राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव के समापन समारोह में सांसद श्री अधीर रंजन चौधरी होंगे मुख्य अतिथि : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल करेंगे कार्यक्रम की अध्यक्षता – Lok Shakti

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राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव के समापन समारोह में सांसद श्री अधीर रंजन चौधरी होंगे मुख्य अतिथि : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल करेंगे कार्यक्रम की अध्यक्षता

रायपुर के साईंस कॉलेज मैदान में राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव के अंतिम दिन 29 दिसम्बर को आयोजित समापन समारोह में सांसद एवं संसद की लोक लेखा समिति के अध्यक्ष श्री अधीर रंजन चौधरी मुख्य अतिथि होंगे। कार्यक्रम की अध्यक्षता मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल करेंगे। समापन समारोह का आयोजन रात्रि 7.30 बजे से किया गया है। महोत्सव के समापन अवसर पर विजेता प्रतिभागियों को पुरस्कार वितरण किया जाएगा।

कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में छत्तीसगढ़ विधानसभा के अध्यक्ष श्री चरणदास महंत, महाराष्ट्र विधानसभा के अध्यक्ष श्री नानाभाऊ पाडोले और राज्यसभा सांसद श्री मधुसूदन देवराम मिस्त्री उपस्थित रहेंगे। कार्यक्रम की विशिष्ट अतिथि के रूप में मंत्री श्री टी.एस. सिंहदेव, श्री ताम्रध्वज साहू, श्री रविन्द्र चौबे, डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम, श्री मोहम्मद अकबर, श्री कवासी लखमा, डॉ. शिवकुमार डहरिया, श्रीमती अनिला भेंड़िया, श्री जयसिंह अग्रवाल, गुरू रूद्रकुमार, श्री उमेश पटेल, श्री अमरजीत भगत, विधायक श्री सत्यनारायण शर्मा, श्री बृजमोहन अग्रवाल, श्री धनेन्द्र साहू, श्री कुलदीप जुनेजा, श्री विकास उपाध्याय, श्रीमती अनिता योगेन्द्र शर्मा, रायपुर जिला पंचायत की अध्यक्ष श्रीमती शारदा वर्मा और रायपुर नगर निगम के महापौर श्री प्रमोद दुबे उपस्थित रहेंगे।

राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव में विभिन्न राज्यों के लोक कलाकारों द्वारा विवाह एवं अन्य संस्कार, पारंपरिक त्यौहार एवं अनुष्ठान, फसल कटाई व कृषि तथा अन्य पारंपरिक विधाओं पर नृत्य प्रतियोगिताएं होंगी। महोत्सव के अंतिम दिन 29 दिसम्बर को उत्तराखण्ड के कलाकारों द्वारा लाष्पा नृत्य, जम्मू का बकरवाल नृत्य, मध्यप्रदेश का भड़म नृत्य, हिमाचल प्रदेश का गद्दी नृत्य, कर्नाटक और सिक्किम का नृत्य, झारखण्ड का दमकच नृत्य, छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले की दंडामी नृत्य प्रस्तुत की जाएगी। दोपहर 12.50 बजे से 1.40 बजे तक श्रीलंका, थाईलैड एवं मालदीव देशों से आमंत्रित कलाकारों द्वारा गैर प्रतियोगी सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुति की जाएंगी। दोपहर 3 बजे से शाम 6 बजे तक तेलंगाना, लद्दाख का नृत्य, उत्तरखण्ड का मुखौटा नृत्य, गुजरात और सिक्किम का नृत्य, केरल का मरायूराट्टम नृत्य, त्रिपुरा का संगराई नृत्य, मध्यप्रदेश का करमा नृत्य और छत्तीसगढ़ के कोण्डागांव का गौरमार नृत्य का आयोजन होगा। शाम 6 बजे से 7 बजे तक बांग्लादेश, युगांडा एवं बेलारूस देशों के कलाकारों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत की जाएगी। शाम 7 बजे से रात 9 बजे तक समापन समारोह, पुरस्कार वितरण और सम्मान का कार्यक्रम रखा गया है।