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मुरादाबाद की हवाई पट्टी को लेकर मचा है घमासान, अखिलेश के आरोप में कितनी है सच्चाई?

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बुलंदशहर: उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मुरादाबाद हवाई पट्‌टी को लेकर बड़ा हमला बोला है। दरअसल, अखिलेश यादव ने एक कार्यक्रम में जाने के लिए मुरादाबाद हवाई पट्‌टी पर अपने निजी विमान को उतारने के लिए अनुमति मांगी थी। प्रशासन ने मुरादाबाद हवाई पट्‌टी पर काम चलने के कारण उनके विमान को उतारने की अनुमति नहीं दी थी। अब इस मामले में सपा अध्यक्ष ने प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार के खिलाफ करारा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि हमने हवाई पट्‌टी बनवाई। योगी जी, हमको ही उस पर उतरने नहीं दे रहे। मुरादाबाद हवाई पट्‌टी पर विमान उरतने नहीं दिए जाने के मामले पर पिछले दिनों विवाद गहराया है। इस मामले में मुरादाबाद डीएम का भी बयान सामने आया था। उन्होंने कहा कि हवाई पट्‌टी पर निर्माण कार्य चल रहा है। इस कारण अखिलेश यादव के विमान को उतरने की अनुमति नहीं दी गई। इस मामले पर राजनीति गहराती जा रही है।

दरअसल, मुरादाबाद एयरपोर्ट के निर्माण की योजना 2014 में तैयार की गई। उस समय अखिलेश यादव की सरकार थी। राज्य सरकार ने एयरपोर्ट अथारिटी आफ इंडिया के साथ करार किया। हवाई पट्टी को मिनी एयरपोर्ट के रूप में विकसित करने का निर्णय लिया गया। अभी तक एयरपोर्ट के निर्माण में करीब 21 करोड़ रुपए खर्च हुए हैं। कागजी कार्रवाई पूरी नहीं होने के कारण हवाई उड़ान सेवा शुरू नहीं हो पाई है। मूंढापांड़े हवाई पट्टी को एयरपोर्ट के रूप में विकसित करने के लिए 52 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण किया गया था। वर्ष 2017 में एयरपोर्ट निर्माण के लिए सात करोड़ रुपये का बजट पास किया गया। प्रशासन का दावा है कि एयरपोर्ट पर अगले माह के अंत तक उड़ान शुरू होगी।एयरपोर्ट पर गरमाई राजनीति
मुरादाबाद एयरपोर्ट पर हवाई जहाज को उतरने नहीं दिए जाने के मामले में अब राजनीति गरमा गई है। अखिलेश यादव सरकार पर हमलावर हैं। सीधे सीएम योगी आदित्यनाथ पर निशाना साध रहे हैं। उन्होंने कहा है कि हमारी सरकार में बनी हवाई पट्‌टी पर हमें ही नहीं उतरने दिया गया। मुरादाबाद में उनके विमान को उतरने नहीं दिए जाने के बाद विवाद गहरा गया था। अखिलेश यादव अपने चार्टर प्लेन से एक वैवाहिक कार्यक्रम में जाने वाले थे। इस मामले को लेकर पार्टी की ओर से भी योगी सरकार पर निशाना साधा गया था।सरकार पर साधा निशाना
अखिलेश यादव ने बुलंदशहर में योगी सरकार पर जोरदार निशाना साधा। उन्होंने कहा कि बजट आया है। इसमें दो करोड़ रुपए यूपी को मिलने वाले हैं। इसका प्रचार किया जाएगा। दावा कर रहे हैं कि 20 लाख करोड़ का इन्वेस्टमेंट इन्वेस्टर्स समिट में ला रहे हैं। पहले भी भाजपा सरकार ने डिफेंस एक्सपो के नाम पर बुंदेलखंड में मिसाइल और बम बनाने की बात कही थी। आज तक यह धरातल पर नहीं उतरा। भाजपा को यह बताना चाहिए कि कितने लोगों को रोजगार दिया?

सरकार पर हमलावर अखिलेश ने कहा कि देश में महंगाई चरम पर है। अमूल ने दूध के उत्पादों की कीमतें बढ़ाईं, लेकिन किसानों को इसका लाभ नहीं मिल रहा। कंपनियों को फायदा पहुंचाया जा रहा है।

अडानी मामले पर बोला हमला
अखिलेश यादव ने अडानी मामले पर भाजपा सरकार पर करारा हमला बोला। उन्होंने कहा कि व्यवसायी और सरकार एक हो जाए तो नुकसान जनता का ही होता है। दुनिया की रईसों की सूची में आने के बाद बाहर हो जाएं तो भी नुकसान होता है। उन्होंने कहा कि पहले बिजली विभाग के कर्मचारियों को बीएचईएल में निवेशक बनाया गया। धन लगाया गया। सरकार को सफलता नहीं मिली तो फैसला लेने वाले अधिकारियों को मुकदमा दर्ज कर जेल भेजा गया। सरकार बताए एलआईसी और एसबीआई का पैसा अडानी की जिन कंपनियों में लगा है, उस पर फैसला लेने वालों के खिलाफ अभी तक कार्यवाही क्यों नहीं की गई है?भाजपा का कभी नहीं आएगा 2022
अखिलेश यादव ने तंज कसते हुए कहा कि भाजपा का 2022 कभी नहीं आने वाला है। उन्होंने वर्ष 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने का वादा किया था। गन्ना किसानों का भुगतान तक नहीं हो रहा है। उन्होंने कहा कि देश में भाजपा के खिलाफ सशक्त मोर्चा बनाने की कोशिश हो रही है। एनसीपी प्रमुख शरद पवार, तेलंगाना सीएम के चंद्रशेखर राव और टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी फ्रंट बनाने में माहिर हैं। बिहार के सीएम नीतीश कुमार भी प्रयास कर रहे हैं। मोहन भागवत के बयान पर उन्होंने कहा कि उनसे बड़ा कोई जानकार नहीं है। भाजपा के लोग रिलीजियस साइंटिस्ट हैं। ये लोग मूर्तियों को भी दूध दिलवा देते हैं। यह सब साजिश के तहत हो रहा है।

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