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Up Vidhan Sabha Chunav 2022: ‘2017 से पहले सरकारी पैसे पर होता था नाच गाना’, अस्पताल में होर्डिंग्स पर SP विधायक ने उठाए सवाल

सुमित शर्मा, कानपुर
उत्तर प्रदेश के कानपुर में सरकारी भवनों में लगाई जा रहीं होर्डिंग्स विवादों के घेरे में आ गई हैं। सरकारी अस्पताल उर्सला में लगीं होर्डिंग्स इन दिनों सुर्खियों में हैं। होर्डिंग्स में पिछली समाजवादी सरकार पर तंज कसते हुए, बीजेपी के विकास कार्यों की तारीफ की गई है। उर्सला अस्पताल में लगी होर्डिंग्स में लिखा गया है कि ‘2017 से पहले सरकारी पैसे पर होता था नाच-गाना’, फोटो में एक शख्स लाल टोपी लगाकर डांस कर रहा है। दूसरी तरफ लिखा है 2017 के बाद सरकारी पैसा प्रदेश की तरक्की में खर्च होता है, जिसमें विकास कार्य की तस्वीर लगी है।

सरकारी भवन में लगी इन होर्डिंग्स में शासन के राजकीय चिन्ह को भी दर्शाया गया है। इसके साथ इसमें किसी भी राजनीतिक पार्टी का नाम नहीं लिखा गया है। समाजवादी पार्टी के विधायक अमिताभ वाजपेई ने सवाल उठाएं हैं। उन्होंने कहा कि इस तरह की प्रचार सामग्री के लिए इससे पहले सरकारी भवनों का इस्तेमाल नहीं किया गया है। इस घटना के बाद से समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं में गुस्से देखा जा रहा है।

होर्डिंग्स में क्या है?
एसपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के पैतृक गांव में सैफई महोत्सव का आयोजन होता था। उर्सला अस्पताल में लगी होर्डिंग्स में सैफई महोत्सव को विषय में लिखा गया है कि 2017 से पहले सरकारी पैसे पर नाच-गाना होता था। दूसरी तरफ भगवा रंग में लिखा है कि 2017 के बाद सरकारी पैसा प्रदेश की तरक्की में खर्च होता है।

वहीं एक और होर्डिंग में लिखा गया है 2017 से पहले प्रदेश में बहन बेटियां असुरक्षित जिसमें एक युवती पर कुछ लोग फब्तियां कसते हुए दर्शाया गया है। दूसरी तरफ यूपी पुलिस के साथ एक युवती को दिखाया गया है, और फब्तियां कसने वालों को पुलिस की जीप में दिखाया गया है।

अस्पताल में लगे होर्डिंग्स

एसपी विधायक ने उठाए सवाल
कानपुर की आर्यनगर विधानसभा सीट से समाजवादी पार्टी के विधायक अमिताभ वाजपेई ने इन होर्डिंग्स पर सवाल उठाएं हैं। अमिताभ वाजपेई का कहना है कि बीजेपी के लोग सरकारी खर्च पर अपना चुनावी प्रचार और रैलियां कर रहे हैं। इसके साथ ही सरकारी खर्च पर रोडवेज की बसें और खाना खिला रहे हैं। अब तो सरकारी खर्च पर प्रचार के लिए होर्डिंग्स भी लगवाने लग गए हैं। ये पूरी तरह से सत्ता का दुरूप्रयोग कर रहे हैं।