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Asaduddin Owaisi: ‘अगर मुस्लिमों पर जुल्म की इंतेहा न होती, तो यूपी आने का कोई शौक नहीं था’, अलीगढ़ में योगी सरकार पर बरसे ओवैसी

पंकज शर्मा, अलीगढ़
यूपी के अलीगढ़ में जनसभा संबोधित करते हुए AIMIM अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि वह यूपी आए नहीं बल्कि बुलाया गया है। उन्होंने अल्पसंख्यकों से आह्वान करते हुए कहा कि जिस तरह दूसरे दलों ने जाति विशेष के लिए प्लैटफॉर्म बनाए हैं, उसी तरह उन्हें भी अपना राजनीतिक नेतृत्व तय करना चाहिए।

अलीगढ़ के महेशपुर तिराहा पर आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए ओवैसी ने कहा, ‘मैं उत्तर प्रदेश आया नहीं हूं बल्कि बुलाया गया हूं। उत्तर प्रदेश में मुसलमानों पर जुल्म की इंतहा ना होती और यहां की सरकारें बिना भेदभाव सियासत कर रही होती, तो मुझे यहां आने का कोई शौक नहीं था। मैं भी हैदराबाद के चबूतरों पर ईरानी चाय का लुफ्त उठाकर खुश रहता। अब मैं उत्तर प्रदेश ही नहीं पूरे भारत में घूम-घूम कर मुसलमानों को एकत्रित करने का कार्य करूंगा।’

‘अपना राजनीतिक नेतृत्व बनाइए’
ओवैसी ने आगे कहा, ‘आप अपना राजनीतिक नेतृत्व ऐसा बनाइए जैसे उत्तर प्रदेश में चौधरी चरण सिंह ने जाटों के लिए, मुलायम सिंह यादव ने यादवों के लिए, मायावती ने जाटवों के लिए, बीजेपी ने स्वर्ण जाति के लिए और अनुप्रिया पटेल ने कुर्मियों लिए राजनीतिक प्लैटफॉर्म बना दिया है।’

आरएसएस पर ओवैसी का निशाना
आरएसएस पर निशाना साधते हुए ओवैसी ने कहा, ‘मैं आरएसएस के लोगों से पूछना चाहता हूं आरएसएस की शपथ संविधान के मुताबिक है? आरएसएस इस देश को हिंदू राष्ट्र बनाना चाहती है। आरएसएस के लोगों ने कहा था कि हम अंबेडकर के बनाए संविधान को नहीं मानते, हम मनु स्मृति को मानते हैं। 1980 के जमाने में सावरकर की किताब को लेकर हिंदुत्व शब्द बढ़ाया गया। जब हम यह बातें करते हैं। तो यह लोग हम पर इल्जामों की बौछार कर देते हैं।’

‘जो कंगना ने कहा, वह मुस्लिम कहता तो UAPA लग जाता’
कंगना रनौत के बयान पर ओवैसी ने कहा, ‘पिछले दिनों एक नायिका ने कहा था कि 2014 सही मायने में देश आजाद हुआ है, तो उन्हें पदमश्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। मैं देश के प्रधानमंत्री से पूछना चाहता हूं कि क्या 1947 में देश आजाद नहीं हुआ था। अगर इस बात को कोई मुसलमान कह देता तो उस पर यूएपीए लग जाता और मार मारकर उसका बेहाल कर दिया जाता।’

अलीगढ़ में ओवैसी