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Ghazipur Crime : नहीं पास कर पाया पेपर तो पहन ली पुलिस की वर्दी, 14 साल से फर्जी SI बनकर कर रहा था ठगी

गाजीपुर: उत्तर प्रदेश में गाजीपुरपुलिस ने फर्जी एसआई बनकर केस मैनेज करने के एवज में पैसा ऐंठने वाले एक फर्जी पुलिसकर्मी को गिरफ्तार किया है ।गिरफ्तार किया गया फर्जी पुलिसकर्मी गाजीपुर के मरदह इलाके का रहने वाला बताया जा रहा है। उसके पास से पुलिस को एक अवैध असलहा भी जब्त किया है। यह 2008 से इसी तरीके से नकली पुलिसकर्मियों के वेश धारण कर लोगों को ठगने का काम कर रहा था।

इस पूरे मामले को लेकर पुलिस अधीक्षक ओमवीर सिंह ने बताया कि शुक्रवार को थाना प्रभारी दुल्लहपुर को ग्रामीणों से शिकायत मिली थी कि एक व्यक्ति संदिग्ध अवस्था में पुलिस की वर्दी पहन कर घूम रहा है। वह व्यक्ति लोगों को पुलिस के नाम पर भय दिखाकर पैसे मांग रहा है। एक व्यक्ति से उसने कहा कि उसके खिलाफ किसी महिला ने शिकायत की है।महिला की ओर से दुराचार की शिकायत के मामले में अगर सेटलमेंट करना चाहता है तो इसके लिए रिश्वत दे।

वह (नकली पुलिसकर्मी) अपने को यह भी बता रहा था कि वह दुल्लापुर थाने पर तैनात है। लेकिन, स्थानीय लोगों को इसकी जानकारी थी कि दुल्लहपुर थाने पर कौन-कौन पुलिसकर्मी वर्तमान में तैनात हैं। जब इस पकड़े गए संदिग्ध से कड़ाई से पूछताछ की गई। तो यह बहुत ही शातिर किस्म का अपराधी निकला।

इससे पहले भी यह जनपद के कई थानों में दर्ज मामलों के तहत जेल जा चुका है। सादात,मरदह थानों में इसके खिलाफ फर्जीवाड़े के मुकदमें पहले से दर्ज हैं।इसका असली नाम संजय बताया जा रहा है। वही पुलिस कर्मी के तौर पर यह अपनी पहचान ऋषभ प्रताप सिंह के नाम से पहचान बताता था।

एसपी ओमवीर सिंह के अनुसार इसके मोडस ऑपरेंडी में फर्जी पुलिस की वर्दी पहन कर ट्रेनों में यात्रा करता शामिल था। संजय यात्रा के दौरान लोगों से दोस्ती करता था। उनके घर जाता था और उनसे फर्जी पुलिस बनकर रौब दिखाकर पैसे मांगता था। 2011 में संजय ने सब इंस्पेक्टर की परीक्षा भी दी थी। इससे इसने पुलिस की कार्यशैली और अभिलेखों की भी जानकारी हासिल की।

नकली पुलिस बनकर संजय जनता के बीच पुलिस की छवि खराब कर रहा था। इसे गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है। संजय मूल रूप से मरदह क्षेत्र का रहने वाला है। यह 2008 से इसी तरीके से नकली पुलिसकर्मियों के वेश धारण कर लोगों को ठगने का काम कर रहा था।

रिपोर्ट: अमितेश कुमार सिंह