ख़बर सुनें
ख़बर सुनें
आगरा जिले में कुपोषण से जूझ रहे एक हजार बच्चों को महिला एवं बाल विकास मंत्री बेबीरानी मार्य गोद लेंगी। इन बच्चों को पौष्टिक आहार देकर तंदुरस्त बनाया जाएगा। इसके लिए तीन महीने तक जिले में संभव अभियान चलेगा। कुपोषण की रोकथाम के लिए गतिविधियां होंगी। 15 अगस्त से जिले में इस मुहिम की शुरुआत की गई है।
पहले चरण में ग्रामीण बच्चों को चिह्नित किया जा रहा है। शुरुआत भी कैबिनेट मंत्री ने अपने विधानसभा क्षेत्र आगरा ग्रामीण से की है। इसके लिए गांव-गांव आंगनबाड़ी सहायिकाएं, आशाएं, स्वास्थ कार्यकत्रियां व ग्राम प्रधानों को जिम्मेदारी दी गई है। इनकी मदद से ऐसे बच्चों का डाटा इकठ्ठा किया जा रहा है जो शारीरिक रूप से कमजोर हैं।
तीन महीने तक चलेगा अभियान
बच्चों के अच्छे स्वास्थ, पोषण पर विशेष जोर रहेगा। जिला कार्यक्रम अधिकारी आदिश मिश्रा के अनुसार तीन महीने तक तीन थीमों पर अभियान चलेगा। जिसमें पहले माह में स्तनपान की थीम होगी। दूसरे माह में आहार और तीसरे में पोषण थीम पर जन जागरुकता व अन्य गतिविधियां होंगी।
महिला एवं बाल विकास मंत्री बेबी रानी मौर्य का कहना है कि इस मुहिम से कुपोषित बच्चों के स्वास्थ में सुधार आएगा। गोद लिए एक हजार बच्चों में बदलाव लाना है। उन्होंने कहा स्तनपान नहीं कराने से बच्चे कुपोषित होते हैं। अति कुपोषित, कुपोषित व कम वजन वाले बच्चों की पोषण स्थिति में सुधार आएगा। इसके लिए बच्चों को पोषण किट भी वितरित की जा रही हैं।
विस्तार
आगरा जिले में कुपोषण से जूझ रहे एक हजार बच्चों को महिला एवं बाल विकास मंत्री बेबीरानी मार्य गोद लेंगी। इन बच्चों को पौष्टिक आहार देकर तंदुरस्त बनाया जाएगा। इसके लिए तीन महीने तक जिले में संभव अभियान चलेगा। कुपोषण की रोकथाम के लिए गतिविधियां होंगी। 15 अगस्त से जिले में इस मुहिम की शुरुआत की गई है।
पहले चरण में ग्रामीण बच्चों को चिह्नित किया जा रहा है। शुरुआत भी कैबिनेट मंत्री ने अपने विधानसभा क्षेत्र आगरा ग्रामीण से की है। इसके लिए गांव-गांव आंगनबाड़ी सहायिकाएं, आशाएं, स्वास्थ कार्यकत्रियां व ग्राम प्रधानों को जिम्मेदारी दी गई है। इनकी मदद से ऐसे बच्चों का डाटा इकठ्ठा किया जा रहा है जो शारीरिक रूप से कमजोर हैं।
तीन महीने तक चलेगा अभियान
बच्चों के अच्छे स्वास्थ, पोषण पर विशेष जोर रहेगा। जिला कार्यक्रम अधिकारी आदिश मिश्रा के अनुसार तीन महीने तक तीन थीमों पर अभियान चलेगा। जिसमें पहले माह में स्तनपान की थीम होगी। दूसरे माह में आहार और तीसरे में पोषण थीम पर जन जागरुकता व अन्य गतिविधियां होंगी।
महिला एवं बाल विकास मंत्री बेबी रानी मौर्य का कहना है कि इस मुहिम से कुपोषित बच्चों के स्वास्थ में सुधार आएगा। गोद लिए एक हजार बच्चों में बदलाव लाना है। उन्होंने कहा स्तनपान नहीं कराने से बच्चे कुपोषित होते हैं। अति कुपोषित, कुपोषित व कम वजन वाले बच्चों की पोषण स्थिति में सुधार आएगा। इसके लिए बच्चों को पोषण किट भी वितरित की जा रही हैं।
More Stories
सुकेश की 26 पिज्जा सैलून पर रोक नहीं: दिल्ली उच्च न्यायालय
बजट की घोषणाएँ समय पर की योजना पूरी
कालका: आज से कोई नहीं समरथ समर स्पेशल ट्रेन