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Kisan Mahapanchayat: भारत बंद से पहले पानीपत और मुजफ्फरनगर में किसान महापंचायत, जुटेंगे हजारों किसान

हाइलाइट्सकिसानों ने भारत बंद से पहले बुलाई है महापंचायतपानीपत में जुटेंगे सैकड़ों किसान, राकेश टिकैत भी पहुंचेंगेमुजफ्फरनगर में भी बुलाई गई है महापंचायतमुजफ्फरनगर/पानीपत
भारत बंद से पहले 26 सितंबर यानी आज किसानों की महापंचायत होने जा रही है। संयुक्त किसान मोर्चा के बाद अब हिंद मजदूर किसान समिति की किसान महापंचायत यूपी के मुजफ्फरनगर में होने जा रही है। यहां जीआईसी मैदान में सैकड़ों किसानों के जमा होने का अनुमान है। वहीं हरियाणा के पानीपत में भी किसानों का जनसैलाब उमड़ सकता है। दोनों ही जगह पुलिस-प्रशासन अलर्ट है। हालांकि दोनों ही किसान पंचायतें अलग-अलग संगठनों की हैं।

पानीपत में किसान महापंचायत के लिए 26 सदस्यीय कमिटी गठित की गई है। इसमें भारतीय किसान यूनियन के जिला प्रधान सोनू मालपुरिया और मंडी प्रधान रमेश मलिक रिसालू को मुख्य जिम्मेदारी दी गई है। महापंचायत में बीकेयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत शिरकत करेंगे। किसी अप्रिय घटना से बचने के लिए सभी कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारी सौंपी गई है।

अनाज मंडी में होगी महापंचायत
भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष रतन मान ने बताया कि महापंचायत नई अनाज मंडी में होगी। पानीपत के साथ अन्य जिलों से हजारों लोगों के शामिल होने का दावा किया गया है। जानकारी के अनुसार, खेती कानूनों के विरोध में दिल्ली बॉर्डर पर धरना जारी है। किसानों पर लाठीचार्ज के विरोध करनाल में किसान आंदोलन कर चुके हैं।

हिंद मजदूर किसान समिति की किसान महापंचायत मुजफ्फरनगर के जीआईसी मैदान में ही होगी। समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजपाल सिंह का कहना है कि महापंचायत में सिर्फ आसपास के जिलों के किसान हिस्सा लेंगे, लेकिन उनकी तादाद काफी होगी। महापंचायत की तैयारियां काफी तेज रफ्तार से चल रही हैं। उधर बीकेयू नेता राकेश टिकैत पहले ही कह चुके हैं कि 26 सितंबर की महापंचायत सरकार के दम पर हो रही है। सरकार पंचायत के आयोजकों की मदद कर रही है।

उठेंगे किसानों के मुद्दे
हिंद मजदूर किसान समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजपाल सिंह का कहना है कि पांच सितंबर को संयुक्त किसान मोर्चा की मुजफ्फरनगर में हुई महापंचायत में मंच से किसानों की समस्याओं को नहीं उठाया था। राजनीतिक बयानबाजी की गई थी। इस महापंचायत में किसान हित में कोई बात नहीं की गई थी। राजपाल सिंह का कहना है कि रविवार की महापंचायत में गन्ना भुगतान, गन्ना मूल्य वृद्धि, बिजली के बिल आदि मुख्य विषय होंगे। सरकार पर किसान हित में कदम उठाने का दबाव बनाया जाएगा।

दरअसल हिंदू मजदूर किसान समिति परमधाम न्यास के चंद्रमोहन के मार्गदर्शन में चलता हैं। कृषि कानूनों के समर्थन में चंद्रमोहन के नेतृत्व में काफी किसान कृषि आंदोलन के दौरान दिल्ली भी गए थे। उन्होंने केंद्रीय मंत्री और मुजफ्फरनगर के सांसद संजीव बालियान की मौजूदगी में कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर को समर्थन संबंधी पत्र सौंपा था।

इसी के साथ रविवार को होने वाली महापंचायत में शामली, मुजफ्फरनगर से गठवाला खाप के राजेंद्र सिंह मलिक और भारतीय किसान यूनियन भानु गुट से ठाकुर पूरन सिंह हिस्सा लेंगे। महापंचायत के मद्देनजर सहारनपुर रेंज के डीआईजी की तरफ से मुजफ्फरनगर में अतिरिक्त फोर्स तैनात की गई हैं

किसान मोर्चा का भारत बंद सोमवार को…..
तीन कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा ने 27 सितंबर को भारत बंद का आह्वान किया है। इस दिन वेस्ट यूपी के ज्यादातर जिलों में बंद को सफल बनाने के लिए जगह चिन्हित की। मेरठ के वकीलों ने भी बंद को समर्थन दिया हैं। मेरठ में आठ जगह जाम लगाने का ऐलान किया हैं।

रामपुर, मुरादाबाद और अमरोहा में भी जाम लगाने का ऐलान किया गया है। बंद के मद्देनजर अपर पुलिस महानिदेशक मेरठ जोन ने सभी जिलों के कप्तानों से अतिरिक्त सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं। जबरन बंद नहीं कराने देने की हिदायत दी हैं। किसान प्रतिनिधियों से भी शांति बनाए रखने की अपील की गई हैं।

किसान महापंचायत