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राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत 06 माह मे 2 लाख 65 हजारमहिलाओं को दिया गया प्रशिक्षण

उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री श्री केशव प्रसाद मौर्य के कुशल दिशा निर्देशन में ग्राम्य विकास विभाग द्वारा महिला स्वावलंबन व सशक्तीकरण की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए जा रहे हैं। राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत पिछले 6माह मे 2651409 महिलाओं को विभिन्न आयामों में  प्रशिक्षण दिया गया है। राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन से प्राप्त जानकारी के अनुसार वित्तीय वर्ष 2022-23 के 06 माह मे 80509 नए स्वयं सहायता समूहों का गठन पूर्ण कर लिया गया है, जिसमे 8,85,599 महिलाओं को आच्छादित किया गया। अब तक मिशन अंतर्गत कुल 643854 स्वयं सहायता समूह गठित करते हुए 6712985 महिलाओं को आच्छादित किया जा चुका है।साथ ही योगी सरकार @2के प्रथम 06 माह में 10109 नए ग्राम संगठनों का गठन पूर्ण किया जा चुका है एवं 520 नए संकुल स्तरीय संघ का गठन पूर्ण किया जा चुका है। अब तक राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन अंतर्गत कुल 33194 ग्राम संगठन एवं 1836 संकुल स्तरीय संघ गठित किये जा चुके हैं।
वित्तीय वर्ष 2022-23 के 06 माह में अभी तक 80509 स्वयं सहायता समूह की महिला सदस्यों को प्रशिक्षण दिया गया, एवं 10109 ग्राम संगठनों की 10,10,900 महिला सदस्यों को प्रशिक्षण दिया गया है। इसी प्रकार से मिशन द्वारा 520 संकुल स्तरीय संघ की 1560000 महिला सदस्यों को प्रशिक्षण दिया गया है। वित्तीय वर्ष 2022-23 में अब तक कुल 2651409 महिलाएं विभिन्न आयामों में प्रशिक्षण प्राप्त कर चुकी हैं।
वित्तीय वर्ष 2022-23 के 6 माह में अभी तक 82433 समूहों को रिवोल्डिंग फण्ड की रू0 123.64 करोड़ की धनराशि निर्गत की गयी एवं 4155 समूहों को रू0 45.71 करोड़ की सामुदायिक निवेश निधि प्रदान की गयी। अब तक मिशन अंतर्गत कुल 511285 समूहों को रिवाल्डिंग फण्ड के रूप में रु० 768.56 करोड़ की धनराशि निर्गत की गयी है एवं 297151 समूहों को सामुदायिक निवेश निधि के रूप में रु० 3241.33 करोड़ की धनराशि निर्गत की गयी है।
वित्तीय वर्ष 2022-23 के 06 माह में 35620 स्वयं सहायता समूहों को बैंक क्रेडिट लिंकेज के माध्यम से 356.20 करोड़ का ऋण उपलब्ध कराया जा चुका है।वित्तीय वर्ष 2022-23 के 06 माह में पात्र 6084 ग्राम संगठनों के अंतर्गत समूह की महिलाओं हेतु रु० 56 करोड़ जोखिम निवारण निधि के रूप में निर्गत किया जा चुका है। आजीविका संवर्धन के क्षेत्र में कार्य करते हुए  06 माह में 600 प्रोड्यूसर ग्रुप का गठन पूर्ण हो चुका है।