Ranchi : आदिवासियों पर लगातार हमला हो रहा है. इसके खिलाफ राष्ट्रीय आदिवासी विद्रोह अर्थात क्रांति का बिगुल 1 जनवरी को दुमका से फूंका जाएगा. इसकी घोषणा सेंगेल अभियान के अध्यक्ष सालखन मुर्मू ने की. वह शुक्रवार को मोरहाबादी स्थित बापू वाटिका के सामने मीडिया को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि सोरेन परिवार और झामुमो ने आदिवासियों की रक्षा के लिए कुछ नहीं किया है. ईसाई धर्म गुरुओं ने आदिवासियों का धर्म परिवर्तन कराने का काम किया. झामुमो केवल आदिवासियों का उपयोग वोट बैंक के लिए करता रहा है.
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ईसाई धर्म गुरु आदिवासियों को ईसाई बनाने में जुटे हैं
ईसाई धर्म गुरुओं ने आदिवासी समाज की भाषा, संस्कृति, सोच, संस्कार, जीवन मूल्य की जड़ों को काटकर कमजोर करने का काम कर रहे हैं. जितना आदिवासी ईसाई बने हैं, सब धर्म गुरुओं के गुलाम की तरह खड़े हैं. हेमंत सोरेन लूट और झूठ का सम्राट बने हुए हैं. 1932 खतियान का झुनझुना चल रहा है. नियोजन नीति भी खारिज हो गई. आरक्षण नीति का हाल भी वैसा ही है. सोरेन परिवार आदिवासियों की सबसे बड़ी संथाली भाषा को राजकीय भाषा बनाने के खिलाफ है. सरना धर्म कोड के मामले में भी टाल-मटोल किया जा रहा है .राज्य में सीएनटी एक्ट कानून को तोड़ा जा रहा है. इन दोनों के खिलाफ आदिवासी विद्रोह का शंखनाद 1 जनवरी से दुमका से करेंगे.
कुड़मी महतो को आदिवासी बनाने का झांसा है. इसके खिलाफ झामुमो चुप है. चर्च भी कुछ नहीं बोलती है. लोभ लालच का जो षड्यंत्र चल रहा है. सेंगेल अभियान इसके खिलाफ है. 2023 में सरना धर्म कोड लागू करवाने के लिए बहुत बड़ा आंदोलन किया जाएगा. देश के सभी आदिवासियों को जगाने का प्रयास करेंगे. आदिवासी एकता, आदिवासी एजेंडा खड़ा करेंगे. राष्ट्रीय आदिवासी नेतृत्व भी तैयार किया जाएगा. झारखंड को सुधारने का काम करेंगे. सरकार राज्य को चलाने में पूरी तरह से विफल है. सरकार भ्रष्टाचार के दलदल में फंसी हुई है. सालखन मुर्मू ने कहा कि इन्हें तो गद्दी छोड़ देना चाहिए था. राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाना चाहिए था.
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सरकार पर अपराधियों को संरक्षण का आरोप
सालखन मुर्मू ने कहा कि सरकार अपराधियों को बचाने का काम कर रही है. सरकार को निष्पक्ष होकर राज्य हित में संवैधानिक रूप से काम करना चाहिए था. गुजरात, महाराष्ट्र, बंगाल, बिहार, ओड़ीसा के आदिवासी अलग धर्म कोड की लड़ाई लड़ रहे हैं. आंदोलन में छत्तीसगढ, मध्य प्रदेश को भी शामिल करेंगे. मौके पर आदिवासी सेंगेल अभियान के केंद्रीय संयोजक सुमित्रा मुर्मू, चेरवा खलखो, आदिवासी सेंगेल अभियान के यूथ/स्टूडेंट विंग के संयोजक ज्योति मुर्मू उपस्थित थे.
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