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Editorial:कनाडा में हिंदुओं को टारगेट करने वाले गैंग को पहचानना आवश्यक

4-10-2022


कनाडा में रहने वाले हिन्दुओं के ऊपर आई हत्याचारों की आंधी रुकने का नाम ही नहीं ले रही है। अभी कुछ समय पहले टोरंटो में स्वामीनारायण मंदिर पर भारत विरोधी नारे लिखकर उसे हानि पहुंचने का मामला ठंडा भी नहीं हो पाया था कि अब एक और गंभीर मामला सामने आ गया है।
मामला कनाडा के पार्क ‘श्री भगवत गीता में तोडफ़ोड़ का है। ब्रैम्पटन शहर में एक श्री भगवद गीता नाम के पार्क में तोडफ़ोड़ की गयी है, जिससे श्री भगवद गीता पार्क के चिह्न को नुकसान पहुचा है। ब्रैम्पटन के मेयर पैट्रिक ब्राउन ने इस घटना के बाद अधिकारियों को इसकी जांच के आदेश दिए हैं साथ ही उन्होंने इस बात की पुष्टि भी की है कि अभी हाल में हुई तोडफ़ोड़ की घटना के बाद श्री भगवद गीता पार्क के चिह्न को नुकसान हुआ है।ब्राउन ने अपने ट्वीट में कहा, “हम जानते हैं कि अभी हाल ही में अनावरण किए गए श्री भगवद गीता पार्क साइन बोर्ड को नुकसान पहुंचाया गया है। हम इस प्रकार की हरकतों को बिलकुल भी बर्दाश्त नहीं करेंगे। हमने इस मामले की आगे की जांच के लिए पील क्षेत्रीय पुलिस के साथ संपर्क किया है। हमारा पार्क विभाग अति शीघ्र साइन बोर्ड को ठीक करने के लिए कार्य कर रहा है।”जानकारी मिलते ही भारत ने इसकी कड़े शब्दों में निंदा की है। जबकि कनाडा की पुलिस ने इसको सिरे से नकार दिया है। कनाडा पुलिस की माने तो पार्क में किसी भी प्रकार का स्थायी साइन बोर्ड मौजूद नहीं था। इतना ही नहीं पुलिस का तो ये भी कहना है कि पार्क में तोडफ़ोड़ का कोई भी साक्ष्य नहीं मिला है। कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने भी इस पर अपनी चुप्पी साधी हुई है। जहां जस्टिन ट्रूडो भारत के साथ-साथ दुनियाभर के देशों को धार्मिक स्वतंत्रता पर लंबा चौड़ा भाषण देते रहते हैं, वहीं अब उन्हीं के देश में हिंदू विरोध गतिविधिओं पर उनका चुप्पी साध लेना उन्हें कताई भी शोभा नहीं दे रहा है।
कनाडा के ब्रैम्पटन शहर में होने वाली ‘श्री भगवद गीताÓ पार्क में तोडफ़ोड़ कि खबर के बाद ओटावा में भारतीय उच्चायोग ने रिपोर्टों पर अपनी प्रतिक्रिया जाहिर की है, दूतावास ने इस प्रकार के गंभीर हमले पर जल्द से जल्द कार्रवाई करने की मांग की है।
कनाडा में भारतीय उच्चायोग ने इस पर ट्वीट कर कहा है कि “भारत ब्रैम्पटन में श्री भगवद गीता पार्क में हुए इस अपराध की कड़े शब्दों में निंदा करता है। हम कनाडा के अधिकारियों और पील पुलिस से इस मामले की पूर्ण रूप से जांच करने और अपराधियों पर जल्द से जल्द कार्रवाई करने की विनती करते है”
वहीं इस पार्क की बात करें तो इसे पहले ट्रॉयर्स के नाम से जाना जाता था। अभी हाल ही में इसका नाम बदलकर ‘श्री भगवद गीताÓ पार्क रख दिया गया था। 28 सितंबर को इसका उद्घाटन हुआ था।अभी हाल ही में भारत और कनाडा के बीच एक एडवाइजरी जारी हुई थी। 23 सितंबर को विदेश मंत्रालय ने कनाडा में यात्रा के लिए या फिर यात्रा करने की योजना बना रहे अपने नागरिकों को सावधान करते हुए अपनी(भारत सरकार) इस जारी एडवाइजरी में कहा था कि “अपराधों की बढ़ती हुई घटनाओं को मद्देनजर रखते हुए भारतीय नागरिकों और कनाडा में भारत से आए छात्रों और यात्रा/शिक्षा के लिए कनाडा जाने वाले सावधानी और सतर्कता बरतें।” इस बयान में कहा गया था कि हेट क्राइम, सांप्रदायिक हिंसा और भारत विरोधी गतिविधियों की घटनाओं को कनाडा के अधिकारियों के सामने किया गया, लेकिन उसके बाद भी कनाडा में इसे लेकर कोई भी न्यायपूर्ण निर्णय नहीं दिया गया है।

कनाडा में एक के बाद भारत विरोधी गतिविधियों होती जा रही हैं जिसे बिलकुल भी नाकारा नहीं जा सकता है। कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो की इस पर कोई अहम प्रतिक्रिया न आने के बाद ऐसा लगाने लगा है कि शायद वो इस प्रकार के हेट क्राइम को बढ़ावा देना चाहते हैं न की इसे कम करना। कनाडा पुलिस और वहां की सरकार को इस पर जल्द से जल्द कड़ी कार्रवाई करने की जरूरत है। इससे जुड़े सभी अपराधियों के पकड़े जाने पर ही वहाँ रहने वाले भारतीय को सुरक्षा का एहसास होगा।