बसपा के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा ने सोमवार को कहा कि ब्राह्मण समाज अपने आराध्य देवता राम का मंदिर बनवाने के लिए बीजेपी के साथ जुड़ा, लेकिन राम मंदिर बीजेपी का महज चुनावी मुद्दा था और राम मंदिर बनवाने की उसकी नीयत नहीं थी। वह हंडिया विधानसभा क्षेत्र के सैदाबाद में ब्राह्मण समाज के सम्मान, सुरक्षा और तरक्की को लेकर आयोजित विचार संगोष्ठी को संबोधित कर रहे थे।
सतीश चंद्र मिश्रा ने कहा, ‘बीजेपी पांच साल दिल्ली में सरकार रही, उत्तर प्रदेश में सरकार है। वे यदि चाहते तो राम मंदिर को लेकर कानून ला सकते थे, लेकिन उनकी नीयत नहीं थी।’ उन्होंने कहा, ‘बीजेपी ने कोई ऐसा काम नहीं किया जिससे कि भगवान राम का मंदिर बन सके। सुप्रीम कोर्ट का जब निर्णय आया तो मजबूरी में उनको आगे बढ़कर दिखावे का काम करना पड़ा। राम मंदिर निर्माण में बीजेपी का कोई योगदान नहीं है।’ बसपा महासचिव ने कहा कि राम मंदिर निर्माण के नाम पर बीजेपी ने हजारों करोड़ रुपये जमा करा लिए हैं जिसका हिसाब पूरा ब्राह्मण समाज जानना चाहता है।
अंबेडकर पार्कों से की राम मंदिर की तुलना
राम मंदिर निर्माण की तुलना अंबेडकर पार्कों से करते हुए मिश्रा ने कहा कि राम मंदिर के लिए भूमि पूजन किए एक साल हो गए, लेकिन अभी तक नीव भी नहीं बन पाई है। जबकि मायावती ने लखनऊ में विश्व का सबसे बड़ा स्मारक डेढ़ साल में बनवा कर उसे जनता के लिए खोल भी दिया। उन्होंने कहा कि मायावती ने लखनऊ से लेकर नोएडा तक मान्यवर कांशीराम के अनेकों पार्क बनवाए।
More Stories
अयोध्या रामलला लाइव दर्शन 16 जुलाई: ब्रह्मांड नायक श्री रामलला सरकार का दिव्य श्रृंगार, यहां देखिए प्रातः कालीन आरती दर्शन
बार-बार शराब पीने के बाद दो पुलिसकर्मियों ने सर्विस रिवॉल्वर से की फायरिंग, दोनों को गिरफ्तार होते ही मिली जमानत
जीएसटी के सीनियर कमिश्नर की पत्नी ने की आत्महत्या: घर में फंदे पर लटकी मिली लाश, मृतिका का भाई बोला- ससुराल वालों ने मार डाला