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ट्रिब्यून समाचार सेवा
रवनीत सिंह
पटियाला, 21 फरवरी
पंजाब के बजट से पहले, पंजाबी विश्वविद्यालय, पटियाला के छात्रों ने आज विश्वविद्यालय के प्रवेश द्वार बंद कर दिए और नकदी संकट से जूझ रहे संस्थान के लिए अनुदान की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। विश्वविद्यालय, जिसने वर्षों से अपने वित्तीय संकट को बदतर होते देखा है, को सरकार द्वारा अपने वित्तीय बोझ को दूर करने के लिए बार-बार आश्वासन दिया गया, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ।
छात्रों ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस (21 फरवरी) को दुनिया भर में केवल दो विश्वविद्यालयों में से एक की निराशाजनक वित्तीय स्थिति को प्रकाश में लाने के लिए विरोध प्रदर्शन किया गया था।
ऑल इंडिया स्टूडेंट्स फेडरेशन (AISF), पंजाब स्टूडेंट्स यूनियन (PSU), स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (SFI), पंजाब स्टूडेंट्स यूनियन लालकर, और पंजाब रेडिकल स्टूडेंट्स यूनियन (PRSU) सहित संगठनों से जुड़े छात्रों ने कैंपस एंट्री बंद कर दी गेट पर सुबह 8 बजे से दोपहर 12 बजे तक धरना दिया। छात्रों के विरोध में बाहर भारी भीड़ देखी गई, जबकि संकाय सदस्य और गैर-शिक्षण अधिकारी कर्तव्यों में शामिल होने के लिए परिसर में पहुंचे, लेकिन परिसर में प्रवेश करने में विफल रहे।
ऐसे में पूरे दिन क्लास नहीं हुई।
छात्रों ने विश्वविद्यालय के 150 करोड़ रुपये के बैंक ऋण को माफ करने, इसके मासिक अनुदान में वृद्धि, इसके घटक कॉलेजों में शिक्षकों और अन्य कर्मचारियों की भर्ती, नए छात्रावासों के निर्माण, पुस्तकालय के बजट में वृद्धि और घटक कॉलेजों के लिए अलग से बजट का प्रावधान करने की मांग की।
पीआरएसयू के एक प्रतिनिधि रशपिंदर सिंह ने कहा, “राज्य सरकार दावा कर रही है कि वह पंजाबी भाषा के प्रसार के लिए प्रयास कर रही है, लेकिन बार-बार आश्वासन देने के बावजूद विश्वविद्यालय के वित्तीय बोझ को बढ़ाने में विफल रही है।”
महत्वपूर्ण रूप से, राज्य सरकार को फरवरी के अंतिम सप्ताह में राज्य का बजट सत्र आयोजित करना है। छात्र नेताओं ने कहा कि राज्य सरकार को अपने पिछले आश्वासनों के अनुसार विश्वविद्यालय के लिए अनुदान प्रदान करना चाहिए।
एक प्रोफेसर, पंकज महेंद्रू ने कहा, “सरकार को एक साल पूरा हो गया है, लेकिन अभी तक विश्वविद्यालय को अपनी वित्तीय गड़बड़ी से उबारना बाकी है। छात्र विश्वविद्यालय के भविष्य को लेकर चिंतित हैं।
राजकोषीय स्थिति:
विश्वविद्यालय के 2022-23 के बजट अनुमान के अनुसार, पंजाबी विश्वविद्यालय के 206 करोड़ रुपये के घाटे में रहने की उम्मीद है। राज्य सरकार ने 2022 में गैर-शिक्षण और शिक्षण कर्मचारियों के लिए नए वेतनमान लागू किए थे, जिसने विश्वविद्यालय के खर्च को सालाना 100 करोड़ रुपये तक बढ़ा दिया है। विश्वविद्यालय सरकार से प्रतिवर्ष 100 करोड़ रुपये के अनुदान में वृद्धि का इंतजार कर रहा है, लेकिन मुख्यमंत्री के दो दौरों के दौरान केवल मौखिक आश्वासन मिला है।
#पंजाबी यूनिवर्सिटी पटियाला
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