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इस क्षेत्र में व्यापक बारिश के बावजूद, पंजाब में मानसून जुलाई के महीने के लिए लंबी अवधि के औसत से नीचे बना हुआ है। दूसरी ओर, हरियाणा और हिमाचल प्रदेश में मानसून, जो जून के अंत से जुलाई के मध्य तक कम हो गया था, अब अधिशेष हो गया है।
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) द्वारा आज जारी आंकड़ों के मुताबिक, पंजाब में जुलाई में बारिश में 16 फीसदी की कमी आई है। हरियाणा और हिमाचल प्रदेश में जुलाई में बारिश लंबी अवधि के औसत से क्रमश: 31 प्रतिशत और 2 प्रतिशत अधिक रही है।
पिछले 24 घंटों के दौरान पंजाब में इस अवधि के औसत की तुलना में 297 प्रतिशत अधिक बारिश हुई। हरियाणा और हिमाचल प्रदेश में यह औसत से क्रमश: 273 प्रतिशत और 189 प्रतिशत अधिक रहा है। आईएमडी द्वारा संकलित आंकड़ों से पता चलता है कि पिछले 24 घंटों में पंजाब, हरियाणा और हिमाचल प्रदेश में क्रमश: 23.1 मिमी, 26.1 मिमी और 29.2 मिमी बारिश हुई है। इन राज्यों के लिए इस अवधि के लिए लंबी अवधि का औसत क्रमशः 5.8 मिमी 7 मिमी और 10.1 मिमी है।
वेदरमैन ने भविष्यवाणी की है कि 30 जुलाई तक जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, पंजाब और हरियाणा में व्यापक वर्षा का मौजूदा दौर जारी रहने और उसके बाद कम होने की संभावना है। — टीएनएस
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