हमारे संवाददाता
फतेहगढ़ साहिब, 1 जनवरी
संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) के नेता राकेश टिकैत ने आज प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी से किसानों के लिए ऋण माफी की घोषणा करने का आग्रह किया, जैसे उन्होंने 5 जनवरी को पंजाब की अपनी निर्धारित यात्रा के दौरान कृषि कानूनों को निरस्त कर दिया था।
अगर यूनियनों ने चुनाव जीता तो सदस्यता खो देंगे
यदि वे (किसान समूह) चुनाव जीत जाते हैं, तो गैर-राजनीतिक एसकेएम की उनकी सदस्यता स्वतः समाप्त हो जाएगी और यदि वे हार जाते हैं, तो वे कमजोर हो जाते हैं। राकेश टिकैत, एसकेएम नेता
यहां डेरा हंसाली में मीडियाकर्मियों से बातचीत करते हुए टिकैत ने कहा कि प्रधानमंत्री को पंजाब के कृषि राज्य से न केवल सद्भावना के तौर पर शुरुआत करनी चाहिए, बल्कि भारी कर्ज का सामना कर रहे संकटग्रस्त किसानों की दुर्दशा को भी दूर करना चाहिए।
टिकैत, बीकेयू (लखोवाल) के अध्यक्ष हरिंदर सिंह लखोवाल और समर्थकों के साथ यहां किसानों की जीत पर मत्था टेकने आए थे।
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि एमएसपी समिति के गठन पर सरकार और एसकेएम के बीच हुए फैसले पर अब तक कोई प्रगति नहीं हुई है। उन्होंने स्पष्ट किया कि जो किसान नेता चुनाव लड़ेंगे वे उस समिति का हिस्सा नहीं होंगे। पीएम को जल्द से जल्द फैसलों को लागू करना चाहिए।
उन्होंने पीएम से उन सभी कैदियों को रिहा करने का आग्रह किया, जिन्होंने अपनी जेल की अवधि पूरी कर ली थी, लेकिन अभी भी जेलों में बंद थे।
यह पूछे जाने पर कि क्या एसकेएम प्रधानमंत्री के पंजाब दौरे का विरोध करेगी, उन्होंने कहा कि किसानों की मांगों की ओर उनका ध्यान आकर्षित करना प्रतीकात्मक होगा।
यह पूछे जाने पर कि जिन किसान समूहों ने चुनाव लड़ने का फैसला किया है, वे एसकेएम का हिस्सा बने रहेंगे या नहीं, टिकैत ने कहा कि यह फैसला एक बैठक में लिया जाएगा। उन्होंने कहा, “क्या उन्हें (किसान समूह) चुनाव जीतना चाहिए, हमारे गैर-राजनीतिक मोर्चा की सदस्यता स्वतः समाप्त हो जाएगी और अगर वे हार जाते हैं, तो वे कमजोर हो जाते हैं,” उन्होंने कहा।
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