके बाद उन्हें मांगें पूरी करने का आश्वासन दिया गया. आश्वासन के बाद पारा शिक्षकों ने आंदोलन स्थगित कर दिया.

अगर आप बेरोजगार हैं, स्वरोजगार करना चाहते हैं लेकिन आपके पास पैसे नहीं हैं तो घबराएं नहीं. मुख्यमंत्री रोजगार सृजन योजना के तहत झारखंड सरकार आपके इस संकट को दूर करेगी. पिछले दो वित्तीय वर्षों में सरकार ने उक्त योजना के तहत 6272 युवाओं को 104.97 करोड़ रुपये का कर्ज दिया है. यह योजना न सिर्फ युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने में अहम भूमिका निभा रही है, बल्कि रोजगार के लिए दूसरे प्रदेशों में होने वाले पलायन को भी रोकने में सफल साबित हो रही है.