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Magh Mela 2023 : माघी पूर्णिमा पर पांच लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने पुण्य की त्रिवेणी में लगाई डुबकी

पौष पूर्णिमा पर शुक्रवार को संगम पर पुण्य की डुबकी के साथ संतों-भक्तों के सबसे बड़े समागम के रूप में महीने भर के माघ मेले का शुभारंभ हो गया। आस्था, भक्ति और विश्वास की त्रिवेणी में प्रथम डुबकी लगा कर जीवन धन्य बनाने के लिए हर कोई आतुर था। कोहरे की घनी चादर में हाड़ कंपा देने वाली ठंड भी आस्था के कदमों को नहीं डिगा सकी। कोई लेटते हुए संगम पर स्नान के लिए पहुंचा, तो कोई बैंडबाजे के साथ नाचते-कीर्तन करते हुए। इसी के साथ महीने भर का माघ मेला आरंभ हो गया।

मेला प्रशासन ने शाम तक 5.10 लाख श्रद्धालुओं के संगम में डुबकी लगाने का दावा किया है। भोर में ही सिर पर आस्था की गठरी लिए श्रद्धालु संगम की ओर बढ़ने लगे। 6.04 डिग्री सेल्सियस तक लुढ़के तापमान के बीच हर-हर गंगे के जयकारों के साथ लोग संगम की ओर आगे बढ़ते रहे। एक तरफ स्नान और दूसरी ओर पतित पावनी गंगा के दोनों तटों पर अन्न, वस्त्र का दान कर पुण्य कमाने के जतन किए जाते रहे। कहीं जयकारे गूंजते रहे तो कहीं दीयों की लौ जलाकर मंगल कामनाएं की जाती रहीं। 

संगम की रेती पर चढ़ी हांडियां,अन्नदान का सजा मेला

पौष पूर्णिमा पर शुक्रवार को संतों-कल्पवासियों के शिविरों में तीन दर्जन से अधिक स्थानों पर अन्नक्षेत्र खुल गए। इसी के साथ जगह-जगह अन्नदान का भी मेला सज गया। खाक चौक, दंडीबाड़ा के अलावा अपर संगम मार्ग पर भोग-प्रसाद के लिए अन्नक्षेत्रों में लंबी कतारें लगी रहीं। 

स्नान पर्व पर एक तरफ डुबकी और दूसरी ओर चाय, नाश्ता और भोजन का दौर दिन भर चला। अपर संगम मार्ग पर स्थित के ओम नम: शिवाय बाबा के शिविर में हजारों की तादाद में भक्तों ने प्रसाद ग्रहण किया। अन्नक्षेत्र के संचालक गुरुदेव की मौजूदगी में एक साथ कई जगह अन्नक्षेत्रों का शुभारंभ हुआ। इन अन्नक्षेत्रों में अफसर, कर्मचारी, व्यापारी भी दोना-पत्तल हटाने से लेकर बर्तन की सफाई तक में जुटे रहे। मेलाधिकारी अरविंद चौहान भी इस अन्नक्षेत्र में पहुंचे। यह अन्नक्षेत्र दिन रात माघी पूर्णिमा तक चलता रहेगा।

 

उधर, महावीर मार्ग पर तपस्वीनगर के गोपाल दास महाराज के शिविर में भी अन्नक्षेत्र खुल गया है। इसमें खीर, पूड़ी-सब्जी परोसी गई। मौनी बाबा के शिविर में भी भक्तों को पूड़ी-सब्जी परोसी गई। उधर, सेक्टर पांच स्थित चरखी दादरी के शिविर में स्वामी ब्रह्माश्रम की ओर से अन्नक्षेत्र चलाया जा रहा है। यहां सेकड़ों की संख्या में दंडी संन्यासियों के साथ ही भक्तों ने प्रसाद ग्रहण किया। इसी तरह अन्य शिविरों में खोले गए अन्नक्षेत्रों में लोग थालियां धुल कर सेवा भाव से जीवन को धन्य बना रहे हैं।  

155 कैमरों से हुई मेला क्षेत्र की निगरानी, एटीएस भी लगी

पौष पूर्णिमा पर शुक्रवार को माघ मेले में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था रही। संगम नोज समेत मेला क्षेत्र के विभिन्न स्थलों पर 155 सीसीटीवी कैमरों से निगरानी की गई। पुलिस व पीएसी के साथ ही एंटी टेररिस्ट स्क्वॉयड भी मेले में तैनात रही। जो संदिग्धों की तलाश में टोह लेती रही। भीड़ प्रबंधन के साथ ही श्रद्धालुओं की सुरक्षा माघ मेले में पुलिस के लिए बड़ा मुद्दा था। अपेक्षा के मुताबिक श्रद्धालुओं की संख्या कम होने पर भीड़ प्रबंधन को लेकर शुक्रवार को चुनौती का सामना नहीं करना पड़ा, लेकिन सुरक्षा के मद्देनजर विशेष चौकसी बरती गई।

 मेला क्षेत्र में अलग-अलग स्थानों पर कुल मिलाकर 155 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इन कैमरों से मिलने वाली लाइव फीड पर इंटीग्रेटेड कमांड एंट कंट्रोल सेंटर (आईट्रिपलसी) के जरिये नजर रखी गई। आईट्रिपलसी में तीन शिफ्टों में पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया था। यह पुलिसकमिर्यों ने लगातार संगम नोज से लेकर मेला क्षेत्र के चप्पे-चप्पे पर नजर रखी। मेले में पीएसी के साथ ही एटीएस के कमांडो भी तैनात रहे। सुबह अन्य अफसरों के साथ पुलिस कमिश्नर रमित शर्मा ने  मेले में पहुंचकर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया।