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खुशी का एक और पल… बंगलूरू के लिए भी शुरू हुई हवाई सेवा

आईटी सिटी से जुड़ा बरेली, सालों से घर आने को बेकरार थे पहली फ्लाइट से बरेली पहुंचे ज्यादातर लोग
बरेली। बंगलूरू आने-जाने के लिए ट्रेन के लंबे, उबाऊ और थकान भरे सफर का सिलसिला भी आखिरकार खत्म हो गया। शनिवार को बरेली और बंगलूरू के बीच हवाई यात्रा शुरू होने के साथ लंबा इंतजार खत्म हो गया। बंगलूरू से आई पहली फ्लाइट में सारी सीटें बुक थीं। ज्यादातर ऐसे लोग थे जो लंबे सफर की वजह से काफी समय से यात्रा को टाल रहे थे। सुबह 11:19 बजे जैसे ही विमान ने बरेली की धरती को छुआ, इन लोगों के चेहरे खुशी से खिल उठे।
बंगलूरू से बरेली के लिए फ्लाइट का समय शनिवार सुबह 8.40 बजे था लेकिन 155 यात्रियों के साथ एयरबस ने 12 मिनट की देरी से 8.52 बजे उड़ान भरी। बरेली एयरपोर्ट पर उसे 11.30 बजे लैंड करना था लेकिन 11 मिनट पहले ही 11:19 बजे ही फ्लाइट यहां उतर गई। दोपहर 12.30 बजे 121 यात्रियों के साथ एयरबस ने बरेली से बंगलूरू के लिए उड़ान भरी। पहली फ्लाइट से बंगलूरू से बरेली आए यात्रियों का इंडिगो की टीम ने स्वागत किया। उन्हें रिसीव करने उनके परिवार के लोग भी पहुंचे थे जिन्होंने एयरपोर्ट पर सेल्फी लेकर भी इस मौके को यादगार बनाया।
ढाई घंटे में 2150 किमी का सफर
बरेली से बंगलूरू की दूरी करीब 2150 किलोमीटर है। ट्रेन का यह सफर करीब 35 घंटे का है जो हवाई यात्रा शुरू होने के बाद सिर्फ 2.27 घंटे में सिमट गया। इससे भी बड़ा लाभ यह हुआ है कि बरेली भी अब आईटी सिटी से सीधे जुड़ गया है। बरेली और आसपास के जिलों में आईटी क्षेत्र से जुड़े कारोबारियों के साथ विद्यार्थियों को भी इसका बड़ा फायदा मिलने की उम्मीद है।
चार दिन सीधे, तीन दिन वाया मुंबई उड़ान
बंगलूरू के लिए अब हर दिन फ्लाइट उपलब्ध रहेगी। सोमवार, बुधवार और शुक्रवार यानी तीन दिन बरेली से बंगलूरू के लिए सीधी फ्लाइट है और शेष चार दिन वाया मुंबई फ्लाइट मिलेगी। इंडिगो के प्रतिनिधि साकेत गुप्ता ने बताया कि 31 अगस्त तक बंगलूरू के लिए करीब 42 सौ रुपये किराया निर्धारित है। वाया सेवा का किराया अलग रहेगा।
देरी से पहुंचे जवान की फ्लाइट छूटी
बंगलूरू जाने के लिए सुबह 11.42 बजे एयरपोर्ट पहुंचे आर्मी इंटेलीजेंस के जवान सतीश को अंदर प्रवेश नहीं मिल पाया। सतीश ने जरूरी काम बताया तो सुरक्षाकर्मियों ने इंडिगो प्रतिनिधियों को बुलाया जिन्होंने उससे कई सवाल करने के बाद उच्चाधिकारियों को अवगत कराया मगर कोई मदद नहीं मिली। एयरपोर्ट सुरक्षाकर्मियों के मुताबिक फ्लाइट पकड़ने के लिए उड़ान से करीब घंटे भर पहले पहुंचना जरूरी है ताकि सत्यापन के बाद यात्री को मिनी बस से एयरबस तक पहुंचाया जा सके।
स्क्रीनिंग में पकड़ा गया अचार
बंगलूरू जा रहा एक परिवार अपने साथ घर का बना अचार लेकर एयरपोर्ट पहुंचा था। लगेज स्कैनर मशीन से बैग की जांच हुई तो अचार पकड़ा गया। सुरक्षाकर्मियों ने अचार का डिब्बा अपने पास जमा कर लिया। इंडिगो प्रतिनिधि ने बताया कि तेल या उससे बनी कोई वस्तु, ज्वलनशील या जहरीला पदार्थ, पारा, आर्द्र सेल बैटरी, विस्फोटक, खाली कारतूस, बंदूक, लाइटर, रिफिल, थिनर, रेडियोधर्मी पदार्थ जैसा सामान यात्रा में साथ ले जाना प्रतिबंधित है।
कनेक्टिंग फ्लाइट से भी शुरू हुआ सफर
कमिश्नर आर रमेश कुमार अपने बेटे प्रवीण कुमार को एयरपोर्ट पर छोड़ने पहुंचे। उन्होंने बताया कि उनके बेटे को चेन्नई जाना है। वह बरेली से बंगलूरू और फिर वहां से चेन्नई पहुंचेगा। बोले, काफी समय से बेटे को चेन्नई भेजने के लिए फ्लाइट शुरू होने का इंतजार कर रहे थे। अब तमाम लोगों को राहत मिलेगी।
यात्रियों ने परिसर में फेंक दी पीपीई किट
बंगलूरू और मुंबई से आने वाले कुछ यात्रियों ने पीपीई किट पहनकर यात्रा की लेकिन बरेली एयरपोर्ट पहुंचने पर उसे उतारकर परिसर में ही फेंक दिया। हालांकि यात्रियों की निगेटिव रिपोर्ट देखने के बाद ही मुख्य एयरपोर्ट भवन से बाहर निकलने की अनुमति थी। जिन लोगों ने घास के मैदान में पीपीई किट पड़ी देखी, उन्होंने इस पर सख्त आपत्ति जताई।

आईटी सिटी से जुड़ा बरेली, सालों से घर आने को बेकरार थे पहली फ्लाइट से बरेली पहुंचे ज्यादातर लोग

बरेली। बंगलूरू आने-जाने के लिए ट्रेन के लंबे, उबाऊ और थकान भरे सफर का सिलसिला भी आखिरकार खत्म हो गया। शनिवार को बरेली और बंगलूरू के बीच हवाई यात्रा शुरू होने के साथ लंबा इंतजार खत्म हो गया। बंगलूरू से आई पहली फ्लाइट में सारी सीटें बुक थीं। ज्यादातर ऐसे लोग थे जो लंबे सफर की वजह से काफी समय से यात्रा को टाल रहे थे। सुबह 11:19 बजे जैसे ही विमान ने बरेली की धरती को छुआ, इन लोगों के चेहरे खुशी से खिल उठे।