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राज्य सरकार और जिला प्रशासन के प्रयासों से सुकमा जिले के ग्रामीणों के जीवन में अमूलचूल बदलाव हो रहा है। उद्योग मंत्री श्री लखमा ने कहा कि सलवा जूडूम के दौरान जिले के अंदरुनी गावों के आश्रम, स्कूलों का संचालन बंद हो गया था। बंद स्कूल, आश्रमों को आज पुनः संचालित किया जा रहा है, गांव के स्कूल गांव में ही संचालित किए जा रहे हैं, जिससे अंदरुनी और नक्सल प्रभावित गावों में शिक्षा का मार्ग प्रशस्त हो रहा है। श्री लखमा ने कहा कि निरंतर विकास कार्य किए जा रहे हैं। पहले जहां सड़के नहीं थी, आज चमचमाती सड़के हैं। सड़कों के बनने से विद्युत व्यवस्था, अंधोसंरचना विकास, बेहतर शिक्षा, स्वास्थ्य सहित ग्रामीणों की अन्य आवश्यकताएं भी पूरी हो रही है। उद्योग मंत्री श्री कवासी लखमा ने आज कांकेरलंका में नवनिर्मित कन्या आश्रम भवन के लोकार्पण कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे थे।
उद्योग मंत्री ने कहा कि 2 करोड़ 37 लाख की लागत से 100 सीटर कन्या आश्रम भवन निर्माण से कांकेरलंका सहित अंदरुनी क्षेत्र के बालिकाओं को शिक्षा के प्रति प्रोत्साहन मिलेगा। छात्राएं आश्रम में रहकर एक बेहतर वातावरण में शिक्षा ग्रहण कर सकेगी। जिला प्रशासन द्वारा चलाए गए सुविधा शिविर के माध्यम से अनेकों ग्रामीणों को राशनकार्ड, आधार कार्ड, स्वास्थ्य कार्ड जैसी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध हुई है, पूर्व में जिन ग्रामीणों को राशन लेने में समस्याएं होती थी, आज उन्हें राशनकार्ड बनाकर चावल तथा अन्य सामग्री दिये जा रहे हैं। मंत्री श्री लखमा ने इस मौके पर कोर्रापाड़ और पुनपल्ली के नृतक दल को 10-10 हजार की राशि प्रदान करने घोषणा की। कार्यक्रम में जिला पंचायत उपाध्यक्ष श्री बोड्डू राजा, जिला पंचायत सदस्य श्रीमती आदम्मा मड़कम स्थानीय जनप्रतिनिधियों सहित गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।
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