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Unnao Sadar seat: उन्नाव रेप पीड़िता की मां को कांग्रेस ने दिया टिकट, सपा ने समर्थन देने का किया ऐलान

लखनऊ
कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए अपने 125 उम्मीदवारों की पहली सूची गुरुवार को जारी कर दी है। इसमें उन्नाव सामूहिक बलात्कार मामले की पीड़िता की मां समेत 50 महिला उम्मीदवार भी शामिल हैं। वहीं, शुक्रवार को समाजवादी पार्टी ने ऐलान करते हुए कहा कि वह उन्नाव में अपना प्रत्याशी नहीं उतारेगी, बल्कि सपा आशा सिंह का समर्थन करेगी।

कुछ महीने पहले ‘लड़की हूं, लड़ सकती हूं’ अभियान आरंभ करते हुए प्रियंका गांधी ने घोषणा की थी कि उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में पार्टी 40 फीसदी टिकट महिलाओं को देगी। पार्टी ने उत्तर प्रदेश के लिए जो पहली सूची जारी की है, उनमें पार्टी विधायक दल की नेता अराधना मिश्रा ‘मोना’, पूर्व केंद्रीय मंत्री सलमान खुर्शीद की पत्नी लुईस खुर्शीद के साथ ही सदफ़ जाफर और विभिन्न क्षेत्रों में संघर्षरत कई अन्य महिलाएं शामिल हैं।

वहीं, उन्नाव से सामूहिक बलात्कार मामले की पीड़िता की मां आशा सिंह को कांग्रेस ने अपना उम्मीदवार बनाया है। कांग्रेस और प्रियंका गांधी वाड्रा ने इस मामले में न्याय की मांग जोर-शोर से उठाई थी और उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार पर निशाना साधा था। उन्नाव से आशा सिंह को टिकट दिए जाने पर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने ट्वीट किया, ‘उन्नाव में जिनकी बेटी के साथ भाजपा ने अन्याय किया, अब वे न्याय का चेहरा बनेंगी- लड़ेंगी, जीतेंगी!’

टिकट मिलने के बाद आशा सिंह ने पार्टी और प्रियंका गांधी का आभार प्रकट किया। उन्होंने ट्वीट किया, ‘मेरे संघर्ष में और मेरी लड़ाई में मेरा साथ देने के लिए कांग्रेस पार्टी की आभारी हूं। मुझे उन्नाव सदर से कांग्रेस प्रत्याशी घोषित करने के लिए कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी (Priyanka gandhi) जी का धन्यवाद।’

कांग्रेस विधायक दल की नेता और वरिष्ठ नेता प्रमोद तिवारी की पुत्री अराधना मिश्रा अपनी मौजूदा सीट रामपुर खास (प्रतापगढ़) से ही चुनाव लड़ रही हैं। लुईस को फर्रूखाबाद से, पंखुड़ी पाठक को नोएडा से , अल्पना निषाद को इलाहाबाद-दक्षिण से, पूनम पांडे को शाहजहांपुर से और सदफ जाफर को लखनऊ-मध्य से उम्मीदवार बनाया गया है।

उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव (Uttar Pradesh Election 2022) का ऐलान चुनाव आयोग ने 8 जनवरी को किया। 403 सीटों वाली 18वीं विधानसभा के लिए 10 फरवरी से 7 मार्च तक सात चरणों में वोट पड़ेंगे। 10 मार्च को चुनाव के नतीजे (UP Election results) आएंगे। यूपी में सात चरणों (Seven Phase) के तहत 10 फरवरी, 14 फरवरी, 20 फरवरी, 23 फरवरी, 27 फरवरी, 3 मार्च और 7 मार्च को मतदान (Voting) होगा।

10 फरवरी को पहले चरण (First Phase) में पश्चिम यूपी के 11 जिलों की 58 सीटों पर, दूसरा चरण (Second Phase) 14 फरवरी को 9 जिलों की 55 सीटों पर, 20 फरवरी को तीसरे चरण (Third Phase) में 16 जिलों की 59 सीटों पर मतदान होगा। चौथे चरण (Fourth Phase) में मतदान 23 फरवरी को लखनऊ सहित 9 जिलों की 60 सीटों पर होगा। पांचवे चरण (Fifth Phase) में 27 फरवरी को 11 जिलों की 60 सीटों पर, छठे चरण में 3 मार्च को 10 जिलों की 57 सीटों पर और सातवें (Seventh Phase) और अंतिम चरण (Last Phase) का मतदान 7 मार्च को 9 जिलों की 54 सीटों पर किया जाएगा। 17वीं विधानसभा का कार्यकाल (UP Assembly ) 15 मई तक है।

17वीं विधानसभा के लिए 403 सीटों पर चुनाव 11 फरवरी से 8 मार्च 2017 तक 7 चरणों में हुए थे। उस चुनाव में बीजेपी ने 312 सीटें जीतकर पहली बार यूपी विधानसभा (Uttar Pradesh Vidhansabha) में तीन चौथाई बहुमत हासिल किया। अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) की अगुवाई में समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) और कांग्रेस (Congress) गठबंधन 54 सीटें जीत सका। इसके अलावा प्रदेश में कई बार मुख्यमंत्री रह चुकीं मायावती (Mayawati) की बीएसपी (Bahujan Samaj Party) 19 सीटों पर सिमट गई। इस बार सीधा मुकाबला समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) और भाजपा (Bharatiya Janata Party) के बीच माना जा रहा है। भाजपा योगी आदित्यनाथ ( Yogi Adityanath) और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के चेहरे को आगे कर चुनाव लड़ रही है।