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पेयजल व्यवस्था एवं सिंचाई विभाग के तहत विभिन्न योजनाओं के तहत कार्यों को स्वीकृत कर उनका संपादन कराया जा रहा है। इससे पेयजल एवंसिंचाई व्यवस्था बेहतर हो रही है। जिला कलेक्टर श्री हिमशिखर गुप्ता ने आज यहां कलेक्टोरेट सभाकक्ष में लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी एवं जल संसाधनविभाग द्वारा संचालित विभिन्न स्वीकृत, प्रगतिरत एवं पूर्ण कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने स्वीकृत कार्यों को प्रारंभ कराने के साथ-साथ प्रगतिरतकार्यों को तेजी से पूरा करने के निर्देश दिए। उन्होंने जिले में पेयजल व्यवस्था एवं हैंडपंपों की स्थिति की विस्तार से जानकारी ली। उन्होंने कहा किहैंडपंप चालू हालत में होना चाहिए। उन्होंने कहा कि विभिन्न पेयजल स्त्रोंतों के स्वच्छता बरकरार रखने के लिए क्लोरिंग का कार्य कराएं। उन्होंनेविभागंतर्गत डीएमएम सहित अन्य मदों से स्वीकृत कार्यों की समीक्षा की।
बैठक में जिला कलेक्टर ने जल संसाधन विभाग के कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि जिले में जहां भी पुराने एनीकट, स्टापडेम या सिंचाई केपुराने अधोसंरचना मरम्मत योग्य है उसके लिए मरम्मत कार्य हेतु अधिकारीगण प्रांकलन तैयार कर ले। उन्होंने जिले के विभिन्न विकासखंडों मेंइस तरह के प्रकरणों को तैयार करने के लिए 15 जुलाई तक समय निर्धारित किया है। इसके अलावा उन्होंने यह भी कहा कि जहां भी नहर लाईनिंगका काम होना हो वहां भी प्रांकलन बनाकर कार्य स्वीकृत कराए जा सकते है। बैठक में भू-अर्जन से प्रकरणों की जानकारी लेकर जिला कलेक्टर नेतत्काल निराकरण के निर्देश दिए है। इस दौरान निर्माणाधीन विभागीय कार्यों, मनरेगा के तहत स्वीकृत एवं पूर्ण कार्य एवं डीएमएम के अंतर्गतस्वीकृत कार्यों की विस्तार से समीक्षा की। इस अवसर पर जल संसाधन विभाग के कार्यपालन अभियंता श्री विष्णु चंद्राकर, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकीविभाग के कार्यपालन अभियंता श्री रमन उराव सहित दोनों विभागों के एसडीओ विशेष रूप से उपस्थित थे।
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