सदर विधायक ने की वाहन स्टैंड संचालक और महंत से मारपीट – Lok Shakti

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सदर विधायक ने की वाहन स्टैंड संचालक और महंत से मारपीट

मंदिर कमेटी से जुड़े लोगों ने बंद किए मंदिर के कपाट
विधायक योगेश वर्मा के माफी मांगने पर माने महंत, चार घंटे बाद खुले मंदिर के कपाट
एक मोबाइल, रुपयों से भरा थैला छीनने समेत जान से मारने की धमकी की दी तहरीर
महेवागंज/ लखीमपुर खीरी। बृहस्पतिवार को क्षेत्र के पौराणिक शिव मंदिर लिलौटीनाथ परिसर में सदर विधायक योगेश वर्मा और मंदिर कमेटी के महंतों के बीच जमकर वाद-विवाद और हंगामा हुआ। आरोप है कि विधायक ने वाहन स्टैंड संचालक के साथ मारपीट भी की। घटना से नाराज मंदिर कमेटी के महंत ने मंदिर में ताला जड़ दिया। इस बीच विधायक और मंदिर कमेटी से जुड़े लोगों के बीच जमकर वाद-विवाद हुआ। बाद में विधायक के माफी मांगने और पुलिस के कार्रवाई के आश्वासन के बाद मामला शांत हुआ और मंदिर के कपाट खोल दिए गए।
बृहस्पतिवार को सावन की अमावस्या पर क्षेत्र के पौराणिक शिव मंदिर लिलौटीनाथ में श्रद्धालुओं की काफी भीड़ थी। इस बीच करीब 11 बजे सदर विधायक योगेश वर्मा भी मंदिर पहुंचे और वहां पर अपनी तरफ से चलाए जा रहे भंडारे का निरीक्षण किया और उसके बाद मंदिर से बाहर चले गए। इसी दौरान मंदिर क्षेत्र की सीमा पर लगे वाहन स्टैंड संचालक से कहासुनी हो गई, जिसके बाद विधायक और उनके समर्थक उग्र हो गए। आरोप है कि विधायक ने अपनी गाड़ी से उतरकर वाहन स्टैंड संचालक का गला पकड़कर उसकी पिटाई शुरू कर दी। इतने में वहां जुटी भीड़ और हंगामा देख मंदिर के महंत के छोटे भाई भी बीच-बचाव के लिए दौड़े।
आरोप है कि विधायक ने इस दौरान बीच बचाव करने वाले से भी मारपीट की। इस पर मामला और भड़क गया, जिसके बाद मंदिर के महंत ने मंदिर के कपाट में ताला जड़ दिया और मंदिर कमेटी के अन्य लोगों के साथ मिलकर विधायक के खिलाफ कार्रवाई को लेकर हंगामा करने लगे। इस बीच मौके पर मौजूद पुलिस बल ने मोर्चा संभाला और किसी तरह दोनों पक्षों को अलग अलग किया। इस दौरान विधायक वहां से चले गए, जिसके बाद सीओ संजयनाथ तिवारी के नेतृत्व में पुलिस मंदिर के कपाट खोलने के लिए महंतों को मनाने में जुट गई, लेकिन वह विधायक को मौके पर बुलाने और सबके सामने माफी मांगने की मांग पर अड़े रहे। बाद में फोन पर माफी मांगने व पुलिस के कार्रवाई के आश्वासन पर चार घंटे बाद माने। इसके बाद महंत ने कपाट खोल दिए। इसके बाद सीओ संजयनाथ तिवारी ने पूजा अर्चना की और मंदिर में दोबारा पूजा अर्चना शुरू हुई।
मामले में मौके पर मौजूद सीओ संजयनाथ तिवारी ने बताया कि श्रद्धालुओं को दिक्कत न हो इसके लिए मंदिर खुलवा दिया गया है। शांतिपूर्ण तरीके से श्रद्धालु दर्शन पूजन कर रहे हैं। मामले में मंदिर कमेटी की तरफ से लिखित तहरीर दी गई है। मामले में जांच कर आवश्यक विधिक कार्रवाई की जाएगी।

मंदिर से जुड़े लोगों को कभी कुछ हुआ तो विधायक होंगे जिम्मेदार
लखीमपुर खीरी। लिलौटीनाथ मंदिर से जुड़े पुजारियों ने एक राय होकर पुलिस को दी तहरीर में बताया कि बृहस्पतिवार को 50 समर्थकों संग मंदिर में घुसे विधायक योगेश वर्मा ने अपनी कार से वाहन स्टैंड का बैरियर तोड़ दिया। कार्यकर्ता प्रमोद भार्गव द्वारा पूछे जाने पर अवैध वसूली की बात कहते हुए उससे मारपीट की।
वाहन स्टैंड की पर्चियां फाड़ दीं और जिस थैले में पैसे रखे जाते थे वह भी छीन लिया। उसमें करीब 30 से 35 हजार रुपये थे। इसके अलावा वहां पर वीडियो बना रहे कार्यकर्ता का मोबाइल भी छीन लिया और पुजारी के समझाने पर वह उनसे भी भिड़ गए और गाली-गलौच कर मारपीट करने लगे। घटना के दौरान पुलिस प्रशासन भी मौजूद था, लेकिन विधायक ने उनकी एक न सुनी।
मंदिर कमेटी का कहना है कि इस तरह की घटना पहले कभी नहीं हुई। हम पुजारी लोगों की शासन प्रशासन से प्रार्थना है कि योगेश वर्मा विधायक पर कार्रवाई करते हुए सजा, मुकदमा, चौरी, गाली-गलौजच, सामाजिक रुप से न्याय व्यवस्था को खराब करना, हत्या की धमकी देना जैसी संगीन धाराएं लगाई जाएं। साथ ही साथ यह भी मांग की कि यदि हम में से किसी पुजारी के साथ निकट भविष्य में कोई मारपीट या हत्या की जाए तो जिम्मेदार सदर विधायक योगेश वर्मा होंगे। किसी भी अनहोनी के लिए सदर विधायक ही जिम्मेदार होंगे। मंदिर कमेटी ने प्रशासन से विधायक का सहयोग न कर जनता को न्याय देने की मांग की।
‘वह विधायक हैं, सरकार उनकी है और मुख्यमंत्री भी उनका है’
मंदिर कमेटी ने लिखित तहरीर में आरोप लगाया कि विधायक योगेश वर्मा ने धमकी दी कि वह विधायक हैं। सरकार उनकी है और मुख्यमंत्री भी उनका है। विधायक का पावर तुम लोग नहीं जानते। मुख्यमंत्री मेरा साथ देगा। मंदिर कमेटी का आरोप है कि उनके कार्यकर्ताओं से मारपीट हुई, घसीटा गया, जिसके शरीर पर साक्ष्य भी मौजूद हैं। इस सबके बाद भी धमकी दी कि तुम लोगों को 500 पुलिस वालों को बुलाकर जेल में डलवा देंगे या फिर अपने लोगों से हत्या करवा देंगे।
विवाद के पीछे मंदिर क्षेत्र की जमीन भी चर्चा में
महेवागंज। महाभारत कालीन पौराणिक लिलौटीनाथ मंदिर गढ़ी स्टेट की विरासत मानी जाती है। जुनिई और कंडवा नदी के मध्य स्थित मंदिर क्षेत्र की कई एकड़ कृषि योग्य जमीन है। कभी खैर का जंगल हुआ करता था। मौजूदा वक्त में मंदिर की देखरेख गिरी महंत के भाइयों के अधीन है। महंत रोहित गिरि ने बताया कि चढ़ावा और मेले से प्राप्त धनराशि से मंदिर का जीर्णोद्धार, साफ सफाई और देखरेख की जाती है।
बृहस्पतिवार को सदर विधायक से हुए विवाद के पीछे भी महंतों ने और भी कई गंभीर आरोप लगाए। विधायक और महंतों के बीच विवाद ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। फिलहाल मंदिर परिसर में इस तरह की घटना से श्रद्धालुओं के मन को ठेस पहुंची।
विवाद के बीच कपाट बंद होने से श्रद्धालु दिखे मायूस
बृहस्पतिवार को मंदिर में पूजन करने आए जमहौरा गांव के जगदीश ने बताया कि मंदिर के कपाट बंद मिले। उन्हें इसका कारण नहीं पता है। मजबूरन द्वार पर पूजा कर लौटना पड़ रहा है।
करीब चालीस किलोमीटर दूर से मंदिर दर्शन को आये श्रद्धालु संजीव मिश्रा ने बताया कि मंदिर की काफी मान्यता है। कपाट बंद मिले। अमावस्या पर शिव दर्शन नहीं हुए, जिसका उन्हें मलाल रहा।
पिपरिया बाइपास के निवासी योगेश ने कहा कि विधायक से कुछ विवाद की चर्चा है। इसलिए मंदिर के मुख्य कपाट बंद है। बाहर से ही माथा टेक लिया। भोले बाबा के दर्शन होते तो ज्यादा अच्छा लगता।
मैने नहीं मांगी माफी.. अवैध वसूली बर्दाश्त नहीं : विधायक
लखीमपुर खीरी। सदर विधायक योगेश वर्मा ने मंदिर कमेटी के माफी के दावे को खारिज करते हुए कहा कि वह हर साल की तरह मंदिर में भंडारा करा रहे थे, इसलिए वहां गए थे। इस दौरान मंदिर के बाहर वाहन स्टैंड संचालक ने गेट बैरियर नहीं खोला। वाहन स्टैंड संचालक वहां पर अवैध वसूली कर रहे थे। इस दौरान एक युवक के पास पैसे न होने पर वाहन स्टैंड संचालक ने उससे मारपीट की, जिसका विरोध करने पर वाद-विवाद हुआ है। कहा कि मंदिर परिसर में व्यक्तिगत ठेका कैसे हो सकता है। आरोप लगाया कि मंदिर के बाहर सजने वाली दुकानों से भी हजारों की वसूली होती है। जहां कहीं भी अवैध वसूली होगी, गलत होगा तो हमें बर्दाश्त नहीं होगा। संवाद
शिकायत मिली है, जांच कर कार्रवाई होगी : एसपी
लखीमपुर खीरी। एसपी संजीव सुमन ने बताया कि मंदिर कमेटी की तरफ से पुलिस को तहरीर मिली है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। जांच कर अग्रिम विधिक कार्रवाई की जाएगी। संवाद

मंदिर के कपाट बंद होने के कारण श्रद्धालु गर्भगृह के गेट पर ही पूजा अर्चना करके लौट गए।

 

विवाद का निस्तारण होने के बाद मंदिर के कपाट खोलते महंत।

 

मंदिर कमेटी से जुड़े लोगों ने बंद किए मंदिर के कपाट

विधायक योगेश वर्मा के माफी मांगने पर माने महंत, चार घंटे बाद खुले मंदिर के कपाट

एक मोबाइल, रुपयों से भरा थैला छीनने समेत जान से मारने की धमकी की दी तहरीर

महेवागंज/ लखीमपुर खीरी। बृहस्पतिवार को क्षेत्र के पौराणिक शिव मंदिर लिलौटीनाथ परिसर में सदर विधायक योगेश वर्मा और मंदिर कमेटी के महंतों के बीच जमकर वाद-विवाद और हंगामा हुआ। आरोप है कि विधायक ने वाहन स्टैंड संचालक के साथ मारपीट भी की। घटना से नाराज मंदिर कमेटी के महंत ने मंदिर में ताला जड़ दिया। इस बीच विधायक और मंदिर कमेटी से जुड़े लोगों के बीच जमकर वाद-विवाद हुआ। बाद में विधायक के माफी मांगने और पुलिस के कार्रवाई के आश्वासन के बाद मामला शांत हुआ और मंदिर के कपाट खोल दिए गए।

बृहस्पतिवार को सावन की अमावस्या पर क्षेत्र के पौराणिक शिव मंदिर लिलौटीनाथ में श्रद्धालुओं की काफी भीड़ थी। इस बीच करीब 11 बजे सदर विधायक योगेश वर्मा भी मंदिर पहुंचे और वहां पर अपनी तरफ से चलाए जा रहे भंडारे का निरीक्षण किया और उसके बाद मंदिर से बाहर चले गए। इसी दौरान मंदिर क्षेत्र की सीमा पर लगे वाहन स्टैंड संचालक से कहासुनी हो गई, जिसके बाद विधायक और उनके समर्थक उग्र हो गए। आरोप है कि विधायक ने अपनी गाड़ी से उतरकर वाहन स्टैंड संचालक का गला पकड़कर उसकी पिटाई शुरू कर दी। इतने में वहां जुटी भीड़ और हंगामा देख मंदिर के महंत के छोटे भाई भी बीच-बचाव के लिए दौड़े।

आरोप है कि विधायक ने इस दौरान बीच बचाव करने वाले से भी मारपीट की। इस पर मामला और भड़क गया, जिसके बाद मंदिर के महंत ने मंदिर के कपाट में ताला जड़ दिया और मंदिर कमेटी के अन्य लोगों के साथ मिलकर विधायक के खिलाफ कार्रवाई को लेकर हंगामा करने लगे। इस बीच मौके पर मौजूद पुलिस बल ने मोर्चा संभाला और किसी तरह दोनों पक्षों को अलग अलग किया। इस दौरान विधायक वहां से चले गए, जिसके बाद सीओ संजयनाथ तिवारी के नेतृत्व में पुलिस मंदिर के कपाट खोलने के लिए महंतों को मनाने में जुट गई, लेकिन वह विधायक को मौके पर बुलाने और सबके सामने माफी मांगने की मांग पर अड़े रहे। बाद में फोन पर माफी मांगने व पुलिस के कार्रवाई के आश्वासन पर चार घंटे बाद माने। इसके बाद महंत ने कपाट खोल दिए। इसके बाद सीओ संजयनाथ तिवारी ने पूजा अर्चना की और मंदिर में दोबारा पूजा अर्चना शुरू हुई।

मामले में मौके पर मौजूद सीओ संजयनाथ तिवारी ने बताया कि श्रद्धालुओं को दिक्कत न हो इसके लिए मंदिर खुलवा दिया गया है। शांतिपूर्ण तरीके से श्रद्धालु दर्शन पूजन कर रहे हैं। मामले में मंदिर कमेटी की तरफ से लिखित तहरीर दी गई है। मामले में जांच कर आवश्यक विधिक कार्रवाई की जाएगी।

मंदिर से जुड़े लोगों को कभी कुछ हुआ तो विधायक होंगे जिम्मेदार

लखीमपुर खीरी। लिलौटीनाथ मंदिर से जुड़े पुजारियों ने एक राय होकर पुलिस को दी तहरीर में बताया कि बृहस्पतिवार को 50 समर्थकों संग मंदिर में घुसे विधायक योगेश वर्मा ने अपनी कार से वाहन स्टैंड का बैरियर तोड़ दिया। कार्यकर्ता प्रमोद भार्गव द्वारा पूछे जाने पर अवैध वसूली की बात कहते हुए उससे मारपीट की।

वाहन स्टैंड की पर्चियां फाड़ दीं और जिस थैले में पैसे रखे जाते थे वह भी छीन लिया। उसमें करीब 30 से 35 हजार रुपये थे। इसके अलावा वहां पर वीडियो बना रहे कार्यकर्ता का मोबाइल भी छीन लिया और पुजारी के समझाने पर वह उनसे भी भिड़ गए और गाली-गलौच कर मारपीट करने लगे। घटना के दौरान पुलिस प्रशासन भी मौजूद था, लेकिन विधायक ने उनकी एक न सुनी।

मंदिर कमेटी का कहना है कि इस तरह की घटना पहले कभी नहीं हुई। हम पुजारी लोगों की शासन प्रशासन से प्रार्थना है कि योगेश वर्मा विधायक पर कार्रवाई करते हुए सजा, मुकदमा, चौरी, गाली-गलौजच, सामाजिक रुप से न्याय व्यवस्था को खराब करना, हत्या की धमकी देना जैसी संगीन धाराएं लगाई जाएं। साथ ही साथ यह भी मांग की कि यदि हम में से किसी पुजारी के साथ निकट भविष्य में कोई मारपीट या हत्या की जाए तो जिम्मेदार सदर विधायक योगेश वर्मा होंगे। किसी भी अनहोनी के लिए सदर विधायक ही जिम्मेदार होंगे। मंदिर कमेटी ने प्रशासन से विधायक का सहयोग न कर जनता को न्याय देने की मांग की।

‘वह विधायक हैं, सरकार उनकी है और मुख्यमंत्री भी उनका है’

मंदिर कमेटी ने लिखित तहरीर में आरोप लगाया कि विधायक योगेश वर्मा ने धमकी दी कि वह विधायक हैं। सरकार उनकी है और मुख्यमंत्री भी उनका है। विधायक का पावर तुम लोग नहीं जानते। मुख्यमंत्री मेरा साथ देगा। मंदिर कमेटी का आरोप है कि उनके कार्यकर्ताओं से मारपीट हुई, घसीटा गया, जिसके शरीर पर साक्ष्य भी मौजूद हैं। इस सबके बाद भी धमकी दी कि तुम लोगों को 500 पुलिस वालों को बुलाकर जेल में डलवा देंगे या फिर अपने लोगों से हत्या करवा देंगे।

विवाद के पीछे मंदिर क्षेत्र की जमीन भी चर्चा में

महेवागंज। महाभारत कालीन पौराणिक लिलौटीनाथ मंदिर गढ़ी स्टेट की विरासत मानी जाती है। जुनिई और कंडवा नदी के मध्य स्थित मंदिर क्षेत्र की कई एकड़ कृषि योग्य जमीन है। कभी खैर का जंगल हुआ करता था। मौजूदा वक्त में मंदिर की देखरेख गिरी महंत के भाइयों के अधीन है। महंत रोहित गिरि ने बताया कि चढ़ावा और मेले से प्राप्त धनराशि से मंदिर का जीर्णोद्धार, साफ सफाई और देखरेख की जाती है।

बृहस्पतिवार को सदर विधायक से हुए विवाद के पीछे भी महंतों ने और भी कई गंभीर आरोप लगाए। विधायक और महंतों के बीच विवाद ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। फिलहाल मंदिर परिसर में इस तरह की घटना से श्रद्धालुओं के मन को ठेस पहुंची।

विवाद के बीच कपाट बंद होने से श्रद्धालु दिखे मायूस

बृहस्पतिवार को मंदिर में पूजन करने आए जमहौरा गांव के जगदीश ने बताया कि मंदिर के कपाट बंद मिले। उन्हें इसका कारण नहीं पता है। मजबूरन द्वार पर पूजा कर लौटना पड़ रहा है।

करीब चालीस किलोमीटर दूर से मंदिर दर्शन को आये श्रद्धालु संजीव मिश्रा ने बताया कि मंदिर की काफी मान्यता है। कपाट बंद मिले। अमावस्या पर शिव दर्शन नहीं हुए, जिसका उन्हें मलाल रहा।

पिपरिया बाइपास के निवासी योगेश ने कहा कि विधायक से कुछ विवाद की चर्चा है। इसलिए मंदिर के मुख्य कपाट बंद है। बाहर से ही माथा टेक लिया। भोले बाबा के दर्शन होते तो ज्यादा अच्छा लगता।

मैने नहीं मांगी माफी.. अवैध वसूली बर्दाश्त नहीं : विधायक

लखीमपुर खीरी। सदर विधायक योगेश वर्मा ने मंदिर कमेटी के माफी के दावे को खारिज करते हुए कहा कि वह हर साल की तरह मंदिर में भंडारा करा रहे थे, इसलिए वहां गए थे। इस दौरान मंदिर के बाहर वाहन स्टैंड संचालक ने गेट बैरियर नहीं खोला। वाहन स्टैंड संचालक वहां पर अवैध वसूली कर रहे थे। इस दौरान एक युवक के पास पैसे न होने पर वाहन स्टैंड संचालक ने उससे मारपीट की, जिसका विरोध करने पर वाद-विवाद हुआ है। कहा कि मंदिर परिसर में व्यक्तिगत ठेका कैसे हो सकता है। आरोप लगाया कि मंदिर के बाहर सजने वाली दुकानों से भी हजारों की वसूली होती है। जहां कहीं भी अवैध वसूली होगी, गलत होगा तो हमें बर्दाश्त नहीं होगा। संवाद

शिकायत मिली है, जांच कर कार्रवाई होगी : एसपी

लखीमपुर खीरी। एसपी संजीव सुमन ने बताया कि मंदिर कमेटी की तरफ से पुलिस को तहरीर मिली है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। जांच कर अग्रिम विधिक कार्रवाई की जाएगी। संवाद

मंदिर के कपाट बंद होने के कारण श्रद्धालु गर्भगृह के गेट पर ही पूजा अर्चना करके लौट गए।

 

विवाद का निस्तारण होने के बाद मंदिर के कपाट खोलते महंत।