करम प्रकाश
ट्रिब्यून न्यूज सर्विस
पटियाला, 26 नवंबर
कोविड योद्धाओं के विरोध के बाद, चिकित्सा शिक्षा मंत्री राज कुमार वेरका को शुक्रवार को यहां अपने निर्धारित कार्यक्रम के दौरान बीच में ही छोड़ना पड़ा।
मंत्री यहां सरकारी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में विभिन्न विकास परियोजनाओं का उद्घाटन करने आए थे।
मेडिकल कॉलेज में परियोजनाओं का उद्घाटन करने के बाद, जब मंत्री अस्पताल गए, तो प्रदर्शनकारी रास्ते में आ गए और दोनों गेटों को बंद कर दिया, जहां उन्हें मल्टी-लेवल पार्किंग, एक ऑक्सीजन प्लांट और एक कैथीटेराइजेशन लैब का उद्घाटन करना था।
कुछ प्रदर्शनकारी मल्टी लेवल पार्किंग बिल्डिंग के ऊपर चढ़ गए।
मंत्री, जो कांग्रेस विधायक मदन लाल जलालपुर के साथ थे, ने कहा कि सरकार पहले से ही प्रदर्शनकारियों को नौकरी देने की प्रक्रिया में थी।
मंत्री ने दावा किया, “उनकी नियुक्तियों से संबंधित फाइल पहले ही वित्त विभाग तक पहुंच चुकी है। एक-दो दिन में वे काम पर लौट आएंगे।”
इस बीच, प्रदर्शनकारियों ने मांग की कि उन्हें तुरंत नौकरी दी जाए। उन्होंने कहा कि उन्हें पिछले साल कोविड महामारी फैलने के बाद काम पर रखा गया था और दोनों कोविड तरंगों के दौरान काम किया था।
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