शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के वरिष्ठ नेता प्रेम सिंह चंदूमाजरा ने आज आरोप लगाया कि वर्तमान बिजली संकट के लिए राज्य सरकार का गैर-गंभीर रवैया और प्रशासनिक चूक जिम्मेदार है।
मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने प्रधानमंत्री के साथ बैठक के दौरान बिजली संकट का मुद्दा न उठाकर जोर देकर कहा कि उनकी सरकार की गंभीरता नहीं है।
चंदूमाजरा ने कहा कि कांग्रेस पार्टी और उसकी सरकार शीर्ष कुर्सी के लिए अंदरूनी कलह में उलझी हुई है और उन्हें बिजली संकट की कोई परवाह नहीं है। उन्होंने कहा कि अब सीएम अपनी आमने-सामने की बैठक के दौरान इस मुद्दे को अपने साथ उठाने में विफल रहने के बाद पीएम को पत्र लिख रहे थे।
शिअद नेता ने यह भी कहा कि पंजाब कोयला संकट का सामना कर रहा है क्योंकि पंजाब स्टेट पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड (पीएसपीसीएल) कोल इंडिया लिमिटेड का डिफॉल्टर है। उन्होंने कहा कि कोयले की आपूर्ति पर नियम स्पष्ट हैं; अग्रिम भुगतान करने वालों को प्राथमिकता मिली, दूसरा स्थान उन लोगों के लिए था जिन्होंने डिलीवरी पर तत्काल भुगतान किया और तीसरा डिफॉल्टरों के लिए था। उन्होंने कहा कि पंजाब डिफॉल्टर स्टेट है, इसलिए इसे प्राथमिकता नहीं मिल रही है। — टीएनएस
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