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UP Chunav: मुद्दों पर हावी जाति की राजनीति! चुनाव में बिरादरी देख तय किए जा रहे हैं पार्टियों के स्टार प्रचारक

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गाजियाबाद: विधानसभा चुनाव में अब महज कुछ दिन ही बचे हैं। कोरोना संक्रमण को देखते हुए अभी जनसभाएं और रैलियां शुरू नहीं हुई हैं, लेकिन स्टार प्रचारकों को बुलाने की शुरुआत हो गई है। हालांकि, चुनावी माहौल में इन सितारों की जाति ही सबसे अहम हो गई है। पार्टियां जिन इलाकों में प्रचार का कार्यक्रम बना रही हैं, वहां के जातीय समीकरणों के मुताबिक ही स्टार प्रचारक तय किए जा रहे हैं। जिस क्षेत्र में जो जाति ज्यादा प्रभावी है, वहां उसी जाति से जुड़े स्टार को बुलाया जा रहा है। इस तरह जाति की राजनीति एक बार फिर मुद्दों पर हावी होते दिख रही है।

बबीता फोगाट को बुला बीजेपी ने की शुरुआत
मंगलवार को बीजेपी ने पहलवान बबीता फोगाट को बुलाकर जाट प्रभाव वाले क्षेत्रों में प्रचार कराया, तो अब गुरुवार को मोदीनगर में रक्षामंत्री और यूपी के पूर्व सीएम राजनाथ सिंह के संवाद कार्यक्रम में अन्य नेताओं के साथ-साथ ठाकुर जाति के प्रभावी नेताओं को विशेष तौर पर बुलाया गया है। इसी तरह, सपा-आरएलडी गठबंधन जाट मतदाताओं के लिए जयंत चौधरी और यादव और मुस्लिम मतदाताओं के लिए अखिलेश यादव को बुलाने की कवायद में जुटा है। कांग्रेस ने भी राज बब्बर, सचिन पायलट, गुलाम नबी आजाद सरीखे नेताओं की प्रचार के लिए मांग की है, जो अपनी जाति के प्रभाव वाले क्षेत्रों में प्रचार करेंगे।

मतदाताओं की खामोशी से बेचैनी
राजनीति के जानकारों का कहना है कि इस चुनाव में कोरोना संक्रमण का असर और लोगों में चुनाव के प्रति बेरुखी ने प्रत्याशियों को खासा परेशान कर रखा है। प्रत्याशी और उनके समर्थक बेशक अपने-अपने क्षेत्रों में जनसंपर्क कर रहे हैं, परंतु मतदाताओं का रुख भांपने में पूरी तरह से नाकाम हैं। चुनाव आयोग ने 28 जनवरी के बाद कुछ बंदिशों के साथ 500 लोगों को खुले में 300 लोगों को इनडोर में जनसभा करने की छूट दे दी है। उम्मीद है कि जल्द ही कुछ और छूट भी मिल सकती है। ऐसे में अब राजनीतिक दल चुनाव के लिए पूरी ताकत झोंकने की तैयारी में जुट गए हैं। उनका पहला टारगेट विभिन्न जातियों के मतदाताओं को अपने-अपने पक्ष में करना।

ठाकुर समाज के लोगों को विशेष आमंत्रण
राजनीतिक सूत्रों के अनुसार रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की छवि बेशक राष्ट्रीय नेता की हो, लेकिन यूपी के ठाकुरों में उनका काफी असर माना जाता है। यही कारण है बीजेपी ने राजनाथ सिंह को ठाकुर प्रभाव वाले क्षेत्रों में सभा के लिए तैयार किया है। इसकी शुरुआत राजनाथ मोदीनगर के एबीएस बैंक्विट हॉल में क्षेत्र के लोगों से संवाद से करेंगे। इसमें मोदीनगर और धौलाना के ठाकुर समाज के प्रमुख लोगों को विशेष रूप से आमंत्रित किया गया है। जिन्हें उनके क्षेत्र में बीजेपी प्रत्याशी के पक्ष में ठाकुर मतदाताओं का वोट कराने की दी जिम्मेदारी जाएगी। पार्टी के जिला अध्यक्ष दिनेश सिंह ने बताया कि राजनाथ गुरुवार को 2 बजे कार्यक्रम में पहुंचेंगे और क्षेत्र के लोगों से सीधा संवाद करेंगे।

गठबंधन भी बना रहा अपनी रणनीति
इधर, दूसरी ओर सपा और आरएलडी गठबंधन के प्रत्याशियों का पूरा जोर जाट मतदाताओं को अपनी ओर करने पर है। इसके लिए जयंत चौधरी को बुलाने की तैयारी की जा रही है। खासकर मुरादनगर, मोदीनगर और लोनी विधानसभा में जयंत चौधरी के कई कार्यक्रम पार्टी रखने की तैयारी में है। पार्टी के वरिष्ठ नेता इंद्रजीत सिंह टीटू का कहना है जयंत 30 के बाद जिले में आ सकते हैं। जबकि यादवों और मुस्लिम प्रभाव वाले क्षेत्र में मतदाताओं को आकर्षित करने के लिए अखिलेश यादव को बुलाने की डिमांड की गई है। महिला मतदाताओं पर असर डालने के लिए डिंपल यादव को बुलाने की डिमांड है।

कांग्रेस ने नेतृत्व को भेजी रिपोर्ट
इसी प्रकार, कांग्रेस पंजाबी मतदाताओं का अपने पक्ष में करने के लिए राज बब्बर, मुस्लिम के लिए गुलाम नबी आजाद और गुर्जरों के लिए सचिन पायलट को बुलाने की तैयारी में है। राहुल और प्रियंका के लिए ऐसे क्षेत्र में जनसभा करने की योजना है, जिससे पांचों विधानसभाओं में इसका असर हो। पार्टी के जिलाध्यक्ष कातिर्केय कौशिक का कहना है संगठन स्तर से नेतृत्व को स्टार नेताओं को प्रचार के लिए भेजने की रिपोर्ट भेज दी है।

सांकेतिक तस्वीर