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इस साल सीबीएसई के बारहवीं कक्षा के मूल्यांकन में दो को छोड़कर सभी राज्यों में लड़कियों ने लड़कों की तुलना में अधिक उत्तीर्ण प्रतिशत दर्ज किया है।
बोर्ड परीक्षाओं में लड़कों से बेहतर प्रदर्शन करने वाली लड़कियों का चलन पिछले कुछ वर्षों में बना हुआ है। बोर्ड परीक्षाओं के अभाव में इस वर्ष अपनाई गई सीबीएसई की वैकल्पिक मूल्यांकन नीति के माध्यम से सभी लड़कियां दस राज्यों में उत्तीर्ण हुई हैं। राजस्थान और त्रिपुरा को छोड़कर सभी राज्यों में लड़कों से ज्यादा लड़कियां भी पास हुई हैं।
यह राष्ट्रव्यापी पास प्रतिशत में भी परिलक्षित होता है, जहां लड़कियों का पास प्रतिशत 99.67% और लड़कों का 99.13% है।
विशेष आवश्यकता वाले बच्चों ने भी वैकल्पिक मूल्यांकन नीति के माध्यम से अच्छा प्रदर्शन किया है, जिसमें 3,925 उम्मीदवारों में से 3,909 – या 99.59% – ने ग्रेड क्लियर किया है। सीडब्ल्यूएसएन छात्रों की एक बड़ी संख्या ने भी 90% से ऊपर और 95% से ऊपर के शीर्ष कोष्ठक में स्कोर किया है। उनमें से 400 ने 90% से ऊपर और 129 ने 95% से ऊपर स्कोर किया है।
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