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Varanasi News: वरिष्ठ पत्रकार कमाल खान के लिए की गई विशेष गंगा आरती, पत्रकारों ने कहा- लगता जैसे कोई अंग छिन गया हो

हाइलाइट्सशुक्रवार को लखनऊ आवास पर हार्ट अटैक पड़ने से निधन हो गया वाराणसी की गंगा आरती के माध्यम से कमाल खान को दी गई श्रद्धांजलिवाराणसी के पत्रकारों ने आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की और 2 मिनट का मौन रखाअभिषेक कुमार झा, वाराणसी
आज के तीखी नोकझोक और शोर-शराबे वाली इलेक्ट्रॉनिक मीडिया की पत्रकारिता के बीच बेहद सभ्य, शालीन और शांत भाषा में खबर बताने वाले इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के दिग्गज वरिष्ठ पत्रकार कमाल खान का लखनऊ स्थित आवास पर शुक्रवार को हार्ट अटैक से निधन हो गया। इस खबर को सुनते ही पत्रकारिरता जगत स्तब्ध था।

वाराणासी के दशाश्वमेध घाट के विश्व प्रसिद्ध गंगा आरती में वरिष्ठ पत्रकार कमाल खान को श्रद्धांजलि दी गई। घाट पर दीप प्रज्वलित कर वाराणसी के पत्रकारों ने आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की और 2 मिनट का मौन रखा।

‘लगता है शरीर का कोई अंग छिन गया’
कमाल खान के साथ करीब 4 वर्ष काम करने वाले वाराणसी के जेबी सिंह बताते हैं कि वो अपने आप में एक संस्थान थे। उनके साथ बहुत काम करने का मौका तो नहीं मिला, लेकिन जब भी काम के दरम्यान जरूरत होती तो एक अध्यापक की तरह समझाते थे। पहले वो बेहद शांत होकर बात को सुनते थे, फिर बड़े ही आसान भाषा में प्यार से समझाते थे कि खबर की इस लाइन के साथ ऐसा विजुअल बनाओ। कभी भी हम लोगों ने कमाल सर को धैर्य खोते या गुस्सा करते नहीं देखा। कमाल सर के जाने से ऐसा लग रहा है कि हम लोगों के शरीर का कोई अंग चला गया।

‘व्यक्तित्व और व्यहार में भी कमाल सर थे कमाल’
वाराणसी के वरिष्ठ पत्रकार गोपाल मिश्रा ने कहा कि कमाल सर एक बेहतरीन रिपोर्टर ही नहीं, बल्कि समाज को बेहतर संदेश देने वाले थे। उनकी रिपोर्टिंग देख के न जाने कितने पत्रकारों ने उनसे कितना कुछ सीखा है। कमाल सर बस नाम के नहीं व्यक्तित्व और व्यवहार में भी कमाल थे। घाट पर वाराणसी के पत्रकारिता जगत के रिपोर्टर मौजूद थे। सभी पत्रकारों ने घाट पर दीपमाला बना कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। दो मिनट का मौन रख कर मा गंगा से कमाल खान की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की। बताते चलें कि शुक्रवार सुबह कमाल खान की 61 वर्ष की उम्र में उनके आवास पर हार्ट अटैक से निधन हो गया ।