पंजाब में जिसका डर था वही हुआ। राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने कहा था कि इस सरहदी प्रदेश को किन्हीं असुरक्षित हाथों में नहीं सौंपा जा सकता। क्योंकि ऐसा होने पर भविष्य में इसके घातक परिणाम सामने आ सकते हैं। लेकिन पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार बनने के बाद मान सरकार की लापरवाही, शासन–प्रशासन पर कमजोर पकड़, खालिस्तानी सोच को अप्रत्यक्ष सहयोग का दुष्परिणाम है कि राज्य में हालात इतनी जल्दी बदतर होने लगे हैं। पिछले माह 23 अप्रैल को चंडीगढ़ स्थित बुड़ैल जेल के बाहर टिफिन बम मिला।
जिसके भीतर करीब डेढ़ किलो RDX भरा हुआ था। 5 मई को हरियाणा की करनाल पुलिस ने इनोवा कार में सवार 4 आतंकियों को पकड़ा। जो 4 किलो RDX लेकर जा रहे थे। इसके बाद तरनतारन में खंडहर में छिपाया साढ़े 3 किलो RDX बरामद किया गया। और अब पंजाब पुलिस के इंटेलिजेंस हेडक्वार्टर पर हमला कर बिल्डिंग उड़ाने की साजिश तक रच डाली है। पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई की तरफ से पंजाब में स्लीपर सेल को बढ़ावा दिया जा रहा है और उनको पैसे के अलावा अन्य प्रलोभन दिए जा रहे हैं। केंद्रीय गुप्तचर एजेंसियों के अनुसार पंजाब में गैंगस्टर व बेरोजगार युवकों को खालिस्तान लहर से फिर से जोड़ा रहा है।
पंजाब के डीजीपी वीके भावरा के मुताबिक पंजाब पुलिस के मोहाली स्थित इंटेलिजेंस विंग के हेडक्वार्टर पर हमले में विस्फोटक के तौर पर ट्राइ नाइट्रो टाल्यून (TNT) का इस्तेमाल हो सकता है। मीडिया से बातचीत में भावरा ने कहा कि हेडक्वार्टर पर प्रोजेक्टाइल से हमला किया गया है। जिस वक्त हमला हुआ, कमरे में कोई नहीं था। इसका इंपैक्ट भी दीवार पर आया है। इस मामले में आतंकी हमले के एंगल पर उन्होंने कहा कि अभी इसकी जांच की जा रही है। हालांकि इससे पूरी तरह इनकार भी नहीं किया जा सकता। पंजाब पुलिस ने अंबाला से एक संदिग्ध को हिरासत में लिया है। इसी पर धमाका करने का शक है। पंजाब पुलिस उसे अंबाला से मोहाली ला रही है।
पुलिस इंटेलिजेंस के सूत्रों से बड़ी जानकारी सामने आई है। इस हमले के जरिए इंटेलिजेंस हेडक्वार्टर की बिल्डिंग को उड़ाने की साजिश थी। निशाना चूक गया। विस्फोटक खिड़की के अंदर जाने के बजाय दीवार से टकरा गया। रक्षा विशेषज्ञ भी मान रहे हैं कि अगर विस्फोटक सीधे कमरे में जाता तो बड़ा नुकसान हो सकता था। इस मामले में पुलिस ने दो संदिग्ध हिरासत में लिए हैं। सूत्रों के मुताबिक विदेशी हैंडलरों ने ही यह टास्क दिया था। इस बिल्डिंग में पंजाब पुलिस के आर्गेनाइज्ड क्राइम कंट्रोल यूनिट (OCCU) और एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स (AGTF) का ऑफिस भी है। ऐसे में इसके पीछे गैंगस्टरों का भी हाथ होने की संभावना जताई जा रही है।पंजाब पुलिस के मुताबिक इस हमले में रॉकेट प्रोपेल्ड ग्रेनेड (RPG) का इस्तेमाल किया गया है। रॉकेट प्रोपेल्ड ग्रेनेड से किसी भी टैंक, बख्तरबंद गाड़ी, हेलिकॉप्टर या विमान को उड़ाया जा सकता है। इसकी रेंज 700 मीटर होती है। रॉकेट से चलने वाला ग्रेनेड कंधे पर रखकर दागा जाता है। यह मिसाइल हथियार है जो विस्फोटक वारहेड से लैस रॉकेट लॉन्च करता है। अधिकांश RPG को एक व्यक्ति द्वारा ले जाया जा सकता है, यानी इसे अकेले कोई शख्स ऑपरेट कर सकता है। हाल ही में अफगानिस्तान में तालिबान युद्ध के दौरान इसका इस्तेमाल किया गया था।
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