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जिस कोर्स की सरकारी कॉलेज में नहीं होती है पढ़ाई, ए

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राज्य के किसी भी सरकारी कॉलेज में नहीं होती है ऑप्टोमेट्री की पढ़ाई
बावजूद एनएचएम ने विज्ञापन निकाल उन्हें दे दी प्राथमिकता

Ranchi :  राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) ने ऑप्थेलेमिक असिस्टेंट सहित विभिन्न पदों के लिए 23 फरवरी को विज्ञापन जारी किया था. जिसके तहत ऑप्थेलेमिक असिस्टेंट के 75 पदों पर भी बहाली होनी है. लेकिन इन पदों पर ऑप्थेलेमिक असिस्टेंट के डिग्रीधारकों की बहाली नहीं होगी. इन पदों पर डिप्लोमा इन ऑप्टोमेट्री की योग्यता निर्धारित की गयी है. साथ ही 1 साल का अनुभव भी होना अनिवार्य है. फॉर्म भरने के बाद सभी ऑप्थेलेमिक असिस्टेंट की पढ़ाई करने वाले युवाओं के फॉर्म को रिजेक्ट कर दिया गया है.

एनएचएम जाकर आपत्ति दर्ज कराएं अभ्यार्थी

बता दें कि इसी विज्ञापन में ऑप्टोमेट्रिस्ट के लिए अलग से पद निर्धारित किए गये हैं, बावजूद ऑप्थलमिक असिस्टेंट के पदों पर भी ऑप्टोमेट्री वालों को नियुक्त करने की तैयारी है. इस पद पर नियुक्ति के लिए परीक्षा कराने का जिम्मा सेम्स को दिया गया है. सेम्स के अधिकारियों का कहना है कि हमें जो गाइडलाइन दी गयी है उसी आधार पर फॉर्म को रिजेक्ट किया गया है. छात्रों को परेशानी है, तो एनएचएम जाकर आपत्ति दर्ज कराएं.

झारखंड कंबाइंड कराती है ऑप्टोमेट्री की परीक्षा

बताया कि राज्य के किसी भी सरकारी कॉलेज में ऑप्टोमेट्रिस्ट की पढ़ाई नहीं करायी जाती. बल्कि झारखंड कंबाइंड परीक्षा आयोजित कर इसकी पढ़ाई के लिए नामांकन लेती है. जिसके बाद छात्र चयनित होकर मेडिकल कॉलेजों में इसकी पढ़ाई करते हैं.

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अंधकारमय हो जाएगा हम सबका भविष्य

ऐसे में छात्रों का कहना है कि जब यह पढ़ने के बाद भी इसी के लिए निकले पद पर नियुक्ति नहीं की जा सकती, तो हमारा भविष्य अंधिकारमय हो जाएगा.

स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से मिलकर अभ्यर्थियों ने दर्ज करायी आपत्ति

फॉर्म रिजेक्ट होने के बाद अभ्यर्थियों ने अपनी आपत्ति स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के पास जाकर दर्ज करायी है. शुक्रवार को कुछ छात्र एनएचएम के अभियान निदेशक से मिलने पहुंचे थे. अभियान निदेशक ने अभ्यर्थियों से लिखित में शिकायत लेकर इस पर विचार करने का आश्वासन दिया है. हालांकि अभ्यर्थियों का कहना है कि परीक्षा आयोजित हो जाने के बाद हम कुछ नहीं कर पाएंगे.

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