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UP Elections: नेताओं की भगदड़ ने मचाया सियासी घमासान, आगरा की इस सीट से एसपी प्रत्याशी बीजेपी में शामिल

सुनील साकेत, आगरा
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 (UP Vidhansabha Chunav 2022) से पहले नेताओं की भगदड़ ने सियासी माहौल को गरमा दिया है। जोड़-तोड़ और गठजोड़ की राजनीतिक दलों के समीकरण बिगाड़ दिए हैं। आगरा की एत्मादपुर विधानसभा सीट की बात की जाए तो यहां त्रिकोणीय संघर्ष नजर आ रहा था, लेकिन स्वामी प्रसाद मौर्य के सपा में जाने के बाद डैमेज कंट्रोल में जुटी बीजेपी ने एत्मादपुर विधानसभा सीट से सपा के संभावित प्रत्याशी ठाकुर धर्मपाल सिंह को पार्टी में शामिल कर लिया है। इसके बाद एत्मादपुर विधानसभा सीट पर बीजेपी की जीत मजबूत दिखाई दे रही है, लेकिन वर्तमान विधायक रामप्रताप चौहान के समर्थकों के विरोध ने सियासी घमासान मचा दिया है। इधर, एत्मादपुर विधानसभा (Etmadpur Seat) में अपना दबदबा रखने वाली बीएसपी भी कमतर नजर नहीं आ रही है। जाटव और बघेल बाहुल्य इस सीट पर बघेल प्रत्याशी उतारकर अपनी दावेदारी को मजबूत बना दिया है, जबकि बीजेपी ठाकुर वोटरों को समेटने में जुटी है।

उत्तर प्रदेश विधानसभा 2022 का बिगुल बज चुका है। सात चरणों में होने वाले चुनाव में पहला चरण 10 फरवरी को है। पहले चरण में आगरा की नौ विधानसभा सीट पर प्रत्याशी अपना भाग्य अजमाएंगे। एत्मादपुर विधानसभा सीट पर बीएसपी ने अपना प्रत्याशी सर्वेश बघेल को बनाया है। समाजवादी पार्टी के संभावित प्रत्याशी धर्मपाल के बीजेपी में जाने के बाद अब सपा को उम्दा प्रत्याशी की तलाश रहेगी। सूत्रों की मानें तो बीजेपी के किसी बागी ठाकुर नेता को प्रत्याशी बनाया जा सकता है। धर्मपाल बीजेपी के प्रत्याशी हो सकते हैं। पार्टी सूत्रों के अनुसार, आगरा से कई विधायकों के टिकट कटने के आसार नजर आ रहे हैं। विधायकों की छवि पर उन्हें उम्मीदवार बनाया जा सकता है।

एत्मादपुर विधानसभा सीट के जातिगत आंकड़ों पर एक नजर
एत्मादपुर विधानसभा सीट पर बीएसपी का दबदबा रहा है। बीएसपी पहली पार्टी है कि जिसने इस सीट पर 1996, 2007 और 2012 में तीन बार जीत हासिल की है। वजह है कि इस सीट पर दलितों की अच्छी खासी आबादी है। एक आंकड़े के अनुसार, एत्मादपुर विधानसभा सीट पर जाटव वोटरों की संख्या करीब 90 हजार, ठाकुर 80 हजार, बघेल 55 हजार, मुस्लिम 35 हजार, यादव करीब 18 हजार, जाट 20 हजार, वैश्य 15 हजार, ब्राह्मण करीब 12 हजार, कुशवाह 22 हजार, इसके अलावा अन्य पिछड़ी जातियों के एक से डेढ़ लाख वोटर हैं। राजनीतिक जानकारों की मानें तो बीजेपी के वोटरों में सेंधमारी हुई तो बीएसपी को इसका फायदा मिल सकता है। एत्मादुपर विधानसभा सीट में करीब 4.50 लाख वोटर हैं।

नेताओं की खींचतान में लगे राजनीतिक दल
विधानसभा चुनाव से पहले दल बदलू नेता सक्रिय हो गए हैं। बीजेपी के कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य (Swami Prasad Maurya) के समाजवादी पार्टी में जाने के बाद कई नेताओं ने अपने ठिकाने तलाशने तेज कर दिए हैं। सियासी हलकों में चर्चाएं हैं कि एत्मादपुर से बीजेपी विधायक रहे रामप्रताप सिंह चौहान समाजवादी पार्टी से चुनाव लड़ सकते हैं।

धर्मपाल के बीजेपी में शामिल होने के बाद बीजेपी कार्यालय पर प्रदर्शन
बीजेपी में धर्मपाल सिंह के शामिल होने के बाद एत्मादपुर विधानसभा सीट से मौजूदा विधायक रामप्रताप चौहान के समर्थकों ने बीजेपी कार्यालय जयपुर हॉउस स्थित ब्रजक्षेत्र कार्यालय पर बुधवार दोपहर तीन बजे जमकर हंगामा किया। पार्टी के कई कार्यकर्ता अपना इस्तीफा देने के लिए कार्यालय पहुंच गए। कार्यकर्ताओं ने कार्यालय पर जमकर नारेबाजी की। इधर, सूत्र बताते हैं कि रामप्रताप चौहान अपनी जुगाड़ फिट करने के लिए दिल्ली पहुंच रहे हैं।

उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव (Uttar Pradesh Election 2022) का ऐलान चुनाव आयोग ने 8 जनवरी को किया। 403 सीटों वाली 18वीं विधानसभा के लिए 10 फरवरी से 7 मार्च तक सात चरणों में वोट पड़ेंगे। 10 मार्च को चुनाव के नतीजे (UP Election results) आएंगे। यूपी में सात चरणों (Seven Phase) के तहत 10 फरवरी, 14 फरवरी, 20 फरवरी, 23 फरवरी, 27 फरवरी, 3 मार्च और 7 मार्च को मतदान (Voting) होगा।

10 फरवरी को पहले चरण (First Phase) में पश्चिम यूपी के 11 जिलों की 58 सीटों पर, दूसरा चरण (Second Phase) 14 फरवरी को 9 जिलों की 55 सीटों पर, 20 फरवरी को तीसरे चरण (Third Phase) में 16 जिलों की 59 सीटों पर मतदान होगा। चौथे चरण (Fourth Phase) में मतदान 23 फरवरी को लखनऊ सहित 9 जिलों की 60 सीटों पर होगा। पांचवे चरण (Fifth Phase) में 27 फरवरी को 11 जिलों की 60 सीटों पर, छठे चरण में 3 मार्च को 10 जिलों की 57 सीटों पर और सातवें (Seventh Phase) और अंतिम चरण (Last Phase) का मतदान 7 मार्च को 9 जिलों की 54 सीटों पर किया जाएगा। 17वीं विधानसभा का कार्यकाल (UP Assembly ) 15 मई तक है।

17वीं विधानसभा के लिए 403 सीटों पर चुनाव 11 फरवरी से 8 मार्च 2017 तक 7 चरणों में हुए थे। उस चुनाव में बीजेपी ने 312 सीटें जीतकर पहली बार यूपी विधानसभा (Uttar Pradesh Vidhansabha) में तीन चौथाई बहुमत हासिल किया। अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) की अगुवाई में समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) और कांग्रेस (Congress) गठबंधन 54 सीटें जीत सका। इसके अलावा प्रदेश में कई बार मुख्यमंत्री रह चुकीं मायावती (Mayawati) की बीएसपी (Bahujan Samaj Party) 19 सीटों पर सिमट गई। इस बार सीधा मुकाबला समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) और भाजपा (Bharatiya Janata Party) के बीच माना जा रहा है। भाजपा योगी आदित्यनाथ ( Yogi Adityanath) और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के चेहरे को आगे कर चुनाव लड़ रही है।