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भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू की एक गलती का दंश आज 75 साल के बाद भी देश भुगत रहा है। नेहरू के गलती पीओके के रूप में देश के सामने है, जिसकों आतंकियों का लांचिंग पैड बनाकर पाकिस्तान हमारे देश में उनकी घुसपैठ कराता है। दरअसल, पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) भारत का ही वह हिस्सा है,जो पाकिस्तान के साथ लगता है। 1947 में बंटवारे के बाद पाकिस्तान ने कबीलाई विद्रोहियों की मदद से जम्मू-कश्मीर के इस हिस्से पर कब्जा कर लिया था। तब भारतीय फौज इस हिस्से को वापस लेने के लिए दमदार तरीके से लड़ रही थी। भारतीय सेना के जांबाज अफसर तभी पीओके को अपने कब्जे में ले लेते, मगर उसी समय भारत के तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू कश्मीर के मुद्दे पर संयुक्त राष्ट्र संघ (UN) में चले गए। संयुक्त राष्ट्र ने दखल देकर दोनों देशों के बीच युद्ध विराम करवा दिया और ‘जो जहां था, वहीं काबिज हो गया।’
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