निशिकांत के ट्वीट से बन्ना की फजीहत, गर्मी में नहीं कटेगी बिजली, पहले परिवार बंटा, अब श्रमिक संगठन, 14.58 अरब की योजना का काम अधूरा समेत कई अहम खबरें पढ़ें अपने प्रिय अखबार शुभम संदेश में – Lok Shakti
November 1, 2024

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निशिकांत के ट्वीट से बन्ना की फजीहत, गर्मी में नहीं कटेगी बिजली, पहले परिवार बंटा, अब श्रमिक संगठन, 14.58 अरब की योजना का काम अधूरा समेत कई अहम खबरें पढ़ें अपने प्रिय अखबार शुभम संदेश में

Ranchi : गोड्डा के भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने ट्वीट किया है, जिससे राज्य के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता की फजीहत हो रही है. सांसद ने ट्वीट कर कहा है कि यह है इंडियन नेशनल कांग्रेस का चरित्र. झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता जी का यह तथाकथित माजरा है. इसपर बन्ना गुप्ता ने सफाई दी है. स्वास्थ्य मंत्री ने कहा है कि वीडियो फर्जी है. मुझे इसके अतिरिक्त कोई भी जानकारी नहीं है. वीडियो वायरल होने की सूचना पर मैंने थाने में शिकायत की है.

इस बार गर्मी में प्रदेशवासियों को अब और बिजली संकट नहीं झेलना होगा. सितंबर तक बिजली की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए जेबीवीएनएल ने नई योजना पर काम तेज कर दिया है. इसके तहत जेबीवीएनएल सेंट्रल एक्सचेंज की तीन कंपनियों के साथ पावर परचेज एक्सचेंज (पीपीए) करेगा. सीएमडी अविनाश कुमार और डायरेक्टर कॉमर्शियल मनीष कुमार, निदेशक वितरण और प्रोजेक्ट केके वर्मा के निर्देश के बाद जीएम ऋषिनंदन इस प्रस्ताव को अंतिम रूप देने में जुटे हैं.

मजदूरों के मसीहा के तौर पर विख्यात स्व. सूर्यदेव सिंह के परिवार में घरेलू विवाद बढ़ता जा रहा है. पहले सिंह मेंशन परिवार बंटा और अब जनता मजदूर संघ का बंटवारा हो गया. मजदूरों के हक की लड़ाई लड़ने के लिए सूर्यदेव सिंह ने 1977 में जनता मजदूर संघ का गठन किया था. उनके बेटे संजीव सिंह के जेल जाने के बाद उनके छोटे बेटे सिद्धार्थ गौतम यूनियन का दायित्व संभाल रहे थे. उन्हें यूनियन का महमंत्री बनाया गया था. अब सिद्धार्थ ने नया संगठन जनता श्रमिक संघ बना लिया है.

7 प्रखंड, 14.58 अरब की योजनाएं और 6 वर्षों का इंतजार. राष्ट्रीय जल जीवन मिशन और डीएमएफटी फंड से शुरू की गई मेगा जलापूर्ति योजना की यही हकीकत है. 6 वर्षों में आधी योजनाएं भी धरातल पर नहीं उतर सकी हैं. इनके लिए और कितना इंतजार करना होगा, यह फिलहाल तय नहीं है. मौजूदा समय तक सिर्फ 33 फीसदी आबादी को ही कवर किया जा सका है. रफ्तार यही रही तो अगले 6 वर्षों में भी मेगा जलापूर्ति योजना पूरी नहीं हो पाएगी.

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