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17 तोपों की सलामी के साथ CDS बिपिन रावत की बेटियों ने अपना पिता को दी मुखाग्नि,

आज पूरा देश मायूम से हैं। तीनों ही सेनाओं के पितामह कहे जाने वाले सीडीएस जनरल बिपिन रावत अब हमारे बीच में नहीं रहे। सुल्लूर जाने के दौरान तमिलनाडु के कन्नूर में जिले में उनका हेलीकॉप्टर हादसे का शिकार हो गया। उनके निधन से देश के सैन्य बल अपूरनीय क्षति हुई है। जिसकी भरपाई शायद ही कभी हो सकती है। राजनीतिक हलकों, सैन्य हलकों समेत पूरा देश बिपिन रावत के चले जाने से शोकाकूल है। वहीं, बिपिन रावत की बेटियों ने अपना पिता जनरल बिपिन रावत को 17 तोपों की सलामी के साथ मुखाग्नि दे दी है।

बेटियों ने अपने पिता सीडीएस बिपिन रावत और मां मधुलिका रावत को मुखाग्नि दी। 17 तोपों की सलामी और पूरे सैन्य सम्मान के साथ उन्हें अंतिम विदाई दी गई। पूरे ही सैन्य सम्मान के साथ देश के पहले सीडीएस जनरल बिपिन रावत का अंतिम संस्कार किया गया है। इस वक्त सभी की आंखें नम हो गई। इतने बड़े ही विभूति का हमारे आंंखों के सामने हमेशा के लिए ओझल हो जाना है, हमारे सैन्य बल के लिए अपूरनीय क्षति है।

बता दें कि बिपिन रावत तीनों ही सेनाओं के पितामह माने जाते हैं। उनकी रहनुमाई सेना के तीनों ही अंगों ने सामरिक क्षेत्रों में नया कीर्तिमान स्थापित कर भारत के सैन्य बल को मजबूती प्रदान कर दी है। अब ऐसे में उनका हमारी आंखों से हमेशा-हमेशा के लिए ओझल हो जाना , यह एक बहुत बड़ी सामरिक क्षति है। इस बीच सीडीएस बिपिन रावत की बेटियों ने अपनी हिम्मत का परिचय दिखाते हुए अपने पिता को मुखाग्नि दी। उनका इस तरह से हमेशा के लिए पचंतत्व में विलिन हो जाना है, हम सभी के लिए बहुत ही दुखभरा है।