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UP Election 2022: भाजपा को लगा एक और झटका, विधुना के विधायक विनय शाक्य ने पार्टी से दिया इस्तीफा

लखनऊ
यूपी चुनाव की घोषणा के बाद से प्रदेश की राजनीति में लगातार भगदड़ जैसी स्थिति बनी हुई है। सबसे अधिक नुकसान में अभी तक भारतीय जनता पार्टी चल रही है। गुरुवार को भाजपा के एक अन्य विधायक विनय शाक्य ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया। इसके बाद वे भाजपा छोड़ने वाले मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य से मुलाकात करने उनके आवास पर पहुंचे हैं।

भाजपा छोड़ने वाले स्वामी प्रसाद मौर्य ने पहले ही ऐलान कर दिया है कि वे समाजवादी पार्टी में जा रहे हैं। उन्होंने 14 जनवरी को सपा ज्वाइन करने की घोषणा कर दी है। ऐसे में उनके साथ जाने वाले विधायकों के नाम भी क्लीयर होने लगे हैं। विनय शाक्य के भी भाजपा छोड़ने की चर्चा पहले से चल रही थी। हालांकि, उनकी बेटी रिया शाक्य ने इससे इंकार किया था। उन्होंने सीएम योगी आदित्यनाथ की तारीफ करते हुए पिता के भाजपा के ही साथ रहने की बात कही थी। पिता के अपहरण का भी आरोप लगाया था। लेकिन, पुलिस ने उनके आरोपों को खारिज कर दिया।

दो मंत्री समेत सात विधायकों ने छोड़ दिया है साथ
भाजपा को दो दिनों में सात विधायकों ने झटका दिया है। श्रम मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य के बाद वन मंत्री दारा सिंह चौहान ने भी बुधवार को मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। दारा सिंह मऊ जिले की मधुबन विधानसभा सीट से विधायक हैं। उन्होंने राज्यपाल को भेजी चिट्ठी में योगी सरकार पर दलितों, पिछड़ों और युवाओं की अनदेखी का आरोप लगाया। इनके अलावा तिंदवारी विधायक ब्रजेश प्रजापति, तिलहर विधायक रोशनलाल वर्मा, बिल्हौर विधायक भगवती प्रसाद सागर और मीरपुर विधायक अवतार सिंह भड़ना भाजपा छोड़ चुके हैं। अब इस सूची में विनय शाक्य का नाम भी जुड़ गया है।

मौर्य के करीबी माने जाते हैं विनय शाक्य
विनय शाक्य को स्वामी प्रसाद मौर्य का करीबी माना जाता है। हालांकि, पिछले दिनों उनके परिवार में चला राजनीतिक नाटक खूब सुर्खियां बटोरा है। विनय शाक्य की बेटी ने वीडियो जारी कर चुनावी मैदान में अलग ही माहौल बना दिया। पिता के अपहरण का आरोप लगाया। इस मामले में औरैया के एसपी को सामने आकर विनय शाक्य के सुरक्षित होने की बात कहनी पड़ी। इसके बाद वे सामने आकर सफाई देते दिखे।

स्वामी मौर्य के साथ रहने की कही थी बात
सामने आए विनय शाक्य ने बेटी रिया शाक्य पर गलत बयान देने की बात कही। उन्होंने कहा था कि उनकी निष्ठा स्वामी प्रसाद मौर्या के साथ ही है। 26 साल से उनसे व्यक्तिगत संबंध है, इसलिए जहां स्वामी प्रसाद मौर्या जहां रहेंगे वह उनके साथ ही जाएंगे। बेटी रिया के सभी आरोप गलत व निराधार हैं। उनके भाई देवेश ने उन्हें बंधक नहीं बनाया है। बेटी को राजनीति के तहत कुछ लोगों ने बरगला दिया है। इस वजह से वह ऐसे आरोप लगा रही है। अब उनके स्वामी प्रसाद मौर्य से मुलाकात के बाद साफ हो गया है कि वे भी अब सपा की साइकिल की सवारी करने को तैयार हैं।

विनय शाक्य ने अब भाजपा छोड़ने का कर दिया है ऐलान