दूषित हवा के मामले में कानपुर की हालत सुधरी तो है, लेकिन आंकड़े अभी भी चिंताजनक है। शहर की हवा अभी भी सेहत के लिए खतरनाक बनी है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) ने शुक्रवार शाम जो आंकड़े जारी किए, उसमें कानपुर अभी भी देश का पांचवां सबसे प्रदूषित शहर बना हुआ है। दिल्ली में एक बार फिर प्रदूषण बढ़ने से केंद्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में आने वाले यूपी के शहरों की हवा और भी खराब हो गई है।
सीपीसीबी के आंकड़ों में सबसे ज्यादा चौंकाया मुरादाबाद के आंकड़ों ने। मुरादाबाद एक दिन पहले ही 453 वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआइ) के साथ देश का सबसे प्रदूषित शहर था। लेकिन शुक्रवार को उसका सूचकांक बेहद तेजी से नीचे आकर 262 पर ठहरा। देश में सर्वाधिक प्रदूषित शहरों में ओडिशा का तालचेर शहर है। जबकि दूसरे नंबर पर ग्रेटर नोएडा, तीसरे पर नोएडा, चौथे पर गाजियाबाद, पांचवें पर कानपुर और छठे पर लखनऊ है। दिल्ली एक बार फिर टॉप टेन में आ गया और उसे इस सूची में नौवां स्थान मिला है। 311 अंकों के साथ वाराणसी दसवें स्थान पर आ गया है। कानपुर की हवा में प्रदूषण की मात्रा में एक दिन पहले के मुकाबले 11 अंकों की कमी जरूर आई है। लेकिन अभी भी यह शहर बेहद खराब शहरों की सूची में शुमार है। देश के टॉप टेन प्रदूषित शहर
1. तालचेर 412
2. ग्रेटर नोएडा 367
4. गाजियाबाद 355
5. कानपुर 351
6. लखनऊ 342
7. पटना 339
8. फरीदाबाद 337
9. दिल्ली 330
10. वाराणसी 311
3. नोएडा 366
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