अंडमान में रह रहे झारखंड के आदिवासी मुख्यमंत्री – Lok Shakti

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अंडमान में रह रहे झारखंड के आदिवासी मुख्यमंत्री

Ranchi : मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के अंडमान निकोबार प्रवास के दौरान उनसे वहां रह रहे झारखंड के आदिवासियों- मूलवासियों का एक प्रतिनिधिमंडल मिला. उनके साथ अंडमान निकोबार द्वीप समूह में रोजगार और अन्य विषयों से संबंधित अनुभवों को साझा किया. इस मुलाकात के दौरान प्रतिनिधिमंडल अपनी कुछ मांगों से मुख्यमंत्री को अवगत कराया. प्रतिनिधिमंडल ने कोरोना काल में लॉकडाउन के दौरान अंडमान- निकोबार में फंसे झारखंड के 180 प्रवासी श्रमिकों को एयर लिफ्ट करा कर उनके सकुशल घर वापसी कराने के लिए मुख्यमंत्री का आभार भी जताया. मुख्यमंत्री से मुलाकात करने वालों में रांची एसोसिएशन, पोर्ट ब्लेयर के प्रतिनिधिमंडल में अध्यक्ष फेयानुस टोप्पो, उपाध्यक्ष सुमन लकड़ा, महासचिव एड. प्रकाश मिंज, सचिव सेबेस्टियन तिर्की, फूल कुमार, संयुक्त सचिव सुनील मिंज, अनिल टोप्पो एवं अन्य मौजूद थे.

सीएम ने दी कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी

मुख्यमंत्री ने प्रतिनिधिमंडल को बताया कि प्रवासी श्रमिकों के हित में राज्य सरकार द्वारा कई कल्याणकारी योजनाएं चलाई जा रही हैं. इस सिलसिले में प्रवासी मजदूरों के लिए मुख्यमंत्री झारखंड प्रवासी श्रमिक दुर्घटना कोष बनाया गया है. साथ ही यह भी बताया कि यहां से जो भी श्रमिक/ व्यक्ति काम करने दूसरे देशों में जाते हैं, उनके लिए भी मुख्यमंत्री अंतरराष्ट्रीय प्रवासी श्रमिक अनुदान योजना चला रही है . झारखंड से बाहर प्रवास करने वाले लोगों की मदद के लिए भी राज्य सरकार द्वारा सेफ एंड रिस्पांसिबल माइग्रेशन इनीशिएटिव की शुरुआत की गयी है. इसके तहत प्रवासी श्रमिकों के व्यवस्थित पंजीकरण को सक्षम करने, डेटाबेस की निगरानी और विश्लेषण की भी व्यवस्था की गई है. मुख्यमंत्री ने बताया कि श्रम रोजगार प्रशिक्षण एवं कौशल विकास विभाग द्वारा राज्य प्रवासी मजदूर नियंत्रण कक्ष की शुरुआत की गई है. यह कंट्रोल रूम प्रवासी मजदूरों के लिए 24 घंटे 7 दिन हेल्पलाइन की तरह काम कर रहा है.

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