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उर्वरक को तय कीमत से अधिक पर बेचने वाले लोगो के खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाए, ऐसे लोगो का लाइसेंस निरस्त किया जाए

प्रदेश के कृषि मंत्री श्री सूर्य प्रताप शाही ने मुख्य भवन स्थित अपने कार्यालय कक्ष में प्रदेश में वर्षा तथा खरीफ फसल की बुआई की अद्यतन स्थिति की समीक्षा की। उन्होंने निर्देश दिए कि प्रत्येक जनपद में कृषि विज्ञान केन्द्रों, कृषि विश्वविद्यालयों, कृषि वैज्ञानिकों के माध्यम से किसानों से सतत संवाद बनाये रखें ताकि उन्हें सही जानकारी उपलब्ध हो। उन्होंने निर्देश दिए कि सभी जिलों में कृषि फसलों की मैपिंग कराकर फसल बुआई का विवरण तैयार कराया जाए। फसल बुआई की विस्तृत जानकारी के लिए पोर्टल बनाया जाए।
कृषि मंत्री ने मंडलवार एवं जनपदवार वर्षा तथा खरीफ फसल बुआई की जानकारी करते हुए कहा कि वर्षा की स्थिति तथा खरीफ फसल की बुआई की सटीक जानकारी के लिए वैज्ञानिक तकनीकों का प्रयोग किया जाए। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि विभिन्न फसलों की बुआई का आंकड़ा तैयार किया जाए। इसके लिए संबंधित अधिकारी गांव में जाकर फसल की बुआई का सही आंकड़ा लेकर प्रस्तुत करें। एप्प के माध्यम से इसकी मानिटरिंग की जाय। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि अपने उत्तरदायित्वो का पालन सही से करे, इसमे किसी प्रकार की हीला-हवाली न की जाय। श्री शाही ने निर्देश दिए कि जहाँ फसल की बुआई कम हुई है वहाँ पर बुआई का कार्य पूरा कराया जाए।
श्री शाही ने प्रदेश में उर्वरक की उपलब्धता की भी समीक्षा की। उन्हें अवगत कराया गया कि खरीफ फसलों हेतु प्रदेश के सभी जनपदों में निजी एवं सहकारिता क्षेत्र में पर्याप्त मात्रा में उर्वरक उपलब्ध है। यूरिया के माह अगस्त तक 34.50 लाख मी0टन की उपलब्धता लक्ष्य के सापेक्ष 34.12 लाख मी0टन तथा डी0ए0पी0 7.10 लाख मी0टन के सापेक्ष 8.90 लाख मी0टन उपलब्ध हो चुकी है। उर्वरक को तय कीमत से अधिक पर बेचने वाले लोगो के खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाए। ऐसे लोगो को दिया गया लाइसेंस निरस्त किया जाए।
कृषि मंत्री श्री शाही ने निर्देश दिए कि आजादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत ब्लॉक स्तर और जनपद स्तर पर झण्डा लगाने का कार्य किया जाए। इसके अलावा प्रत्येक ब्लॉक से कृषि में अच्छा कार्य करने वाले किसानों को चिन्हित किया जाय तथा उनका एक डाटा तैयार किया जाए, जिससे कि ऐसे किसानों को प्रोत्साहित करते हुए और अन्य किसानों को प्रेरित किया जा सके।