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Editorial :- राहुल गांधी को दिव्य ज्ञान की प्राप्ति इधर शिकंजी डालो उधर कोकाकोला निकालो

कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने सोमवार को तालकटोरा स्टेडियम में ओबीसी सम्मेलन को संबोधित करते हुए  जब शिकंजी के सहारे राहुल ने मोदी सरकार को घेरना चाहा और कहाकाम कोई करता है अर्थात कांग्रेस करती है और फायदा किसी और को अर्थात भाजपा को होता है।
लगता है राहुल ब्रिगेड पाकिस्तान को भूल नहीं पाता। उक्त वक्तव्य राहुल गांधी ने पाकिस्तान की नकल करते हुए लिया है।
पाकिस्तान के योजना और विकास मंत्री अहसान इकबाल ने कुछ दिनों पूर्व कहा था कि भारत ने पाकिस्तान की आर्थिक और सुधार योजनाओं को उधार लिया और उन्हें सफलतापूर्वक कार्यान्वित किया, जबकिहमने राजनीतिक अस्थिरता के कारण बड़े पैमाने पर मौका गंवा दिया. ” इकबाल ने कहा, “90 के दशक के दौरान तत्कालीन भारतीय वित्त मंत्री मनमोहन सिंह ने अपने पाकिस्तानी समकक्ष सरताज अजीज से आर्थिक सुधार रणनीतियों को उधार लिया और उन्हें सफलतापूर्वक भारत में लागू किया. “
राहुल गांधी के गुरू कांग्रेस नेता और एमपी के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कई सोशल मीडिया यूज़र्स ने अपने ट्वीट्स में सबूत के साथ बताया कि दिग्विजय ने जो पुल की तस्वीर लगाई है, वह असल में पाकिस्तान की है।  पाकिस्तानी पत्रकार आदिल रजा ने फरवरी 2016 में ही इस तस्वीर को शेयर किया था।
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी थोड़ेथोड़े समय पर अपनेदिव्य ज्ञानÓ का परिचय देते रहते हैं। इसी कड़ी में एक फिर उन्होंने देश के लोगों का ज्ञानवद्र्धन करने की कोशिश की है इस बार उन्होंने एक दवाई विशेषज्ञ को शिकंजी बिक्रेता बता दिया है।
दरअसल 11 जून को राहुल गांधी दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में बोल रहे थे, वहां उन्होंने भाषण में कहा कि जिन लोगों ने कोका कोला कंपनी की शुरुआत की थी, वो अमरीका में शिकंजी बेचा करते थे।
गौरतलब है कि राहुल गांधी ने जिस शख्सियत को शिकंजी बिक्रेता बता उनके बारे में भी जानना जरूरी है। जॉन पेम्बेर्तों दवाई विशेषज्ञ थे। इन्होंने 1886 में कई दवाई, केमिकल को मिलाकर एक पेय पदार्थ तैयार किया था, उसी को आज कोका कोला के नाम से भी जाना जाता है। ये दुनिया में एक प्रमुख कंपनी और ब्रांड बन चुका है। राहुल के इस दिव्य ज्ञान पर लोगों ने उन्हें ट्रोल करना शुरू कर दिया।
तो उनकी सोशल मीडिया टीम भी सक्रिय हो गई। राहुल की फजीहत हो इसलिए विकीपिडिया में जॉन पेम्बेर्तों के प्रोफाइल को ही एडिट कर दिया। हालांकि विकिपीडिया में आप कुछ एडिट करते हैं तो वहां लिखा आता है की इस प्रोफाइल को या फिर  इस आर्टिकल को एडिट किया गया है। उसका समय भी दिया हुआ रहता है। जाहिर है राहुल गांधी यहां भी पकड़े गए।
राहुल गांधी को अपने देश की भी जानकारी रखनी चाहिए। वो हर बात में विदेश का उदाहरण देकर फंस जाते हैं। उन्हें यह भी जानना चाहिए कि हर भारतीय इनकी तरह किसी खास परिवार में जन्म लेकर ही बड़े सपने नहीं देखता। जिस अंबानी ब्रदर्स को आजकल ये सुबहशाम कोसते हैं, उनके संस्थापक धीरूभाई अंबानी की जीवनी पढ़ लें, तो उन्हें समझ में जाएगा कि कैसे एक भारतीय भी संघर्ष के बूते बड़ा बिजनेस एंपायर खड़ा कर सकते हैं। देश में ऐसे सैकड़ों उदाहरण भरे पड़े हैं, लेकिन राहुल का ज्ञानवद्र्धन करने की हिमाकत भला कौन करेगा।
इस विषय पर ट्विटर पर एक बार फिर ट्रोल हुए राहुल गांधी
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी अपने भाषण को लेकर एक बाार फिर सोशल नेटवर्किंग साइट ट्विटर पर ट्रोल हो रहे हैं। राहुल गांधी ने सोमवार को नई दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में ओबीसी सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि कोका कोला कंपनी को शुरू करने वाला व्यक्ति अमेरिका में शिकंजी बेचा करता था, वो पानी में चीनी मिलाया करता था। उसके एक्पीरियंस का आदर हुआ, हुनर का आदर हुआ और कोका कोला कंपनी बनी। सम्मेलन में राहुल ने यह भी कहा कि मैकडोनाल्ड कंपनी को चलाने वाला ढाबा चलाया करता था, आप मुझे हिंदुस्तान में वो ढाबा वाला दिखा दो, जिसने कोका कोला कंपनी बनाई हो,
राहुल गांधी और उनके गुरू दिग्विजय सिंह तथा अन्य कांग्रेस के नेताओं को चाहिये कि वे फेक न्यूज को प्रसारित किया करें। इस प्रकार की हरकत से वे अपनी इमेज तो खराब करते ही हैं परंतु कांग्रेस का भी बहुत बड़ा नुकसान करते हैं।