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Agra: डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय में शोध करने वाले भी पढ़ा सकेंगे, प्रतिमाह मिलेंगे 10 हजार रुपये

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आगरा के डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय में आर्यभट्ट शिक्षक सहायक व्यवस्था शुरू हो गई है। इसमें शोधार्थी अध्यापन कर सकेंगे। इन्हें प्रतिमाह 10 हजार रुपये मानदेय मिलेगा। सोमवार को बृहस्पति भवन में कार्य परिषद की ऑनलाइन बैठक में मंजूरी दी गई। 

प्रभारी कुलपति प्रोफेसर विनय पाठक ने बताया कि आवासीय इकाई के विभिन्न विभागों में पंजीकृत शोधार्थियों को ही इसका लाभ मिलेगा। कार्य परिषद की बैठक में 16 शोधार्थियों की मंजूरी मिली है। इनको प्रति महीने 10 हजार रुपये मानदेय मिलेगा। इसी सत्र से ये विभिन्न संकाय में पढ़ा सकेंगे। 

बीते दिनों तीन दिन तक चले साक्षात्कार में 73 शिक्षक चयनित कर लिए हैं। इनमें से 36 संविदा पर और 37 अतिथि शिक्षक हैं। 2022-23 सत्र से अध्यापन करेंगे। कुलपति, संकाय अध्यक्ष और विशेषज्ञों की संस्तुति पर अगले सत्र के लिए कार्यकाल बढ़ाया जाएगा। 

कला संकाय की कक्षाएं आज से 

विश्वविद्यालय के दीनदयाल उपाध्याय ग्राम विकास संस्थान में कला संकाय की कक्षाएं मंगलवार से शुरू हो रही हैं। निदेशक प्रो. उमेश शर्मा ने बताया कि कला संकाय में 40 सीटें हैं और ये सभी पर प्रवेश हो गया है। कक्षाएं सुबह 11 बज से शुरू होंगी। विद्यार्थियों ने समाज शास्त्र, राजनीति विज्ञान, अर्थशास्त्र, हिंदी और अंग्रेजी विषय के विकल्प लिए हैं।

एमएसडब्ल्यू-बीएसडब्ल्यू में प्रवेश काउंसिलिंग 20 सितंबर से 
डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय के समाज विज्ञान संस्थान में संचालित पाठ्यक्रम एमएसडब्ल्यू और बीएसडब्ल्यू में 2022-23 सत्र के लिए प्रवेश काउंसिलिंग 20 सितंबर से शुरू होगी। तीन दिन तक जुबली हॉल में काउंसिलिंग चलेगी। 

समाज कार्य विभागाध्यक्ष प्रो. रनवीर सिंह ने बताया कि 20-21 सितंबर को एमएसडब्ल्यू और 22 सितंबर को बीएसडब्ल्यू में प्रवेश के लिए काउंसिलिंग कराई जाएगी। इसमें वही अभ्यर्थी पात्र होंगे, जिनका 15 सितंबर तक वेब पंजीकरण हुआ है। 16 सितंबर को इसकी सूचना विभाग के सूचना पट पर चस्पा कर दी जाएगी। काउंसिलिंग में शैक्षणिक दस्तावेज और फोटो लाने होंगे। 

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आगरा के डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय में आर्यभट्ट शिक्षक सहायक व्यवस्था शुरू हो गई है। इसमें शोधार्थी अध्यापन कर सकेंगे। इन्हें प्रतिमाह 10 हजार रुपये मानदेय मिलेगा। सोमवार को बृहस्पति भवन में कार्य परिषद की ऑनलाइन बैठक में मंजूरी दी गई। 

प्रभारी कुलपति प्रोफेसर विनय पाठक ने बताया कि आवासीय इकाई के विभिन्न विभागों में पंजीकृत शोधार्थियों को ही इसका लाभ मिलेगा। कार्य परिषद की बैठक में 16 शोधार्थियों की मंजूरी मिली है। इनको प्रति महीने 10 हजार रुपये मानदेय मिलेगा। इसी सत्र से ये विभिन्न संकाय में पढ़ा सकेंगे। 

बीते दिनों तीन दिन तक चले साक्षात्कार में 73 शिक्षक चयनित कर लिए हैं। इनमें से 36 संविदा पर और 37 अतिथि शिक्षक हैं। 2022-23 सत्र से अध्यापन करेंगे। कुलपति, संकाय अध्यक्ष और विशेषज्ञों की संस्तुति पर अगले सत्र के लिए कार्यकाल बढ़ाया जाएगा।