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Ranchi: एचबीजेड आरोग्यम सुपर स्पेशिलयलिटी अस्पताल हजारीबाग से आयुष्मान योजना का लाभ नहीं मिलने के बाद शिकायकर्ता पर बातचीत के लिए दबाव बनाया जाने लगा है. यह जानकारी खुद पीड़ित व्यक्ति विष्णुगढ़ के बैजनाथ प्रसाद महतो ने रविवार को ‘शुभम संदेश’ को दी. उन्होंने बताया कि पिछले माह आयुष्मान योजना हजारीबाग के को-ऑर्डिनेटर ने उन्हें पिछले दिनों रांची बुलाया था. सीएम हाउस अथवा अन्य किसी स्थान पर बैठकर बातचीत करने की बात कही थी. साथ में तीन-चार लोगों को साथ लाने की बात भी कही थी. फिर दो-तीन दिन पहले उन्होंने कहा कि सिविल सर्जन कार्यालय हजारीबाग में बैठकर बात करते हैं. यह उनके पास अंतिम मौका है. मंगलवार को यहां आएं, अन्यथा मामले का पटाक्षेप हो जाएगा. बैजनाथ ने स्पष्ट कहा कि मामले में समझौते की बात कही जा रही है. यह पूछे जाने पर कि क्या वह कंप्रोमाइज करेंगे, तो उन्होंने कहा कि पहले बात तो सुनें कि आखिर को-ऑर्डिनेटर कहना क्या चाहते हैं ? उसके बाद मामले को देखेंगे.
बता दें कि इस मामले में सिविल सर्जन को सरकार के स्तर से जांच का आदेश दिया गया था. इसके लिए जांच टीम भी गठित है. स्वास्थ्य विभाग ने पूरे प्रकरण पर संज्ञान लेते हुए हजारीबाग के सिविल सर्जन डॉक्टर सरयू प्रसाद सिंह ने जांच टीम में दो डॉक्टरों और दो आयुष्मान भारत के कर्मियों को रखा है. साथ ही सिविल सर्जन ने आदेश दिया था कि दो दिनों के अंदर जांच कर पूरी रिपोर्ट कार्यालय में प्रस्तुत करें.
जांच कमेटी के कहने पर पीड़ित को बुलाया : को-ऑर्डिनेटर
हजारीबाग आयुष्मान योजना के को-ऑर्डिनेटर नीलू प्रसाद ने पूछे जाने पर कहा कि जांच कमेटी के कहने पर बैजनाथ प्रसाद महतो को बुलाया था. चूंकि आयुष्मान से संबंधित मामला है, इसलिए उन्हें बुलाया. उन्होंने यह भी कहा कि वह हजारीबाग में रहते हैं, तो किसी को रांची क्यों बुलाएंगे. यह पूछे जाने पर कि अगर किसी को बुलाना है, तो विधिवत पत्र देकर क्यों नहीं बुलाते, तो उन्होंने कहा कि क्या फोन पर नहीं बुलाया जा सकता है. उनसे जब यह पूछा गया कि क्या आप जांच कमेटी में हैं, तो उन्होंने कहा कि यह देखना होगा.
किसी को बुलाने के लिए नहीं कहा : सिविल सर्जन
बैजनाथ प्रसाद महतो से जुड़े आयुष्मान योजना के मामले में जांच टीम के मुखिया सिविल सर्जन डॉ सरयू प्रसाद सिंह ने कहा कि उन्होंने किसी को बुलाने के लिए नहीं कहा. उनका काम मामले की जांच कर रिपोर्ट सौंपना है. इससे ज्यादा वह कुछ नहीं जानते.
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कौन कह रहा सच, कौन झूठ, जांच का है विषय
एक तरफ पीड़ित पक्ष बैजनाथ प्रसाद महतो कह रहे कि उन्हें कई बार आयुष्मान योजना के को-ऑर्डिनेटर ने फोन कर कभी रांची, तो कभी हजारीबाग सिविल सर्जन कार्यालय में बातचीत के लिए बुलाया है. इधर आयुष्मान योजना के को-ऑर्डिनेटर नीलू प्रसाद का कहना है कि जांच कमेटी के कहने पर उन्होंने बैजनाथ प्रसाद महतो को बुलाया. वहीं सिविल सर्जन का कहना है कि उन्होंने किसी को बुलाने की बात नहीं कही है. अब इनमें कौन सच बोल रहा है और कौन झूठ, यह जांच का विषय है. बहरहाल सवाल यह भी उठ रहा है कि आखिर बिना विभागीय पत्राचार के आधिकारिक जांच के मामले में किसी को कोई फोन कर कैसे बुला सकता है.
आरोग्यम स्कैम पर बोले सांसद जयंत सिन्हा
जिला परिषद का मामला काफी गंभीर, होनी चाहिए जांच, जनता की संपत्ति और संवेदना का साथ खिलवाड़
हजारीबाग के सांसद जयंत सिन्हा ने आरोग्यम स्कैम पर कहा कि जिला परिषद से जुड़ा यह मामला काफी गंभीर है. पूरे प्रकरण की जांच होनी चाहिए. यह जनता की संपत्ति और संवेदना के साथ खिलवाड़ है. वे प्रशासन से आग्रह करेंगे कि इस मामले की निष्पक्ष तरीके से जांच और दोषियों पर कार्रवाई है. यह जनता की संपत्ति है और उसकी सुरक्षा के लिए सभी को आवाज उठाने की जरूरत है.
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