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ताज के बाद 500 मीटर दायरे में लगने लगीं बैरिकेडिंग, लोगों ने काले झंडे दिखाकर जताया विरोध

सुप्रीम कोर्ट द्वारा ताजमहल के 500 मीटर दायरे में व्यावसायिक गतिविधियों पर रोक के आदेश के बाद ताजगंज में मंगलवार को 200 से ज्यादा बैरिकेडिंग लगाने का काम शुरू हो गया। यह 500 मीटर क्षेत्र के चिन्हांकन और उस क्षेत्र में लोगों, माल की आवाजाही को रोकने के लिए इस्तेमाल किए जाएंगे। ताजगंज थाने में दोपहर में जब 200 बैरिकेडिंग पहुंचे तो लोगों में आक्रोश फैल गया।

शाम को ताजगंज के चौक कागजियान में क्षेत्रीय लोगों ने आपात बैठक बुलाई, जिसमें प्रदेश सरकार, भाजपा नेताओं, जनप्रतिनिधियों से नाराज व्यापारियों ने काले झंडे दिखाकर विरोध प्रदर्शन किया। लोगों का आरोप है कि खाने पीने की चीजों को बैरिकेडिंग कर रोका जा रहा है। जिन लोगों पर सुप्रीम कोर्ट के आदेश के तहत वाहन पास जारी किए गए हैं, उनको भी रोका जा रहा है।

काले झंडे दिखाकर जताया कार्रवाई का विरोध

चौक कागजियान पर काले झंडे लेकर प्रदर्शन कर रहे लोगों में इस बात को लेकर नाराजगी थी कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश में कोई तारीख तय नहीं है, लेकिन एडीए मनमाने तरीके से उन पर बंदिशों को थोप रहा है। रसद रोक दी है, मानो कोई युद्ध चल रहा हो।

पुरानी मंडी बैरियर से आगे खाने पीने के ऑटो नहीं आने दिए जा रहे। पुलिस बैरियर लगाकर ताजगंज के लोगों को भी अंदर नहीं आने दे रही है। बैठक में राजेश सोनकर, जितेंद्र बोहरा, राजेश अग्रवाल, देवेंद्र सिंह, अमित शिवहरे, ब्रजेश गुप्ता, ताहिरउद्दीन ताहिर आदि मौजूद रहे। संचालन इब्राहिम जैदी ने किया।

सपा ने दिया समर्थन, कपिल सिब्बल से पैरवी कराएंगे

ताजगंज दक्षिणी गेट के चौक कागजियान में लोगों की सभा में समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव रामजीलाल सुमन पहुंचे और उन्होंने ताजगंज के लोगों को समर्थन दिया। उन्होंने लोगों से कहा कि  वह राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव से बात करेंगे और मांग करेंगे कि ताजगंज के लेागों की पैरवी वरिष्ठ अधिवक्ता कपिल सिब्बल से कराई जाए।

अफसरों को जगाना चाहिए विश्वास

ताजगंज डेवलपमेंट फाउंडेशन के अध्यक्ष नितिन सिंह ने कहा कि जिस तरह से एडीए और प्रशासन 500 मीटर परिधि में बंदिशें थोप रहा है, उससे लोगों में आक्रोश फैल रहा है। हमारे खाने पीने की चीजें, दवाएं रोकी जा रही हैं। प्रशासनिक अधिकारियों को विश्वास जगाना चाहिए।

रसद और दवाएं तक रोकना गलत

ताजगंज निवासी आरिफ तैमूरी ने कहा कि एडीए और प्रशासन लोगों को उकसाने की कार्रवाई कर रहा है। अभी हजारों लोग शांत हैं, पर जिस तरह हमारी रसद और दवाओं को रोका जा रहा है, यह गलत है। बच्चों के लिए दूध, सब्जी, आटा, दाल और खाने पीने की चीजों को ताजगंज में आने दे।

करोड़ों रुपये का होगा नुकसान
दिवाली के लिए ताजगंज के व्यापारियों ने कपड़ा, इलेक्ट्रॉनिक्स, फुटवियर, इलेक्ट्रिकल, सजावट आदि की चीजों का स्टॉक मंगवा लिया था, ताकि दो साल बाद दिवाली पर अच्छा कारोबार हो सके, पर व्यापारियों को दिवाली से सप्ताह भर पहले उजाड़ा जा रहा है।

17 अक्तूबर तक कारोबार बंद करने का नोटिस लगा दिया गया है। ताजगंज के व्यापारी सुल्तान ने बताया कि दो साल बाद घाटे से उबरने के लिए इस दिवाली की बिक्री का इंतजार था, पर एडीए के नोटिस ने रातों की नींद उड़ा दी है। करोड़ों रुपये का नुकसान ताजगंज के व्यापारियों को होने वाला है।

सुप्रीम कोर्ट द्वारा ताजमहल के 500 मीटर दायरे में व्यावसायिक गतिविधियों पर रोक के आदेश के बाद ताजगंज में मंगलवार को 200 से ज्यादा बैरिकेडिंग लगाने का काम शुरू हो गया। यह 500 मीटर क्षेत्र के चिन्हांकन और उस क्षेत्र में लोगों, माल की आवाजाही को रोकने के लिए इस्तेमाल किए जाएंगे। ताजगंज थाने में दोपहर में जब 200 बैरिकेडिंग पहुंचे तो लोगों में आक्रोश फैल गया।

शाम को ताजगंज के चौक कागजियान में क्षेत्रीय लोगों ने आपात बैठक बुलाई, जिसमें प्रदेश सरकार, भाजपा नेताओं, जनप्रतिनिधियों से नाराज व्यापारियों ने काले झंडे दिखाकर विरोध प्रदर्शन किया। लोगों का आरोप है कि खाने पीने की चीजों को बैरिकेडिंग कर रोका जा रहा है। जिन लोगों पर सुप्रीम कोर्ट के आदेश के तहत वाहन पास जारी किए गए हैं, उनको भी रोका जा रहा है।

काले झंडे दिखाकर जताया कार्रवाई का विरोध

चौक कागजियान पर काले झंडे लेकर प्रदर्शन कर रहे लोगों में इस बात को लेकर नाराजगी थी कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश में कोई तारीख तय नहीं है, लेकिन एडीए मनमाने तरीके से उन पर बंदिशों को थोप रहा है। रसद रोक दी है, मानो कोई युद्ध चल रहा हो।