Agra Child Kidnapping: वृंदावन के मौसिम उस्मानी ने किया था ढाई साल के बच्चे का अपहरण, बेचने की थी योजना

आगरा के शाहगंज क्षेत्र से दौरेठा नंबर 2 से अगवा ढाई साल के मयंक को पुलिस ने मथुरा के वृंदावन से सकुशल बरामद कर लिया। उसे वृंदावन का रहने वाला मौसिम उस्मानी अगवा कर ले गया था। इसके बाद अपने दोस्त को दे दिया था। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। उसके दो साथियों को भी पकड़ा है। पुलिस का शक है कि आरोपी अगवा करने के बाद बच्चे को बेचने की योजना बना रहे थे। पुलिस अब यह पता लगाने में जुटी है कि आरोपियों के तार किसी बड़े गैंग से जुड़े तो नहीं है। 

बता दें कि आजमपाड़ा के सत्यम नगर निवासी परचून व्यापारी जयप्रकाश अपने परिवार के साथ दौरेठा नंबर 2 में अपनी नानी के घर आए थे। मंगलवार की शाम उनका ढाई साल का बेटा मयंक घर के बाहर खेल रहा था, तभी लापता हो गया था। उसकी तलाश में जुटे परिजनों ने सीसीटीवी कैमरों की फुटेज देखी तो एक संदिग्ध मयंक को ले जाते दिखाई दिया। इसके बाद उन्होंने पुलिस को बच्चे के अपहरण की सूचना दी थी। 

पुलिस ने बताया कि मथुरा के वृंदावन का रहने वाला मौसिम उस्मानी घर के बाहर से बच्चे को उठाकर ले गया था। बच्चे को ले जाते हुए उसका सीसीटीवी फुटेज सामने आया था। वह भोगीपुरा होते हुए आगरा कैंट स्टेशन की तरफ लेकर गया था। इससे पुलिस को सुराग मिल गया। 

 

मौसिम बच्चे को वृंदावन में कांशीराम कॉलोनी में अपने दोस्त जसवंत मिस्त्री के घर पर छोड़ आया था। इसके बाद वापस आ गया था। उसे पता था कि अगर सीसीटीवी में फुटेज आया तो वह पकड़ा जाएगा। किसी को शक नहीं हो, इसलिए जल्दी वापस आ गया था। मगर, पुलिस ने उसे पकड़ लिया । 

पुलिस को काफी देर तक आरोपी गुमराह करता रहा। बाद में सख्ती से पूछने पर उसने सच उगल दिया। पुलिस उसके दोस्त के घर पर पहुंच गई। मथुरा से बालक को बरामद कर दिया गया। बच्चे के सकुशल मिलने से परिवार की खुशी का ठिकाना नहीं रहा। एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने पुलिस टीम को 25 हजार का इनाम दिया है।

पुलिस की पूछताछ में पता चला है कि आरोपी अगवा करने के बाद मयंक को बेचने की योजना बना रहे थे। मगर, इससे पहले ही पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। अब यह पता किया जा रहा है कि दोनों आरोपियों ने पहले कितने बच्चे बेचे हैं। किन को भेजे हैं। वह किसी बड़े गैंग से तो नहीं जुड़े हैं, जो बच्चा चोरी करके बेचते हैं।