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सिम्स में कोरोना की जांच का ट्रायल आज, जुलाई में शुरू हो जाएगी लैब

कोरोना काल में लंबे इंतजार के बाद आखिरकार सिम्स में कोविड-19 के सैंपल की जांच होने की उम्मीदें जाग गई हैं। लोगों के लिए राहत की बात यह है कि अब हमारे शहर में ही कोरोना की जांच हो पाएगी। काफी जद्दोजहद के बाद लैब शुरू होने की दहलीज पर पहुंच गई है। सिम्स मेडिकल कॉलेज में दो मशीनें टू नेट और आरटी-पीसीआर लगाई जा रही हैं।  ट्रू नेट मशीन  पहले ही मौजूद है, इसे गुरुवार को इंस्टाल किया जाएगा और सैंपल जांच कर ट्रायल करेंगे। सुबह 11 बजे सिम्स के माइक्रोबायोलॉजी विभाग की टीम टू नेट मशीन को इंस्टाल करेगी और कोरोना के कुछ सैंपलों की जांच कर ट्रायल करेगी।

इसकी रिपोर्ट आई-एलआर रायपुर के बाद पुणे एम-सीआर भेजी जाएगी। रिजल्ट सही साबित होने के बाद सिम्स को आईडी पासवर्ड के साथ कोरोना सैंपल जांचने की मान्यता मिलेगी। जिसके बाद 2 घंटे में ही कोरोना सैंपल की रिपोर्ट मिलना शुरू हो जाएगी। सिम्स के डीन डॉ. पीके पात्रा का कहना है कि मेडिकल कॉलेज में कोरोना जांच के लिए लैब सैटअप तैयार हो चुका है। जुलाई के पहले सप्ताह में सैंपलों की जांच सिम्स में शुरू हो जाएगी। इससे पूरे बिलासपुर संभाग को राहत मिलेगी और जांच के लिए सैंपल रायपुर नहीं भेजने पड़ंेेगे। गुरुवार को  ट्रू नेट मशीन  में सैंपल जांच का ट्रायल होगा।

दिन भर में 22 सैंपलों की जांच होगी 
सिम्स में लैब अभी अधूरी है। स्वास्थ्य विभाग ने ट्रू नेट मशीन उपलब्ध कराई है। इस मशीन से 24 घंटे में 22 सैंपल जांचने की बात सिम्स के अफसर कह रहे हैं। इसके अलावा सिम्स में पीसीआर की लैब का काम चल रहा है। जो जुलाई के पहले सप्ताह तक शुरू होने की संभावना है। लैब में सैंपल खराब न हो इसलिए टेम्प्रेचर मेंटेन करने के लिए एक कोल्ड मशीन भी लगाई जा रही है। 

एक मशीन में दो सैंपल जांचे जाएंगे 
माईक्रोबायोलॉजी विभाग की एचओडी डॉ. सगरिका प्रधान ने बताया कि रायपुर के लालपुर स्थित आईसीएमआर से कुछ पॉजिटिव और कुछ निगेटिव सैंपल सिम्स आएंगे। टेक्नीशियन के द्बारा 11 बजे टू नेट मशीन में बैच वाइस इन सैंपलों को रन किया जाएगा। एक मशीन में 2 सैंपल की जांच होगी। इससे पहले 1 घंटे प्रोसेसिंग और बॉक्स खोल कर उसको मशीन में लगाने तक की प्रक्रिया होगी। एक सैंपल की रिपोर्ट आने में 2 घंटे लगेंगे। फिर इसे रिपोर्ट रायपुर भेजेंगे। वहां से पुणे जाएगी। पुणे आईसीएमआर से सिम्स को कोरोना सैंपल जांच करने के लिए आईडी प्राप्त होगी और कोरोना सैंपल जांचने की मान्यता मिल जाएगी।

स्वास्थ्य विभाग ने 5०० वी-टीएम सिम्स भेजे
सीएमएचओ डॉ. प्रमोद महाजन ने बताया कि मशीन इंस्टाल हो गई है। मंगलवार को ही विभाग द्बारा सिम्स में कोरोना जांच करने के लिए उपयोग में आने वाले 500 वी-टीएम भेज दिए हैं। सिम्स के विशेषज्ञों ने बताया कि मेडिकल कॉलेज में भी जांच के लिए वी-टीएम और एटीएम पर्याप्त हैं। जांच में समस्या नहीं होगी 

जानिए ट्रू नेट मशीन के बारे में
ट्रू नेट मशीन मूलता टीबी की जांच करने के काम आती है। इस मशीन के सॉफ्टवेयर में कुछ मामूली बदलाव से यह मशीन कोरोना संक्रमण की जांच भी कर सकती है। इससे जिले में ही सैंपल जांच का काम हो सकेगा, जिससे रिजल्ट भी जल्दी मिलेगा। सिम्स के अधिकारियों के अनुसार इस मशीन से तकरीबन 2 घंटे में ही कोरोना सेंपल का रिजल्ट प्राप्त हो जाएगा। 


आरटी पीसीआर मशीन को जानिए: आरटी पीसीआर मशीन में कोरोना संदिग्ध मरीजों का सबसे पहले पॉलीमर चेन रिएक्शन टेस्ट पीसीआर कराया जाता है। यह ऐसी तकनीक है जो डीएनए के एक खंड की प्रतियां बनाता है। पॉलीमर उन एंजाइम को दर्शाता है जो डीएनए की प्रतियां बनाते हैं। एक से दो और दो से चार में कॉपी किया जाता है। पहला चरण मानव कोरोना वायरस के सामान्य आनुवंशिक तत्वों का पता लगाने के लिए बनाया जाता है। दूसरा चरण केवल कोरोना वायरस में मौजूद विशिष्ट जीन के परीक्षण के लिए डिजाइन किया गया है। इस मशीन से सैंपल लेने के बाद 6 से 8 घंटे में रिपोर्ट मिलती है।