Kasganj News: हवा, बारिश, तापमान, मौसम की मिलेगी सटीक जानकारी, किसानों के लिए वरदान साबित होगा ये सिस्टम! – Lok Shakti

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Kasganj News: हवा, बारिश, तापमान, मौसम की मिलेगी सटीक जानकारी, किसानों के लिए वरदान साबित होगा ये सिस्टम!

कासगंज: भारत में खेती मौसम के पूर्वानुमान पर आधारित है, अगर मौसम का सटीक अनुमान न हो तो किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है। सरकार ने ऐसे नुकसान की भरपाई के लिए कृषि बीमा योजना (Rashtriya Krishi Bima Yojana) शुरू की है। स्थानीय मौसम की सटीक जानकारी प्राप्त करने से लेकर कृषि बीमा योजना (Agriculture Insurance Scheme) में फसल छतिपूर्ति का दावा सिद्ध करने या उसे स्वीकार करने के लिए अब तक किसानों व सरकार के पास कोई इलेक्ट्रॉनिक निगरानी प्रणाली नहीं थी। लेकिन अब कासगंज में इसकी शुरुआत की गई है।

स्थानीय मौसम की सटीक जानकारी के लिए कासगंज के ग्रामीण क्षेत्रों में ऑटोमैटिक एंड इंटेलिजेंट वेदर मॉनिटरिंग सिस्टम (Automatic & Intelligent Weather Monitoring System) की फील्ड यूनिट लगाईं जा रही हैं। जनरल पैकट रेडियो सर्विस (GPRS) बेस्ड इस फील्ड यूनिट से मौसम का रियल टाइम डेटा रेकॉर्ड होता है। जिससे मौसम की जानकारी के साथ साथ किसानों को उनकी फसल के नुकसान का पूरा बीमा लाभ मिलने में भी आसानी होगी।

GPRS की तर्ज पर होती है मॉनिटरिंग
कासगंज में ‘भारत सरकार की एग्रीकल्चर इंश्योरेंस कंपनी’ के स्थानीय प्रबंधक अनिल राठौर ने बताया कि जिला कासगंज के सभी 7 विकास खंड में ऑटोमैटिक एंड इंटेलिजेंट वेदर मॉनिटरिंग सिस्टम की अभी तक 14 फील्ड स्थापित की गयी हैं। GPRS की तर्ज पर इस फील्ड यूनिट से मौसम की रियल टाइम मॉनिटरिंग की जाती है।

अब जानिए कैसे काम करता है सिस्टम?
इस सिस्टम से स्थानीय तापमान, आद्रता, हवा की गति और दिशा व बारिश के साथ सौर विकिरण जैसी मौसम की विभिन्न जानकारी एक साथ एकत्र की जाती हैं। जिससे मौसम की सटीक जानकारी मिलने के साथ साथ पुनर्गठित मौसम आधारित फसल बीमा के तहत फसल बीमा करवाने वाले किसानों की फसल छतिपूर्ति का भी सटीक आंकलन होता है।

जल्द लगेगी वेदर मॉनिटरिंग सिस्टम की एक बड़ी फील्ड यूनिट
कासगंज के जिला कृषि अधिकारी सुमित चौहान ने बताया कि कृषि बीमा योजना के तहत फ़िलहाल छोटी फील्ड यूनिट लगाईं गई हैं। इसके अलावा कासगंज में स्थानीय मौसम की रियल टाइम मॉनिटरिंग के लिए ऑटोमैटिक एंड इंटेलिजेंट वेदर मॉनिटरिंग सिस्टम की एक बड़ी फील्ड यूनिट पटियाली विकास खंड के गांव श्री नगला में लगाई जाएगी। जिसके लिए श्री नगला स्थित राजकीय कृषि फार्म में भूमि का चयन कर लिया गया है।

किसानों को होगा बड़ा फायदा
इस बड़ी फील्ड यूनिट लगने के पश्चात् कृषि विभाग को स्थानीय स्तर पर फसलों की योजना बनाने में आंकड़ों का प्रयोग कर लाभ प्राप्त होगा। भविष्य में स्थानीय मौसम और उसके पूर्वानुमान की जानकारी विभिन्न सूचना प्रणालियों के माध्यम से किसानों तक पहुंचाईं जाएंगी।

स्थानीय स्तर पर क्यों जरुरी है मौसम की रियल टाइम मॉनिटरिंग?
भारत के कृषि सकल घरेलू उत्पाद में मौसम पर आधारित खेती की भूमिका 60 फीसदी तक है। पिछले कुछ वर्षों में मौसम का रुख बदला है, इस कारण खेती पर व्यापक असर पड रहा है। देश के किसानों को प्रत्यक्ष सेवाएं प्रदान करने के लिए, फसलों पर प्रतिकूल मौसम के प्रभाव को कम करने एवं कृषि उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए अनुकूल मौसम का उपयोग करने के उद्देश्य से इस तरह के ऑटोमैटिक एंड इंटेलिजेंट वेदर मॉनिटरिंग सिस्टम स्थापित करना बेहद जरुरी है।