![](https://paw1xd.blr1.cdn.digitaloceanspaces.com/lokshakti.in/2024/06/default-featured-image.webp)
मथुरा: हादसे में मारे गए युवकों के फाइल फोटो
जर्मनी व अमेरिका की तकनीकी से यमुना एक्सप्रेसवे लोगों की सहूलियत के लिए बनाया गया था। इस पर चलने के लिए नियम कायदे भी तय हैं लेकिन वाहन चालक इसका पालन नहीं करते हैं। यही कारण रहा कि शुक्रवार सुबह बस चालक ने एक कार को रौंद दिया। इसमें चालक एक नहीं तीन लापरवाही बरत रहा था। नींद, तेज रफ्तार व ओवरटेक की लेन में बस चलाना ही हादसे का कारण बना। यदि बस में सवारियां होतीं तो कई की जानें चली जातीं। यमुना एक्सप्रेसवे पर उल्टे सीधे वाहनों को चलाने वाले को कोई रोकने वाला नहीं है। दिन के वक्त भी जो लेन जिसके लिए निर्धारित है, उसका पालन नहीं किया जाता है। अधिकतम रफ्तार 100 किलोमीटर प्रति घंटा है, जो ओवरटेक से पहले लेन निर्धारित है। कार अगर ओवरटेक करनी है, दाहिनी तरफ डिवाइडर से सटी लेन पर ओवरटेक कर आगे निकाल सकते हैं। तीसरी लेन बसों के लिए निर्धारित है और सबसे किनारे वाली लेन पर ट्रैक्टर व धीमी गति से चलने वाले वाहन चलते हैं। लेकिन बस चालक तो ओवरटेक वाली लेन में बसों को दौड़ाते मिल जाएंगे।
क्षतिग्रस्त बस
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि यही गलती इस बस चालक ने की है। अगर यह अपनी लेन में कम रफ्तार से चल रहा होता तो हादसा नहीं होता। इतना ही नहीं रात के वक्त तो बस व ट्रक भी ओवरटेक वाली लेन में दौड़ते हैं। पुलिस इन वाहनों को नहीं रोकती है। हालांकि एसएसपी डॉ. गौरव ग्रोवर ने बताया कि उन्होंने जिले की सीमा में आने वाले वाले यमुना एक्सप्रेसवे पर यातायात के नियमों का पालन करने के लिए सख्त हिदायत दी है, साथ ही एक्सप्रेसवे प्रबंधन से भी नियमों का सख्ती से लागू करने के लिए कहा है।
मथुरा: यमुना एक्सप्रेसवे पर हादसे में मारे गए युवकों के फाइल फोटो
घायल को अस्पताल में कराया भर्ती
आगरा से प्राइवेट बस नोएडा की तरफ जा रही थी। बस को चालक बलविंदर पुत्र हरजीत निवासी मकान-411, वार्ड-25 मोहल्ला डाकी चौक, थाना डिविजन-2 पठानकोट (पंजाब) चला रहा था। थाना नौहझील के एक्सप्रेसवे पर माइल स्टोन-71 के पास बस पहुंची तो बेकाबू होते हुए डिवाइडर को तोड़ते हुए दूसरे साइड में नोएडा से आ रही कार से टकरा गई। कार को करीब 30 मीटर तक घसीटते हुए ले गई।
मथुरा: गौरव की फाइल फोटो
भीषण हादसे में बस चालक और कार सवार शिवसागर यादव उर्फ गुड्डू (26) पुत्र वेदप्रकाश यादव निवासी हाल 49, अक्षय एंक्लेव गोविंदपुरम, गाजियाबाद मूल निवासी बहवलापुर थाना मंगालपुर, कानपुर देहात, उसकी मां प्रेमलता (56), दोस्त आर्यन पुत्र महेंद्र सिंह निवासी राधाकृष्ण एंक्लेव थाना मसूरी, गाजियाबाद, भाई का दोस्त गौरव यादव पुत्र सतीश यादव की मौत हो गई। हादसे में गंभीर रूप से शिवसागर का भाई निक्की उर्फ मोहनीश यादव पुत्र वेदप्रकाश यादव घायल हो गया। नौहझील पुलिस ने शवों को कब्जे में लिया और घायल को अस्पताल में भर्ती कराया।
पोस्टमार्टम गृह पर परिजन
दिवाली की खुशियां मातम में बदलीं, जा रहे थे कानपुर
दिवाली मनाने के बाद अपने गांव कानपुर जा रहे कार सवारों को क्या पता था कि मौत उन पर झपट्टा मारने के इंतजार में खड़ी है। हालांकि कार चालक की कतई भी गलती नहीं थी। बस चालक की गलती का खामियाजा कार सवार चार लोगों को जिंदगी गंवाने पर भुगतना पड़ा। गोवर्धन पूजा वाले दिन हुए हादसे के कारण चार परिवारों में कोहराम मच गया। दिवाली की खुशियां मातम में तब्दील हो गईं। पोस्टमार्टम गृह पर परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल था।
More Stories
अयोध्या रामलला लाइव दर्शन 16 जुलाई: ब्रह्मांड नायक श्री रामलला सरकार का दिव्य श्रृंगार, यहां देखिए प्रातः कालीन आरती दर्शन
बार-बार शराब पीने के बाद दो पुलिसकर्मियों ने सर्विस रिवॉल्वर से की फायरिंग, दोनों को गिरफ्तार होते ही मिली जमानत
जीएसटी के सीनियर कमिश्नर की पत्नी ने की आत्महत्या: घर में फंदे पर लटकी मिली लाश, मृतिका का भाई बोला- ससुराल वालों ने मार डाला