आईएएनएस
नई दिल्ली, 3 अगस्त
पुरुषों, महिलाओं और बच्चों सहित 30 अफगान सिखों का एक जत्था बुधवार को काबुल से दिल्ली पहुंचा, क्योंकि तालिबान शासित अफगानिस्तान में बढ़ते धार्मिक उत्पीड़न के मद्देनजर भारत में अफगान अल्पसंख्यकों की निकासी जारी है।
ये अफगान नागरिक काबुल से काम एयर फ्लाइट नंबर 4401 में सवार हुए।
इंडियन वर्ल्ड फोरम के अध्यक्ष पुनीत सिंह चंडोक ने बताया कि अभी भी अफगानिस्तान में 110 सिख बचे हैं जबकि 61 ई-वीजा आवेदन भारत सरकार के पास लंबित हैं।
इससे पहले 32 अफगान सिखों को काबुल से निकाला गया था।
सिखों की सबसे बड़ी प्रतिनिधि संस्था शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने उनका विमान किराया वहन किया है।
उन्होंने बताया कि निकाले गए लोग गुरुद्वारा श्री गुरु अर्जन देव, तिलक नगर, नई दिल्ली की ओर आगे बढ़ेंगे।
चंडोक ने कहा, “विश्व पंजाबी संगठन, सोबती फाउंडेशन और अन्य सामाजिक संगठनों द्वारा उनका पुनर्वास किए जाने की संभावना है।”
अफगानिस्तान में सिखों और हिंदुओं पर विभिन्न आतंकवादी संगठनों द्वारा लगातार हमला किया जा रहा है और पिछले एक साल में, हमलों की संख्या में वृद्धि हुई है जिससे समुदाय डर गया है।
काबुल के गुरुद्वारा करता-ए-परवान में बार-बार तोड़फोड़ की गई और उनके (सिखों) को अफ़ग़ानिस्तान में असुरक्षित बनाने के लिए बमबारी की गई।
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