उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड की सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों में प्रशिक्षित स्नातक शिक्षक 2021 (टीजीटी) भर्ती के लिए शनिवार को लिखित परीक्षा संपन्न हुई। पहली पाली में सूबे के 460 केंद्रों पर सुबह साढ़े नौ बजे से साढ़े 11 बजे तक परीक्षा हुई। चयन बोर्ड के उपसचिव एवं परीक्षा नियंत्रक नवल किशोर ने बताया कि पहली पाली में 191110 अभ्यर्थी पंजीकृत रहे। इसमें से 160809 परीक्षा में शामिल हुए। कुल 84 फीसदी उपस्थिति रही, जबकि 16 फीसदी अभ्यर्थी अनुपस्थित रहे।
दूसरी पाली की परीक्षा सूबे के 432 कें द्रों पर दोपहर ढाई से साढ़े चार बजे के संपन्न हुई। दूसरी पाली मेें 179827 अभ्यर्थी पंजीकृत थे, जबकि 150216 अभ्यर्थी ही परीक्षा में उपस्थित रहे। दूसरी पाली में 83 फीसद उपस्थिति रही, जबकि 17 फीसद अभ्यर्थी अनुपस्थित रहे। पहली में विज्ञान, संस्कृत, गृहविज्ञान, कला और दूसरी पाली में अंग्रेजी, वाणिज्य, सिलाई और जीव विज्ञान की परीक्षा हुई।
पेपर लीक होने की उड़ती रही अफवाह
माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड की प्रशिक्षित स्नातक शिक्षक 2021 की पहली पाली लिखित परीक्षा में दिनभर पेपर लीक होने की अफवाह उड़ती रही। व्हाट्एसएप और सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्म पर कुछ पेपर वायरल हो रहे थे, जिसे टीजीटी 2021 का बताया जा रहा था। आंबेडकर नगर जिले में एक केंद्र पर पेपर देर से मिलने व पैकेट का सील खुला होने की शिकायत की गई। कई अन्य जिलों में भी पेपर देर से मिलने और प्रश्नपत्र के पैकेट की सील खुली होने की अभ्यर्थियों ने शिकायत की।
इसके अलावा व्हाट्सएप पर पेपर व उत्तरमाला भी वायरल की गई। चयन बोर्ड के उप सचिव/ परीक्षा नियंत्रक नवल किशोर के अनुसार पहले दिन सूबे के सभी केंद्रों पर परीक्षा सकुशल संपन्न हुई। कहीं भी किसी प्रकार की गड़बड़ी नहीं हुई। कुछ केंद्रों पर पेपर लीक व विलंब से पेपर देने की अफवाह उड़ाई गई। इसमें किसी प्रकार की सच्चाई नहीं है। सोशल मीडिया पर वायरल की उत्तरमाला की तत्काल जांच की गई तो वो फर्जी निकली। कहा कि अभ्यर्थी इस प्रकार के मनगढ़ंत एवं दुष्प्रचार के प्रभाव में न आएं और पूरे मनोयोग से परीक्षा में शामिल हों।
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